मुंबई: मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने गुरूवार को कहा कि जब वो युवा थे तो महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर और वेस्टइंडीज के महान खिलाड़ी विव रिचर्ड्स उनके बल्लेबाजी नायक थे जबकि उनके पिता रमेश तेंदुलकर उनके असल जिंदगी के नायक थे.
तेंदुलकर ने कहा, "मेरे नायक, मैं कहूंगा कि जब मैं क्रिकेट खेल रहा था, जब मैं आपकी उम्र (युवा) का था तो मैं क्रिकेटर बनकर अपने देश के लिए आगे बढ़ना चाहता था. मेरे दो नायक थे -- एक हमारे सुनील गावस्कर जो भारत के लिए कई वर्षों तक खेले और शानदार प्रदर्शन किया -- वो मेरे बल्लेबाजी नायक थे."
उन्होंने कहा, "उनके साथ ही वेस्टइंडीज के विव रिचर्ड्स भी थे. जब मैं क्रिकेट खेलता था तो ये मेरे बल्लेबाजी नायक थे. लेकिन आम जिंदगी में तो मैं कहूंगा कि मेरे नायक मेरे पिता (रमेश तेंदुलकर) थे. मैंने उनके साथ इतना समय बिताया. वो बहुत सौम्य और शांत थे, उनका व्यवहार बहुत अच्छा था. इसलिए ये मेरा सपना है कि मैं उनकी तरह बनूं."
पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने कहा, "मैं कहूंगा कि मेरे पिता मेरी जिंदगी के नायक थे."
तेंदुलकर ने ये बातें वर्चुअल 'गिफ्ट ऑफ लाइफ' समारोह के दौरान की जिसका आयोजन श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल ने देश में महामारी के शुरू होने के बाद से 1000 बच्चों की मुफ्त में ह्दय की सर्जरी कराने के बाद किया.
तेंदुलकर ने अस्पताल के काम की भी प्रशंसा की.