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अश्विन, जडेजा के लिए चुनौतीपूर्ण होगा डे-नाइट टेस्ट: वीवीएस लक्ष्मण - वीवीएस लक्ष्मण

भारत और बांग्लादेश के बीच 22 नवंबर से कोलकाता में दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना है. दोनों टीमों का यह पहला दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच होगा. इस मैच को लेकर वीवीएस लक्ष्मण को लगता है कि गुलाबी गेंद से तेज गेंदबाजों के लिए सीम चुनौतीपूर्ण रहेगी.

VVS Laxman
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Published : Nov 15, 2019, 4:36 PM IST

नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश की टीमों को दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी हैं जिसका पहला मैच इस समय इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जा रहा है, लेकिन सभी की नजरें कोलकाता में होने वाले दूसरे टेस्ट पर हैं क्योंकि ये भारत का दिन-रात का पहला टेस्ट मैच होगा. भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को लगता है कि दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच भारत के दो प्रमुख स्पिनरों- रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के लिए चुनौतीपूर्ण होगा.

लक्ष्मण ने कहा, "गुलाबी गेंद से तेज गेंदबाजों के लिए सीम चुनौतीपूर्ण रहेगी, खासकर उन तेज गेंदबाजों के लिए जिनकी काबिलियत गेंद को लगातार सीम के बूते टप्पा खिलाना है. उन्हें हवा में स्विंग नहीं मिलेगी लेकिन उन्हें परिस्थतियों से मदद मिलने की उम्मीद होगी."

INDvsBAN, VVS Laxman, Ravichandan Ashwin, Ravindra Jadega, Eden Gardens
रवींद्र जडेजा

लक्ष्मण ने कहा, "स्पिनर चाहेंगे कि गेंद की चमक जल्दी से खत्म हो जाए लेकिन गुलाबी गेंद पर अतिरिक्त परत होती है जो मुझे लगता है कि स्पिनरों के लिए मददगार नहीं होगी, ऐसे में अश्विन और जडेजा को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. एक और चुनौती ओस की होगी क्योंकि वनडे मैचों में दूसरी पारी में स्पिनरों को परेशानी होती है. इसलिए टेस्ट में भी गेंद गीली होने के कारण स्पिनरों को गेंद को पकड़ने में परेशानी आएगी."

आपको बता दें कि 22 नवंबर से कोलकाता के ईडन गार्डन में दूसरा टेस्ट खेला जाना है. दोनों टीमों का यह पहला दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच होगा.

नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश की टीमों को दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी हैं जिसका पहला मैच इस समय इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जा रहा है, लेकिन सभी की नजरें कोलकाता में होने वाले दूसरे टेस्ट पर हैं क्योंकि ये भारत का दिन-रात का पहला टेस्ट मैच होगा. भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को लगता है कि दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच भारत के दो प्रमुख स्पिनरों- रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के लिए चुनौतीपूर्ण होगा.

लक्ष्मण ने कहा, "गुलाबी गेंद से तेज गेंदबाजों के लिए सीम चुनौतीपूर्ण रहेगी, खासकर उन तेज गेंदबाजों के लिए जिनकी काबिलियत गेंद को लगातार सीम के बूते टप्पा खिलाना है. उन्हें हवा में स्विंग नहीं मिलेगी लेकिन उन्हें परिस्थतियों से मदद मिलने की उम्मीद होगी."

INDvsBAN, VVS Laxman, Ravichandan Ashwin, Ravindra Jadega, Eden Gardens
रवींद्र जडेजा

लक्ष्मण ने कहा, "स्पिनर चाहेंगे कि गेंद की चमक जल्दी से खत्म हो जाए लेकिन गुलाबी गेंद पर अतिरिक्त परत होती है जो मुझे लगता है कि स्पिनरों के लिए मददगार नहीं होगी, ऐसे में अश्विन और जडेजा को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. एक और चुनौती ओस की होगी क्योंकि वनडे मैचों में दूसरी पारी में स्पिनरों को परेशानी होती है. इसलिए टेस्ट में भी गेंद गीली होने के कारण स्पिनरों को गेंद को पकड़ने में परेशानी आएगी."

आपको बता दें कि 22 नवंबर से कोलकाता के ईडन गार्डन में दूसरा टेस्ट खेला जाना है. दोनों टीमों का यह पहला दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच होगा.

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अश्विन, जडेजा के लिए चुनौतीपूर्ण होगा डे-नाइट टेस्ट : वीवीएस लक्ष्मण

नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश की टीमों को दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी हैं जिसका पहला मैच इस समय इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला जा रहा है, लेकिन सभी की नजरें कोलकाता में होने वाले दूसरे टेस्ट पर हैं क्योंकि ये भारत का दिन-रात का पहला टेस्ट मैच होगा. भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को लगता है कि दिन-रात प्रारूप का टेस्ट मैच भारत के दो प्रमुख स्पिनरों- रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के लिए चुनौतीपूर्ण होगा.



लक्ष्मण ने कहा, "गुलाबी गेंद से तेज गेंदबाजों के लिए सीम चुनौतीपूर्ण रहेगी, खासकर उन तेज गेंदबाजों के लिए जिनकी काबिलियत गेंद को लगातार सीम के बूते टप्पा खिलाना है. उन्हें हवा में स्विंग नहीं मिलेगी लेकिन उन्हें परिस्थतियों से मदद मिलने की उम्मीद होगी."



लक्ष्मण ने कहा, "स्पिनर चाहेंगे कि गेंद की चमक जल्दी से खत्म हो जाए लेकिन गुलाबी गेंद पर अतिरिक्त परत होती है जो मुझे लगता है कि स्पिनरों के लिए मददगार नहीं होगी, ऐसे में अश्विन और जडेजा को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. एक और चुनौती ओस की होगी क्योंकि वनडे मैचों में दूसरी पारी में स्पिनरों को परेशानी होती है. इसलिए टेस्ट में भी गेंद गीली होने के कारण स्पिनरों को गेंद को पकड़ने में परेशानी आएगी."




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