नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के पूर्व तेज गेंदबाज टीपी सुधींद्र अभी को अभी भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से माफी मिलने की उम्मीद है और इसके लिए वो कड़ी मेनहत कर रहे हैं. हालांकि कई बार अपील करने के बावजूद सुधींद्र को भारतीय बोर्ड से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है.
36 साल के सुधींद्र को बीसीसीआई ने कथित तौर पर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के मामले में 2012 में आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. उन पर आरोप था कि उन्होंने 2011 में अंतर-जिला स्तरीय क्रिकेट में कथित तौर पर स्पॉट फिक्सिंग किया था.
सुधींद्र का मानना है कि बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली से उन्हें इस मामले में कुछ मदद मिलेगी क्योंकि गांगुली खुद एक क्रिकेटर रह चुके हैं.
सुधींद्र ने कहा, "मैं कोशिश कर रहा हूं कि मैं बीसीसीआई से माफी पाने का प्रबंधन कर सकूं ताकि मैं फिर से वापसी कर सकूं. मैंने पिछले कई वर्षों से बीसीसीआई को आवेदन दिया है, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है. मुझे उम्मीद है कि मेरे प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई मेरे मामले में सकारात्मक फैसला लेंगे."
सुधींद्र आईपीएल में डेक्कन चाजर्स का भी प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उनका मानना है कि वो किसी भी रूप में अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं, खासकर छत्तीसगढ़ में, जहां फिलहाल वो हैं. वो इस समय रायपुर में सरकारी कार्यालय में काम करते हैं.
सुधींद्र मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोएिशन (एमपीसीए) से भी मदद की गुहार लगा चुके हैं, जिसका वो प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं.
उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि उस प्रयास की सराहना कर सकते हैं जो करियर बनाने में मदद करती है. एमपीसीए से भी अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है. देखते हैं कि वो कोई मदद करना चाहते या नहीं. ये उनके ऊपर निर्भर है. अगर किसी एक घटना के कारण किसी करियर बर्बाद हो जाता है तो ये सही नहीं है."