मैनचेस्टर: वेस्टइंडीज के कोच फिल सिमन्स का मानना है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण जल्दी आने से खिलाड़ियों को तैयारी के लिए काफी समय मिल गया जिसने टीम की साउथैम्पटन में पहले टेस्ट में इंग्लैंड पर चार विकेट की जीत में अहम भूमिका निभाई.
वेस्टइंडीज की टीम नौ जून को ही इंग्लैंड पहुंच गई थी और इसके बाद टीम जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण में अभ्यास कर रही थी. उसने रविवार को अंतिम दिन मेजबान टीम को चार विकेट से बात दी और तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली। कोविड-19 महामारी के फैलने के बाद इस श्रृंखला से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बहाल हुआ.
सिमन्स ने गुरूवार से ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर कहा, "मुझे लगता है कि इसका प्रदर्शन पर काफी असर पड़ा. हम काफी समय से यहां हैं, हमने नेट में काफी बेहतरीन गेंदबाजी क्योंकि हमारे पास यहां करीब 11 तेज गेंदबाज थे."
उन्होंने कहा, "मैं अपने दिनों की याद नहीं करना चाहता लेकिन हम इंग्लैंड आते और पहले टेस्ट से पहले तीन या चार अभ्यास मैच खेलते थे. टेस्ट मैचों के बीच हम तीन दिवसीय या चार दिवसीय मैच भी खेला करते थे. इसलिये मुझे लगता है कि अभ्यास का वो समय काफी लंबा चलता था जिसके बाद हम पहला टेस्ट खेलते थे."
सिमन्स ने पहले टेस्ट में अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की तारीफ भी की विशेषकर जर्मेन ब्लैकवुड की जिन्होंने अंतिम दिन 95 रन की निर्णायक पारी खेली और शैनन गैब्रियल की जिन्होंने मैच में नौ विकेट हासिल किए, लेकिन साथ ही उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों को आत्ममुग्धता से बचने की भी चेतावनी दी.
उन्होंने कहा, "मेरे लिए वो शानदार जीत थी क्योंकि मुझे लगता है कि इससे साफ पता चलता है कि खिलाड़ियों ने पिछले चार से पांच हफ्ते में काफी कड़ी मेहनत की है. यह शीर्ष स्तर का टेस्ट मैच रहा, जिसमें दोनों टीमों ने काफी अच्छी क्रिकेट खेली और अंतिम घंटे में इसका नतीजा किसी भी टीम की ओर जा सकता था."
कोच ने कहा, "लेकिन आपको आत्ममुग्ध होने से बचना होगा और ऐसा आप तभी कर सकते हो जब आप वही चीजें करो जो आप शुरूआती टेस्ट से पहले कर रहे थे. इस समय वो टेस्ट बीती बात हो चुका है. हमें अब गुरूवार से सोमवार तक चलने वाले मुकाबले के बारे में सोचना होगा."