हैदराबाद: रोहित शर्मा की एंट्री से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी टेस्ट में भारत की बल्लेबाजी में तेजी आएगी. रोहित के बचपन के कोच दिनेश लाड का मानना है कि लंबे प्रारूप में रोहित के हालिया प्रदर्शन से भारत के लिए सिडनी में बड़ी जीत दर्ज करने का मौका होगा.
ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में, लाड ने रोहित की बेहतर बल्लेबाजी तकनीक के बारे में बात की, साथ ही उन्होंने बताया कि उनको किस गेंदबाज से सावधान रहना चाहिए.
रोहित शर्मा के कोच दिनेश लाड से बातचीत के कुछ अंश
Q. आप इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट को कैसे देखते हैं?
A. मैं तीसरे टेस्ट को लेकर पॉजिटिव हूं खासकर जैसे टीम ने पहले टेस्ट में 36 पर ऑल आउट होने के बाद अच्छा कमबैक किया है. ऑस्ट्रेलियाई टीम को दो बार ऑलआउट किया है ये बड़ी बात है और अब तो रोहित भी जुड़ गया है. हालांकि उमेश यादव चोटिल हो गया है लेकिन अपने पास बॉलर्स भी अच्छे हैं, जैसे सैनी, शार्दुल तो मुझे नहीं लगता है कि कुछ दिक्कत होगी, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के ऊपर प्रेशर होगा हमारे पास तो प्लस पोइंट है.
Q. भारतीय टॉप ऑर्डर इस सीरीज में प्लॉप रहा है, पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल ने निराश किया वहीं शुभमन गिल ने अच्छा खेला, ऐसे में आप रोहित को किसकी भूमिका अदा करते देखते हैं, आपके हिसाब से उनको कहां खेलना चाहिए?
A. मेरे हिसाब से उससे ओपनिंग करवाई जानी चाहिए, मुझे उम्मीद है कि टीम मैनेजमेंट भी कुछ ऐसा ही सोच रहा होगा. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ काफी अच्छा खेला था. रोहित ने ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ काफी अच्छा परफॉर्म किया है. उनसे ओपनिंग ही करवानी चाहिए. वहीं शुभमन ने भी अच्छा खेला है इसलिए मुझे लगता है कि रोहित को मयंक अग्रवाल की जगह खेलना चाहिए.
Q. भारतीय गेंदबाजों की बात करें तो तीसरे टेस्ट में किसको प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया जाए सैनी, शार्दुल या नटराजन?
A. ये तो बहुत मुश्किल सवाल है क्योंकि शार्दुल मेरा स्टुडेंट है तो मैं उसको तरजीह दूंगा, हालांकि ये फैसला मैनेजमेंट का होना चाहिए. मैं शार्दुल को इसलिए भी मौका देता क्योंकि रेड बॉल से उसने बहुत ही अच्छी गेंदबाजी की है. पिछले तीन सालों में रणजी ट्रॉफी में उसने 50 तो विकेट निकाले हैं और पहले से वो रेड बॉल से अच्छा खेलता था लेकिन वाइट बॉल पर उसकी पकड़ अब मजबूत हुई है. मैं चाहूंगा कि शार्दुल को मौका दिया जाए.
Q. लेफ्ट आर्म के खिलाफ रोहित की क्या स्ट्रैटिजी होनी चाहिए?
A. रोहित को पहले लेफ्ट आर्म के खिलाफ तकलीफ होती थी क्योंकि वो ऑन साइड खेलना पसंद करता है लेकिन अब वो लेफ्ट आर्म को भी अच्छे से खेल लेता है. वो गेंद को काफी जल्दी पढ़ लेते हैं. अब मुझे लगता नहीं है कि वो कहीं संघर्ष कर रहे हैं.
Q. आलोचकों का मानना है कि रोहित संघर्ष कर सकते हैं क्योंकि उन्होंने विदेशों में नहीं खेला है और उनके अधिकांश रन भारत में सपाट पिचों पर आए हैं. आप इसे कैसे देखते हैं?
A. अगर आप उनके ODI के आंकड़ों को विदेशों में भी देखें, तो उन्होंने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है. उनका प्लस पॉइंट यह है कि वो गेंद को जल्दी जज करते हैं और उन्हें छोड़ देते हैं. मुझे नहीं लगता कि वो किसी भी कठिनाई का सामना करेंगे. मुझे यकीन है कि वो अच्छा करेगा.
Q. नाथन लायन ने आज कहा कि रोहित के पास कई तरह के शॉट्स हैं और वो एक वर्ल्ड क्लास बल्लेबाज हैं. रोहित आमतौर पर टेस्ट में भी एक स्वस्थ रन-रेट बनाए रखते हैं. क्या आपको लगता है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया में भी इसी रणनीति को चुनना चाहिए?
A. मुझे लगता है कि वह इस समय बहुत अच्छे जोन में हैं और उनका दृष्टिकोण समान होना चाहिए. वो एक सकारात्मक बल्लेबाज हैं. यदि आप उसकी पारी को देखे तो, आप देखेंगे कि वो शुरू में कुछ समय बिताना पसंद करता है और हर गेंद को हिट नहीं करता है. वो गेंद की योग्यता के अनुसार खेलता है.
Q. किसी भी विशेष गेंद या गेंदबाज से रोहित को सावधान रहना चाहिए?
A. उसे हर डिलीवरी पर ध्यान देने की जरूरत है. मुझे लगता है कि मिचेल स्टार्क एक गेंदबाज है जिससे वो अधिक सावधानी से खेले.
Q. क्या आप अपने दोनों स्टुडेंट- रोहित शर्मा और शार्दुल ठाकुर के कोच के रूप में गर्व महसूस कर रहे हैं - क्योंकि वो दोनों ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम का हिस्सा हैं?
A. निश्चित रूप से, मैं एक कोच के रूप में गर्व महसूस करता हूं. मेरे दोनों छात्र भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, मैं और क्या ही मांग सकता हूं.
- साभार आयुष्मान पांडे