लंदन : इंग्लैंड के पूर्व ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान का कहना है कि भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में उनके देश के स्पिनरों को धैर्य बनाए रखना होगा और उन्हें लगता है कि जैक लीच इस दौरे में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. लीच और डॉम बेस की स्पिन जोड़ी ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन गॉल में चल रहे दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्हें विकेट नहीं मिला.
स्वान ने अपने 255 टेस्ट विकेटों में से 60 विकेट भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में लिए हैं और वह जानते हैं कि उपमहाद्वीप में सफल होने के लिए क्या आवश्यक है.
इस 41 वर्षीय पूर्व स्पिनर ने एक क्रिकेट कार्यक्रम में कहा, "एक चीज मैं हमेशा खुद से कहता था कि गेंद स्पिन होगी और वह स्पिन करती थी यहां तक कि उस दिन भी जब पिच बेहद सपाट हो."
उन्होंने कहा, "अगर आप विशेषकर भारत के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी करते हैं तो वे आपको पूरे सम्मान के साथ खेलते हैं. वर्तमान टीम में वीरेंद्र सहवाग नहीं है. विराट कोहली जब स्पिनरों को खेलता है तो खराब गेंद का इंतजार करता है."
उन्होंने ने कहा, "भारतीय बल्लेबाज बेहद धैर्यवान हैं लेकिन अगर आप धैर्य रखने के लिए तैयार हैं और संयम के साथ पूरे दिन गेंदबाजी करते हैं तो आपको विकेट मिलेंगे. आपको उनके सामने बहुत कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है और आपकी लय थोड़ा गड़बड़ा सकती है जो कि बुरी बात नहीं है." इस पूर्व ऑफ स्पिनर ने कहा कि भारत में इंग्लैंड की सफलता में लीच अहम भूमिका निभा सकते हैं.
उन्होंने कहा, "भारत में जिनको सफलता मिल सकती है उनमें मैं जैक लीच को भी रखूंगा. उसे सीधी गेंद करनी चाहिए. उसे मिडिल स्टंप को निशाना बनाकर गेंदबाजी करनी चाहिए. अगर जैक लीच ऐसा कर सकता है और एक छोर से लगातार गेंदबाजी करता है तो आप अपने मुख्य गेंदबाजों मार्क वुड, जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड को रोटेट कर सकते हो और दूसरे स्पिनर को आक्रमण की छूट दे सकते हो."
यह भी पढ़ें- टेस्ट मैचों में पारी के आगाज का मौका मिलना वरदान होगा : सुंदर
स्वान ने कहा, "मैं मानता हूं कि भारत की यह टीम लगातार बेहतर करती जा रही है. ईमानदारी से कहूं तो जब तक मैं उस टीम को नहीं देख लेता तब तक यही सोचूंगा कि भारत की टीम अच्छी है लेकिन क्या वह वास्तव में इतनी अच्छी है." भारत और इंग्लैंड के बीच पांच फरवरी से चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेली जाएगी. इसके बाद पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय और तीन एकदिवसीय मैच खेले जाएंगे.