शारजाह : चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंडियन प्रीमियर लीग के करीबी मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ शनिवार को हार के बाद कहा कि फिटनेस समस्या के कारण ड्वेन ब्रावो अंतिम ओवर फेंकने के लिए उपलब्ध नहीं थे. उनकी जगह रविंद्र जडेजा को गेंदबाजी की जिम्मेदारी सौंपी गई और दिल्ली की टीम ने जरूरी 17 रन बनाकर मैच जीत लिया.
शिखर धवन को भी सुपरकिंग्स ने जीवनदान दिए जिनकी 58 गेंद में नाबाद 101 रन की पारी के दम पर दिल्ली कैपिटल्स ने पांच विकेट से जीत दर्ज की. धोनी ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा कि ब्रावो चोटिल होने के कारण मैदान से बाहर चले गए थे, जिसकी वजह से आखिरी ओवर में रविंद्र जडेजा से गेंदबाजी करवानी पड़ी.
महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, "ब्रावो फिट नहीं थे, वह मैदान से बाहर गए और फिर वापस नहीं आए. मेरे पास जडेजा या फिर कर्ण शर्मा से गेंदबाजी कराने का विकल्प था. मैंने जडेजा को चुना.'' धोनी ने कहा, ''शिखर का विकेट काफी अहम था, लेकिन हमने कई बार उनका कैच टपका दिया. उन्होंने बल्लेबाजी करना जारी रखा और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी अच्छा था. दूसरी पारी में विकेट भी थोड़ा आसान था. हम लेकिन धवन से श्रेय वापस नहीं ले सकते."
सीएसके के कप्तान धोनी ने कहा कि पिच के आसान होने के कारण स्थिति उनके लिए मुश्किल हो गई. उन्होंने कहा, "पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम के 10 रन कम बने जबकि बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीम ने 10 रन अधिक बनाए."
'मैन ऑफ द मैच' शिखर धवन ने कहा कि आईपीएल के 13 साल के इतिहास में पहली बार शतक लगाना शानदार रहा. उन्होंने कहा, "यह बेहद ही खास है कि 13 साल से आईपीएल खेल रहा हूं और यह मेरी पहली शतकीय पारी है. मैं काफी खुश हूं. सत्र की शुरूआत से मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं, लेकिन 20 रन के स्कोर को 50 रन में नहीं बदल पा रहा था." उन्होंने कहा, "मैं मानसिक तौर पर सकारात्मक था, और रन बनाने की कोशिश कर रहा था. मैं अब पहले से ज्यादा फिट हूं. मैं तेज दौड़ रहा हूं और तरोताजा महसूस कर रहा हूं."
दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर ने कहा कि उन्हें पता था कि अगर धवन आखिर तक क्रीज पर रहे तो टीम जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा, "मैं ड्रेसिंग रूम में बैठा था और नर्वस था. मुझे पता था कि अगर धवन आखिर तक क्रीज पर रहेंगे तो हम जीतेंगे." उन्होंने आखिरी ओवर में तीन छक्के लगाने वाले अक्षर पटेल की तारीफ की.
अय्यर ने कहा, "अक्षर ने जिस तरह से मैदान पर उतरने के बाद तीन छक्के लगाये वह शानदार था. हम जब ड्रेसिंग रूम में 'मैन ऑफ द मैच' देंगे तो यह खिताब उन्हें ही मिलेगा." अक्षर ने पांच गेंद में तीन छक्कों की मदद से नाबाद 21 रन बनाने के अलावा किफायती गेंदबाजी भी की थी. उन्होंने चार ओवर में सिर्फ 23 रन दिए.