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ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व गेंदबाज ने दुनिया को कहा अलविदा - ब्रूस यार्डली

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑफ-स्पिनर ब्रूस यार्डली अब नहीं रहें. ऑस्ट्रेलिया के एक अस्पताल में 71 साल की उम्र में कैंसर के साथ अपनी तीन साल की लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आज यार्डली ने दुनिया को कहा अलविदा.

bruce
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Published : Mar 27, 2019, 4:50 PM IST

हैदराबाद : ब्रूस यार्डली ने एक तेज गेंदबाज के रूप में अपना करियर शुरू किया लेकिन स्पिन गेंदबाज के रूप में मशहूर हो गए. ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के लिए उन्होंने पहला मैच 1977-78 की गर्मियों में वर्ल्ड सीरीज़ क्रिकेट स्प्लिट के दौरान खेला. केरी पैकर द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी की प्रतिभा छिन गई थी.

ब्रूस यार्डली
ब्रूस यार्डली

ब्रूस को एक गेंदबाज के रूप में अपनी जगह बनाने में काफी समय लगा. उन्होंने 1978 में बारबाडोस में शक्तिशाली वेस्टइंडीज के खिलाफ 29 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा, इसके अलावा जमैका के खिलाफ दौरे के लिए भी उन्हें टीम में चुना गया था. जहां उन्होंने चार अर्धशतक और 74 के शीर्ष स्कोर के साथ अपने टेस्ट करियर का समापन किया.

1978 से 1983 के समय इस खिलाड़ी ने पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के लिए एक सफल करियर का आनंद लिया. यार्डली ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 33 टेस्ट और सात एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. उन्होंने कुल मिलाकर 126 टेस्ट विकेट लिए थे.

यार्डली के टेस्ट करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन 1982 सिडनी में वेस्ट इंडीज के खिलाफ देखने को मिला जब उन्होंने 10 विकेट झटके. उन्होंने दूसरी पारी में 7-98 के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.

105 प्रथम श्रेणी मैचों में 344 विकेट लेने वाले यार्डली 1990 के दशक के अंत में श्रीलंका के कोच बने. 1983 में श्रीलंका के खिलाफ उनके प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ताओं के साथ नही देने से वे श्रीलंका के कोच पद से हटा दिए गए.

क्रिकेट जगत कि इन हस्तियों ने व्यक्त की अपनी अपनी प्रतिक्रिया

हर्षा भोगले का ट्विट
हर्षा भोगले का ट्विट
डेन जोन्स का ट्विट
डेन जोन्स का ट्विट
कुमार संगाकारा का ट्विट
कुमार संगाकारा का ट्विट

बाद में उन्हें पर्थ क्लब क्रिकेट में मिडलैंड गिल्डफोर्ड के नए कोच के रूप में भी नियुक्त किया गया. इससे पहले कि वह पारिवारिक जिंदगी में जाते उससे पहले उन्हें 1996 से 1998 तक श्रीलंका ने फिर से अपने राष्ट्रीय कोच के रूप में शामिल कर लिया.

हैदराबाद : ब्रूस यार्डली ने एक तेज गेंदबाज के रूप में अपना करियर शुरू किया लेकिन स्पिन गेंदबाज के रूप में मशहूर हो गए. ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के लिए उन्होंने पहला मैच 1977-78 की गर्मियों में वर्ल्ड सीरीज़ क्रिकेट स्प्लिट के दौरान खेला. केरी पैकर द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी की प्रतिभा छिन गई थी.

ब्रूस यार्डली
ब्रूस यार्डली

ब्रूस को एक गेंदबाज के रूप में अपनी जगह बनाने में काफी समय लगा. उन्होंने 1978 में बारबाडोस में शक्तिशाली वेस्टइंडीज के खिलाफ 29 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा, इसके अलावा जमैका के खिलाफ दौरे के लिए भी उन्हें टीम में चुना गया था. जहां उन्होंने चार अर्धशतक और 74 के शीर्ष स्कोर के साथ अपने टेस्ट करियर का समापन किया.

1978 से 1983 के समय इस खिलाड़ी ने पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के लिए एक सफल करियर का आनंद लिया. यार्डली ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 33 टेस्ट और सात एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. उन्होंने कुल मिलाकर 126 टेस्ट विकेट लिए थे.

यार्डली के टेस्ट करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन 1982 सिडनी में वेस्ट इंडीज के खिलाफ देखने को मिला जब उन्होंने 10 विकेट झटके. उन्होंने दूसरी पारी में 7-98 के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.

105 प्रथम श्रेणी मैचों में 344 विकेट लेने वाले यार्डली 1990 के दशक के अंत में श्रीलंका के कोच बने. 1983 में श्रीलंका के खिलाफ उनके प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ताओं के साथ नही देने से वे श्रीलंका के कोच पद से हटा दिए गए.

क्रिकेट जगत कि इन हस्तियों ने व्यक्त की अपनी अपनी प्रतिक्रिया

हर्षा भोगले का ट्विट
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डेन जोन्स का ट्विट
डेन जोन्स का ट्विट
कुमार संगाकारा का ट्विट
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बाद में उन्हें पर्थ क्लब क्रिकेट में मिडलैंड गिल्डफोर्ड के नए कोच के रूप में भी नियुक्त किया गया. इससे पहले कि वह पारिवारिक जिंदगी में जाते उससे पहले उन्हें 1996 से 1998 तक श्रीलंका ने फिर से अपने राष्ट्रीय कोच के रूप में शामिल कर लिया.

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पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑफ-स्पिनर ब्रूस यार्डली अब नहीं रहें. ऑस्ट्रेलिया के एक अस्पताल में 71 साल की उम्र में कैंसर के साथ अपनी तीन साल की लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आज यार्डली ने दुनिया को कहा अलविदा.



हैदराबाद : ब्रूस यार्डली ने  एक तेज गेंदबाज के रूप में अपना करियर शुरू किया लेकिन स्पिन गेंदबाज के रूप में मशहूर हो गए. ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के लिए उन्होंने पहला मैच 1977-78 की गर्मियों में वर्ल्ड सीरीज़ क्रिकेट स्प्लिट के दौरान खेला. केरी पैकर द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी की प्रतिभा छिन गई थी.



ब्रूस को एक गेंदबाज के रूप में अपनी जगह बनाने में काफी समय लगा. उन्होंने 1978 में बारबाडोस में शक्तिशाली वेस्टइंडीज के खिलाफ 29 गेंदों पर अर्धशतक जड़ा, इसके अलावा जमैका के खिलाफ दौरे के लिए भी उन्हें टीम में चुना गया था. जहां उन्होंने चार अर्धशतक और 74 के शीर्ष स्कोर के साथ अपने टेस्ट करियर का समापन किया.



1978 से 1983 के समय इस खिलाड़ी ने पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के लिए एक सफल करियर का आनंद लिया. यार्डली ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 33 टेस्ट और सात एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. उन्होंने कुल मिलाकर 126 टेस्ट विकेट लिए थे.



यार्डली के टेस्ट करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन 1982 सिडनी में वेस्ट इंडीज के खिलाफ देखने को मिला जब उन्होंने 10 विकेट झटके. उन्होंने दूसरी पारी में 7-98 के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.



105 प्रथम श्रेणी मैचों में 344 विकेट लेने वाले यार्डली 1990 के दशक के अंत में श्रीलंका के कोच बने. 1983 में श्रीलंका के खिलाफ उनके प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ताओं के साथ नही देने से वे श्रीलंका के कोच पद से हटा दिए गए.



बाद में उन्हें पर्थ क्लब क्रिकेट में मिडलैंड गिल्डफोर्ड के नए कोच के रूप में भी नियुक्त किया गया. इससे पहले कि वह पारिवारिक जिंदगी में जाते  उससे पहले उन्हें 1996 से 1998 तक श्रीलंका ने फिर से अपने राष्ट्रीय कोच के रूप में शामिल कर लिया.


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