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शतरंज ने ही क्रिकेट मैदान पर संयम रखना सिखाया: युजवेंद्र चहल

युजवेंद्र चहल ने कहा, शतरंज ने मुझे संयम बरतना सिखाया. क्रिकेट में आप भले ही अच्छी गेंदबाजी कर रहे हो लेकिन आपको शायद विकेट नहीं मिलें.

Yuzvendra Chahal
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Published : Apr 6, 2020, 7:58 AM IST

Updated : Apr 6, 2020, 11:55 AM IST

चेन्नई: शतरंज मास्टर से क्रिकेटर बने युजवेंद्र चहल ने रविवार को आयोजित ऑनलाइन ब्लिट्ज टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और इस दौरान उन्होंने कहा कि इसी खेल ने उन्हें क्रिकेट के मैदान पर संयमित होना सिखाया.

पूर्व राष्ट्रीय अंडर-12 शतरंज चैम्पियन चहल ने विश्व युवा शतरंज चैम्पियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था और वह विश्व शतरंज महासंघ की वेबसाइट में भी शामिल है. उनकी ईएलओ रेटिंग 1956 है.

Yuzvendra Chahal
चेस खेलते युजवेंद्र चहल

भारतीय क्रिकेटर चहल ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता और अंतरराष्ट्रीय मास्टर राकेश कुलकर्णी से बातचीत की. उन्होंने कहा, “शतरंज ने मुझे संयम बरतना सिखाया. क्रिकेट में आप भले ही अच्छी गेंदबाजी कर रहे हो लेकिन आपको शायद विकेट नहीं मिलें.”

उन्होंने कहा, “इसी तरह एक टेस्ट मैच में आपने दिन में भले ही अच्छी गेंदबाजी की लेकिन विकेट नहीं मिले हों लेकिन आपको अगले दिन वापस आकर गेंदबाजी करनी होती है इसलिए आपको संयमित होने की जरूरत होती है. शतरंज ने इसमें मेरी काफी मदद की है. मैंने धैर्य बरतकर बल्लेबाज को आउट करना सीखा.”

Yuzvendra Chahal
युजवेंद्र चहल

चहल से शतरंज के बजाय क्रिकेट को चुनने के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी. भारत के लिये 52 वनडे और 42 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके चहल ने कहा, “मुझे शतरंज और क्रिकेट के बीच चयन करना था. मैंने अपने पापा से बात की और उन्होंने कहा कि तुम्हारी मर्जी है. मेरी क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी तो मैंने इसे चुना.”

अगर आईपीएल हो रहा होता तो वह विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर में खेल रहे होते लेकिन अभी वह लॉकडाउन के समय में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं. उन्होंने कहा, “मुझे परिवार के साथ समय बिताने का ज्यादा समय नहीं मिलता. कई साल के बाद मैं घर पर हूं. मैं अपने परिवार के साथ समय बिता रहा हूं. यह अच्छा और नया अनुभव है. मैं देर रात सोता हूं और सुबह देर से उठता हूं और शाम में परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताता हूं.”

Yuzvendra Chahal
युजवेंद्र चहल

उन्होंने कहा कि उनके आदर्श महान लेग स्पिनर शेन वार्न हैं और जब भी संभव होता है वह शतरंज देखते हैं और ऑनलाइन गेम खेलते हैं. चहल ने इंग्लैंड में 2019 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस के विकेट को अपने सर्वश्रेष्ठ विकेट में से एक करार दिया. उन्होंने कहा, “यह मेरा पहला विश्व कप था. मैंने फाफ को आउट किया जो बड़े मैच में बड़ा विकेट था.”

चहल ने अपनी गेंदबाजी के बारे में कहा, “मैं भी गेंदबाजी करते हुए काफी योजना बनाता हूं और विकेटकीपर से चर्चा करता हूं. जैसे मैं माही भाई (एम एस धोनी) को बताता था कि मैं कैसे गेंदबाजी करूंगा.”

Yuzvendra Chahal
धोनी और कोहली के साथ युजवेंद्र चहल

उन्होंने साथ ही लोगों से घर में रहने की अपील की ताकि कोरोना वायरस महामारी से निपटने में मदद मिले. चहल ने कहा, “कृपया घर पर रहिए, आपके लिए ये नायक बनने का मौका है. हमें कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुट रहना होगा. आप पढ़ सकते हो, डांस सीख सकते हो, खाना बनाना सीख सकते हो, इस समय में नयी चीजें करना सीखिए.”

चेन्नई: शतरंज मास्टर से क्रिकेटर बने युजवेंद्र चहल ने रविवार को आयोजित ऑनलाइन ब्लिट्ज टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और इस दौरान उन्होंने कहा कि इसी खेल ने उन्हें क्रिकेट के मैदान पर संयमित होना सिखाया.

पूर्व राष्ट्रीय अंडर-12 शतरंज चैम्पियन चहल ने विश्व युवा शतरंज चैम्पियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया था और वह विश्व शतरंज महासंघ की वेबसाइट में भी शामिल है. उनकी ईएलओ रेटिंग 1956 है.

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चेस खेलते युजवेंद्र चहल

भारतीय क्रिकेटर चहल ने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता और अंतरराष्ट्रीय मास्टर राकेश कुलकर्णी से बातचीत की. उन्होंने कहा, “शतरंज ने मुझे संयम बरतना सिखाया. क्रिकेट में आप भले ही अच्छी गेंदबाजी कर रहे हो लेकिन आपको शायद विकेट नहीं मिलें.”

उन्होंने कहा, “इसी तरह एक टेस्ट मैच में आपने दिन में भले ही अच्छी गेंदबाजी की लेकिन विकेट नहीं मिले हों लेकिन आपको अगले दिन वापस आकर गेंदबाजी करनी होती है इसलिए आपको संयमित होने की जरूरत होती है. शतरंज ने इसमें मेरी काफी मदद की है. मैंने धैर्य बरतकर बल्लेबाज को आउट करना सीखा.”

Yuzvendra Chahal
युजवेंद्र चहल

चहल से शतरंज के बजाय क्रिकेट को चुनने के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी. भारत के लिये 52 वनडे और 42 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके चहल ने कहा, “मुझे शतरंज और क्रिकेट के बीच चयन करना था. मैंने अपने पापा से बात की और उन्होंने कहा कि तुम्हारी मर्जी है. मेरी क्रिकेट में ज्यादा दिलचस्पी थी तो मैंने इसे चुना.”

अगर आईपीएल हो रहा होता तो वह विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर में खेल रहे होते लेकिन अभी वह लॉकडाउन के समय में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं. उन्होंने कहा, “मुझे परिवार के साथ समय बिताने का ज्यादा समय नहीं मिलता. कई साल के बाद मैं घर पर हूं. मैं अपने परिवार के साथ समय बिता रहा हूं. यह अच्छा और नया अनुभव है. मैं देर रात सोता हूं और सुबह देर से उठता हूं और शाम में परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताता हूं.”

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युजवेंद्र चहल

उन्होंने कहा कि उनके आदर्श महान लेग स्पिनर शेन वार्न हैं और जब भी संभव होता है वह शतरंज देखते हैं और ऑनलाइन गेम खेलते हैं. चहल ने इंग्लैंड में 2019 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस के विकेट को अपने सर्वश्रेष्ठ विकेट में से एक करार दिया. उन्होंने कहा, “यह मेरा पहला विश्व कप था. मैंने फाफ को आउट किया जो बड़े मैच में बड़ा विकेट था.”

चहल ने अपनी गेंदबाजी के बारे में कहा, “मैं भी गेंदबाजी करते हुए काफी योजना बनाता हूं और विकेटकीपर से चर्चा करता हूं. जैसे मैं माही भाई (एम एस धोनी) को बताता था कि मैं कैसे गेंदबाजी करूंगा.”

Yuzvendra Chahal
धोनी और कोहली के साथ युजवेंद्र चहल

उन्होंने साथ ही लोगों से घर में रहने की अपील की ताकि कोरोना वायरस महामारी से निपटने में मदद मिले. चहल ने कहा, “कृपया घर पर रहिए, आपके लिए ये नायक बनने का मौका है. हमें कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुट रहना होगा. आप पढ़ सकते हो, डांस सीख सकते हो, खाना बनाना सीख सकते हो, इस समय में नयी चीजें करना सीखिए.”

Last Updated : Apr 6, 2020, 11:55 AM IST
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