लाहौर : मास्टर ब्लास्ट सचिन दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 200 टेस्ट मैच खेले हैं. उनके नाम वनडे और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है. खेलों के प्रति सचिन के जुनून की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि वह एक ऐसे क्रिकेटर रहे हैं, जो बल्लेबाजी को बहुत आसान बना देते थे.
तेंदुलकर का चरित्र कुछ अलग है
लतीफ ने एक यूट्यूब चैनल पर कहा, "200 टेस्ट मैच खेलना आसान काम नहीं हो सकता.. (उन्होंने खेला है). 400 से अधिक वनडे मैच खेले हैं. अतीत में कई खिलाड़ी हुए हैं, लेकिन तेंदुलकर का चरित्र कुछ अलग है." उन्होंने कहा, "किसी भी तरह के विवाद में आपको उनका नाम शामिल नहीं मिलेगा, चाहे वो टीम प्रबंधन के साथ हो या युवाओं के साथ. चाहे वह कोई भी रिकॉर्ड बुक हो या कोई भी एकादश, तेंदुलकर का नाम हमेशा रहेगा."
लतीफ ने साथ ही कहा कि जब सचिन अपनी टीम के लिए खेल रहे होते थे तो वह उन्हें आउट होते हुए नहीं देखना चाहते थे.
तेंदुलकर का व्यवहार काफी अलग और अनूठा रहा है
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा, "जब मैं विकेटकीपिंग करता था, तब कई खिलाड़ी बल्लेबाजी करने आते थे लेकिन जब सचिन बैटिंग करने आते थे तो मेरा दिल नहीं करता था कि वह आउट हों. जब ब्रायन लारा, रिकी पॉन्टिंग या जैक कालिस बैटिंग करने आते थे तो कीपिंग करते हुए मुझे लगता था कि ये जल्दी आउट हों."
लतीफ ने कहा, "तेंदुलकर का व्यवहार काफी अलग और अनूठा रहा है. अगर मैं उन्हें पीछे से कुछ बोलता भी था तो वो आगे से कोई जवाब नहीं देते थे, बस मुस्कुराते रहते थे."