कोलकाता : जब कोलकाता नाइटराइडर्स ने गौतम गंभीर को 2018 में टीम रिटेन न करने का फैसला लिया था तब सबकी निगाहें इस बात पर भी थी कि केकेआर की कमान किसको दी जाएगी. कप्तानी के लिए दिनेश कार्तिक का चुना जाना कई लोगों के लिए हैरान करने वाला फैसला था. विकेटकीपर बल्लेबाज कार्तिक ने कप्तान के तौर पर पहले सीजन में अपनी टीम को प्ले ऑफ तक पहुंचाया था. 2019 में उनसे फैंस को काफी उम्मीद थी लेकिन फैंस का दिल तब टूटा जब वे प्ले ऑफ में नहीं पहुंच सके.
केकेआर ने अपने ऑलराउंडर खिलाड़ी आंद्रे रसेल पर खुद को निर्भर कर लिया था. इसके कारण वे पीछे रह गए. 2019 के असफल सीजन के बारे में रसेल ने कहा था कि वे टीम द्वारा लिए गए कई फैसलों से खुश नहीं थे. उन्होंने टीम की हार के पीछे खराब फैसलों के बारे में खुल कर बात की थी जिसके बाद बताया जाने लगा कि दिनेश कार्तिक के साथ उनके संबंध ठीक नहीं हैं.
इस बारे में दिनेश ने बात की और बताया कि इन दिक्कतों के बारे में रसेल से चर्चा करने के बारे में भी कहा. उन्होंने कहा, "कहूं तो, वो उन लोगों में से है जो अपने दिल की बात जुबान पर ले आते हैं. जो उसने बोला, वो उसे मानता भी है. वेस्टइंडीज खिलाड़ी के खिलाड़ी ऐसे ही होते हैं. अगर आप इसको गलत तरीके से ले लो तो ये आपकी गलती है. और अगर इसे आप रचनात्मक तरीके से लें, जैसे मैंने लिया, तब मैंने उससे मैन टू मैन बात की."
उन्होंने आगे कहा कि रसेल उनसे खुश नहीं थे, वो खुश नहीं थे कि जीत नहीं पा रही, यही असल मुद्दा था. जो भी उसने कहा मैं उसका आदर करता हूं. दिनेश ने कहा, "वो थोड़ा निराश था और अपनी गलती भी मान रहा था. आखिर में हमारे बीच अच्छे संबंध हैं. अगर हमारे बीच अच्छे संबंध न होते तो ये बहुत गंदा रूप ले लेता."