नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कृष्णमाचारी श्रीकांत ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के उस बयान को बकवास बताया है, जिसमें क्लार्क ने कहा था कि उनके देश के खिलाड़ी आईपीएल में खेलने के लिए भारतीय कप्तान विराट कोहली पर स्लेजिंग करने से डरते हैं.
क्लार्क का कहना था कि 2018-19 टेस्ट सीरीज के दौरान विराट कोहली के प्रति कंगारु खिलाड़ियों ने नरमी बरती थी.
श्रीकांत ने एक में कहा, "सिर्फ स्लेजिंग से मैच नहीं जीते जाते. उनका (क्लार्क) का बयान हास्यास्पद था."
उन्होंने कहा, "अगर आप नासिर हुसैन या सर विवियन रिचर्डस से पूछते हैं जोकि अनुभवी खिलाड़ी हैं, आप स्लेजिंग के माध्यम से कभी भी रन नहीं बना सकते हैं या विकेट नहीं ले सकते हैं.”
श्रीकांत ने आगे कहा, “आपको अच्छा क्रिकेट खेलने और ढ़ढ संकल्प दिखाने की जरूरत है. आपको लक्ष्य हासिल करने के लिए अच्छी गेंदबाजी और विकेट लेने की जरूरत है. स्लेजिंग मेरे हिसाब से किसी भी तरह से मदद नहीं कर सकती."
अपनी कप्तानी में 2015 में ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप दिलाने वाले क्लार्क ने हाल में कहा था कि मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कोहली को 'स्लेज' करने से बहुत डरते थे क्योंकि उन्हें अपने आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट की चिंता थी.
क्लार्क के इस बयान से ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन भी सहमत नहीं थे. उन्होंने स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम विराट कोहली से किसी भी तरह की लड़ाई से बचने के लिए बिना वजह उन्हें उकसाने से बचती रही है.
साथ ही उन्होंने कहा कि ये भारतीय कप्तान के बल्ले को शांत रखने की रणनीति थी ना कि आईपीएल अनुबंध को बचाने की योजना जैसा कि पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने दावा किया था.
पेन के अलावा ऑस्ट्रेलिया के मुख्य तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने भी पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क के दावों को खारिज करते हुए कहा था कि 2018-19 में भारत के खिलाफ उनकी टीम ने कम आक्रामकता आईपीएल अनुबंध बचाने के लिए नही बल्कि प्रशंसकों का दिल जीतने के लिए अपनाई थी.