लीड्स : मैथ्यूज टीम के बेहद सीनियर खिलाड़ी हैं और उनसे उम्मीद की जा रही थी वो इस विश्व कप में श्रीलंका का मार्गदर्शन करेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.
मैथ्यूज से जब उनके प्रदर्शन को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा, "हां, मैं अपने प्रदर्शन से बेहद निराश हूं. मैं बड़ा स्कोर कर सकता था लेकिन नहीं कर पाया, खासकर पहले तीन मैच में. मैं काफी निराश हूं. मैंने जो किया है मैं उससे काफी बेहतर कर सकता था, लेकिन उम्मीद है कि अच्छा अंत करूंगा."
मैं जल्दी गेंदबाजी करना शुरू कर दूंगा
इसका मतलब हालांकि यह नहीं है कि मैथ्यूज के अंदर क्रिकेट खत्म हो गई है. ये हरफनमौला खिलाड़ी विश्व कप के बाद नियमित तौर पर गेंदबाजी करने के लिए तैयारी कर रहा है. उन्होंने कहा, "देखिए मैं अभी 32 साल का हूं. इसलिए मैं कुछ और मैच खेलना चाहता हूं. मैं जल्दी गेंदबाजी करना शुरू कर दूंगा क्योंकि इससे टीम को बड़ी मदद मिलेगी. दुर्भाग्य से, मैं विश्व कप से पहले गेंदबाजी के लिए तैयार नहीं हो पाया, लेकिन आगे मैं कोशिश करूंगा की सभी तरह से टीम में योगदान दे सकूं."
अच्छी तरह इसका अंत करने की कोशिश करेंगे
श्रीलंका को शनिवार को भारत के खिलाफ इस विश्व कप का अपना आखिरी मैच खेलना है और मैथ्यूज चाहते हैं कि इस मैच में टीम बिना डरे खेले. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि निडर क्रिकेट खेलना जरूरी है क्योंकि जिन्होंने अच्छा खेला है वह निडर होकर खेले हैं. अगर आपके ऊपर दबाव होगा तो आप सही फैसले ले सकते हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप दबाव को किस तरह से झेलते हो. यह अच्छा टूर्नामेंट नहीं रहा है लेकिन हम अच्छी तरह इसका अंत करने की कोशिश करेंगे."