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2011 विश्व कप फाइनल के हीरो गंभीर ने बताई अधूरे शतक की कहानी, धोनी को ठहराया दोषी

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Published : Nov 18, 2019, 9:21 AM IST

Updated : Nov 18, 2019, 12:50 PM IST

गंभीर के अनुसार धोनी ने उनसे अपने शतक पर ध्यान लगाने को कहा जिसके बाद गंभीर का ध्यान भटक गया और वो आउट हो गए.

Gautam Gambhir

हैदराबाद : पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने 2011 विश्व कप के उस अधूरे अर्धशतक को याद करते हुए एक मीडिया संस्थान को बड़ा बयान दिया है. जिसमें उन्होंने धोनी को दोषी ठहराया है. गंभीर ने बताया कि उस वक्त वो 97 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे और दूसरे छोर पर धोनी खड़े थे. गंभीर अपने शतक से बस तीन ही रन दूर थे कि तभी धोनी ने उनसे कहा की तीन ही रन बाकी है इन्हें बनाओ और शतक पूरा करो. धोनी की इस बात पर गंभीर का ध्यान टीम के टारगेट से हटकर अपने शतक पर आगया और वो आउट हो गए.

देखिए वीडियो

गंभीर ने इंटरव्यू में कहा, "मुझसे ये सवाल कई बार पूछा गया है कि जब मैं 97 पर था तब क्या हुआ था. मैं हर युवा और हर व्यक्ति को बताता हूं कि 97 पर पहुंचने से पहले मैंने कभी अपने व्यक्तिगत स्कोर के बारे में नहीं सोचा था. मेरे दिमाग में सिर्फ श्रीलंका का टारगेट सेट था. मुझे याद है कि जब एक ओवर पूरा हुआ तो मैं और धोनी क्रीज पर थे. उन्होंने मुझसे कहा कि 'ये तीन रन शेष हैं, इन तीनों रन को हासिल करो और तुम्हारा शतक पूरा होगा.'

गंभीर ने आगे कहा, "अचानक, जब आपका मन आपके व्यक्तिगत प्रदर्शन, व्यक्तिगत स्कोर की ओर जाता है, तब, कहीं न कहीं, आपको थोड़ी घबड़ाहट महसूस होती है. इससे पहले, मेरा टारगेट केवल श्रीलंका के लक्ष्य का पीछा करना था. अगर केवल वो लक्ष्य मेरे दिमाग में रहता, तो शायद, मैं आसानी से अपना शतक बना लेता.'

MS DHoni, Gautam gambhir, 2011 world cup
धोनी और गंभीर
हालांकि गंभीर के इस कथन पर बयानों की चर्चा जारी है जहां धोनी के फैंस गंभीर को ट्रोल कर रहे. आपको बता दें कि इससे पहले भी गंभीर ने धोनी की कप्तानी पर कई सवाल उठाए हैं जिसको लेकर अक्सर फैंस के बीच ट्विटर वॉर भी शुरू हो जाती है.

हैदराबाद : पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने 2011 विश्व कप के उस अधूरे अर्धशतक को याद करते हुए एक मीडिया संस्थान को बड़ा बयान दिया है. जिसमें उन्होंने धोनी को दोषी ठहराया है. गंभीर ने बताया कि उस वक्त वो 97 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे और दूसरे छोर पर धोनी खड़े थे. गंभीर अपने शतक से बस तीन ही रन दूर थे कि तभी धोनी ने उनसे कहा की तीन ही रन बाकी है इन्हें बनाओ और शतक पूरा करो. धोनी की इस बात पर गंभीर का ध्यान टीम के टारगेट से हटकर अपने शतक पर आगया और वो आउट हो गए.

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गंभीर ने इंटरव्यू में कहा, "मुझसे ये सवाल कई बार पूछा गया है कि जब मैं 97 पर था तब क्या हुआ था. मैं हर युवा और हर व्यक्ति को बताता हूं कि 97 पर पहुंचने से पहले मैंने कभी अपने व्यक्तिगत स्कोर के बारे में नहीं सोचा था. मेरे दिमाग में सिर्फ श्रीलंका का टारगेट सेट था. मुझे याद है कि जब एक ओवर पूरा हुआ तो मैं और धोनी क्रीज पर थे. उन्होंने मुझसे कहा कि 'ये तीन रन शेष हैं, इन तीनों रन को हासिल करो और तुम्हारा शतक पूरा होगा.'

गंभीर ने आगे कहा, "अचानक, जब आपका मन आपके व्यक्तिगत प्रदर्शन, व्यक्तिगत स्कोर की ओर जाता है, तब, कहीं न कहीं, आपको थोड़ी घबड़ाहट महसूस होती है. इससे पहले, मेरा टारगेट केवल श्रीलंका के लक्ष्य का पीछा करना था. अगर केवल वो लक्ष्य मेरे दिमाग में रहता, तो शायद, मैं आसानी से अपना शतक बना लेता.'

MS DHoni, Gautam gambhir, 2011 world cup
धोनी और गंभीर
हालांकि गंभीर के इस कथन पर बयानों की चर्चा जारी है जहां धोनी के फैंस गंभीर को ट्रोल कर रहे. आपको बता दें कि इससे पहले भी गंभीर ने धोनी की कप्तानी पर कई सवाल उठाए हैं जिसको लेकर अक्सर फैंस के बीच ट्विटर वॉर भी शुरू हो जाती है.
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2011 विश्व कप फाइनल के हीरो गंभीर ने बताई अधूरे शतक की कहानी, धोनी को ठहराया दोषी





हैदराबाद : पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने 2011 विश्व कप के उस अधूरे अर्धशतक को याद करते हुए एक मीडिया संस्थान को बड़ा बयान दिया है. जिसमें उन्होंने धोनी को दोषी ठहराया है. गंभीर ने बताया कि उस वक्त वो 97 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे और दूसरे छोर पर धोनी खड़े थे. गंभीर अपने शतक से बस तीन ही रन दूर थे कि तभी धोनी ने उनसे कहा की तीन ही रन बाकी है इन्हें बनाओ और शतक पूरा करो. धोनी की इस बात पर गंभीर का ध्यान टीम के टारगेट से हटकर अपने शतक पर आगया और वो आउट हो गए.



गंभीर ने इंटरव्यू में कहा, "मुझसे ये सवाल कई बार पूछा गया है कि जब मैं 97 पर था तब क्या हुआ था. मैं हर युवा और हर व्यक्ति को बताता हूं कि 97 पर पहुंचने से पहले मैंने कभी अपने व्यक्तिगत स्कोर के बारे में नहीं सोचा था. मेरे दिमाग में सिर्फ श्रीलंका का टारगेट सेट था. मुझे याद है कि जब एक ओवर पूरा हुआ तो मैं और धोनी क्रीज पर थे. उन्होंने मुझसे कहा कि 'ये तीन रन शेष हैं, इन तीनों रन को हासिल करो और तुम्हारा शतक पूरा होगा.'

गंभीर ने आगे कहा, "अचानक, जब आपका मन आपके व्यक्तिगत प्रदर्शन, व्यक्तिगत स्कोर की ओर जाता है, तब, कहीं न कहीं, आपको थोड़ी घबड़ाहट महसूस होती है. इससे पहले, मेरा टारगेट केवल श्रीलंका के लक्ष्य का पीछा करना था. अगर केवल वो लक्ष्य मेरे दिमाग में रहता, तो शायद, मैं आसानी से अपना शतक बना लेता.'

हालांकि गंभीर के इस कथन पर बयानों की चर्चा जारी है जहां धोनी के फैंस गंभीर को ट्रोल कर रहे. आपको बता दें कि इससे पहले भी गंभीर ने धोनी की कप्तानी पर कई सवाल उठाए हैं जिसको लेकर अक्सर फैंस के बीच ट्विटर वॉर भी शुरू हो जाती है.


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Last Updated : Nov 18, 2019, 12:50 PM IST
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