सिडनी : इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने पिछले सप्ताह ही इस सीजन में ड्यूक गेंद इस्तेमाल नहीं करने और फिर पिछले साल या फिर 2017 वाली गेंदों के साथ लौटने का फैसला किया है, जिसमें अधिक तेजी थी.
एक समाचार पत्र ने वॉन के हवाले से लिखा, "अब इंग्लैंड एशेज सीरीज जीतने का प्रबल दावेदार है, लेकिन अब और तब में काफी समय है क्योंकि आप ये नहीं जानते हैं कि दोनों टीमों में से कौन खिलाड़ी फिट रहेगा."
ऑस्ट्रेलिया का आक्रमण काफी मजबूत हुआ
वॉन ने कहा कि स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर के लौटने से ऑस्ट्रेलिया का आक्रमण काफी मजबूत हुआ है, लेकिन गेंद का बदलाव मेहमान टीम के लिए मुसीबत बन सकता है. उन्होंने कहा, "इंग्लैंड की परिस्थितियों में ये गेंद (इंग्लैंड) टीम के लिए एक बहुत बड़ी बात थी. इस साल ड्यूक गेंद का उपयोग नहीं है क्योंकि ये काउंटी क्रिकेट में स्विंग नहीं हो रहा है. अगर इसमें गति और स्पिन कम होती है तो शायद इससे ऑस्ट्रेलिया को बढ़त मिलती है."
भारत की विश्वकप टीम में एक तेज गेंदबाज की कमी : गंभीर
अपनी कप्तानी में 2005 में इंग्लैंड को एशेज सीरीज जीताने वाले वॉन ने कहा कि पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और जेम्स पैटिंसन जैसे तेज गेंदबाजों के होने से ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी खतरनाक हो सकती है. पांच मैचों की एशेज टेस्ट सीरीज का पहला मैच एक अगस्त से शुरू होगा.