नई दिल्ली : बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के सचिव संजय कुमार ने कहा कि जिन लोगों ने एजीएम में उनके खिलाफ कथित तौर पर आरोप लगाए थे. उन्होंने अब खुद ही लिखित में कहा है कि उन्होंने कुछ भी ऐसा नहीं किया।
कुछ अन्य पूर्ण सदस्यों को बैठक में भाग लेने से रोक दिया
एक समाचार एजेंसी के पास मौजूद पत्र में संजय ने कहा, " बहुत ही दुख के साथ मैं आपको ये बताना चाहता हूं कि बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी एसोसिएशन के संविधान के खिलाफ हैं. उन्होंने खुद के हस्ताक्षर के तहत 31 जनवरी को वार्षिक आम सभा (एजीएम) की बैठक बुलाई. लेकिन जब मैंने उसी साल दूसरी एजीएम आयोजित करने का विरोध किया तो उन्होंने और उनके दोस्तों ने मुझे और कुछ अन्य पूर्ण सदस्यों को बैठक में भाग लेने से रोक दिया. उन्होंने एक साजिश के तहत मुझे और अन्य सदस्यों को गुमराह करके मुझे मेरे कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोक दिया."
उन लोगों ने मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया है
संजय ने कहा, " हालांकि, अधिकांश सदस्यों ने कथित तौर पर एजीएम में निर्णय को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था. ये भी बहुत दिलचस्प है कि जिन सदस्यों ने एजीएम में मेरे खिलाफ आरोप लगाए हैं, उन्होंने अब लिखित में कहा है कि उन लोगों ने मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया है." सचिव ने बीसीसीआई के पदाधिकारियों से अनुरोध किया कि वे इस मामले को देखें और इस पर उचित कार्रवाई करें.
उन्होंने कहा, " बीसीसीआई के अध्यक्ष और अन्य अधिकारियों से मेरा विनम्र अनुरोध है कि वे बीसीए के अध्यक्ष के असंवैधानिक कामकाज के संबंध में उचित कार्रवाई करें और बिहार राज्य में क्रिकेट गतिविधियों तथा बीसीए के संविधान की गरिमा की रक्षा करें."