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गेंद स्विंग कर रही थी और हमने सोचा कि ये गेंदबाजी करने का सही समय है : पुजारा - इशांत शर्मा

बांग्लादेश ने ईडन गार्डन्स स्टेडियम में भारत के खिलाफ दूसरे दिन का अंत अपनी दूसरी पारी में छह विकेटों के नुकसान पर 152 रनों के साथ किया. दिन का खेल खत्म होने के बाद पुजारा ने कहा कि दिन-रात्रि मैच के दौरान दूधिया रोशनी में विशेषकर सांझ ढलते हुए गुलाबी गेंद का सामना करना सबसे ज्यादा मुश्किल काम था.

Cheteshwar Pujara
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Published : Nov 24, 2019, 8:18 AM IST

कोलकाता : बांग्लादेश की टीम पहली पारी में 106 रनों पर ढेर हो गई थी. भारत ने अपनी पहली पारी नौ विकेट के नुकसान पर 347 रनों पर घोषित कर 241 रनों की बढ़त ले ली. बांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में 6 विकेट खोकर 152 रन बना चुकी है और अभी भी भारत से 89 रन पीछे है.


अर्धशतक बनाने के बाद हुए आउट


भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा डे-नाइट टेस्ट में अर्धशतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने. अर्धशतक लगाने के बाद पुजारा 54 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए.

ICC
आईसीसी का ट्वीट

पुजारा ने कहा, ''दूधिया रोशनी में बल्लेबाजी करना मुश्किल था लेकिन जब हमने दूधिया रोशनी में खेलना शुरू कर दिया तो ये ज्यादा ही चुनौतीपूर्ण था. पहला सत्र बल्लेबाजी के लिए थोड़ा आसान था लेकिन जब फ्लड लाइट जलायी गयी तो गेंद थोड़ी ज्यादा स्विंग करनी शुरू हो गयी. धूप की रोशनी में गेंद देखना आसान होता है.''


गेंदबाजी करने का सही समय

पुजारा ने कहा, ''शाम के समय गेंदबाजी करने के लिए सही समय था. उस गेंद स्विंग कर रही थी और हमने सोचा कि हम जल्दी विकेट चटका सकते हैं. वो सही समय था और ओस भी नहीं थी.


कूकाबूरा (दलीप ट्राफी) और एसजी गुलाबी गेंद दोनों से सामना करने वाले पुजारा ने कहा, ''गेंद तेजी से बल्ले पर आ रही है जैसे कूकाबूरा की गेंद आती है लेकिन एसजी गेंद ज्यादा स्विंग होती है और कूकाबूरा से स्पिनरों को कोई मदद नहीं मिलती लेकिन यहां देखा कि अश्विन और ताईजुल गेंद को स्पिन कर पा रहे थे. स्पिनरों को थेाड़ी मदद मिल रही थी लेकिन ये इतनी नहीं थी जितनी लाल गेंद से मिलती थी.''

कोलकाता : बांग्लादेश की टीम पहली पारी में 106 रनों पर ढेर हो गई थी. भारत ने अपनी पहली पारी नौ विकेट के नुकसान पर 347 रनों पर घोषित कर 241 रनों की बढ़त ले ली. बांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में 6 विकेट खोकर 152 रन बना चुकी है और अभी भी भारत से 89 रन पीछे है.


अर्धशतक बनाने के बाद हुए आउट


भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा डे-नाइट टेस्ट में अर्धशतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने. अर्धशतक लगाने के बाद पुजारा 54 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए.

ICC
आईसीसी का ट्वीट

पुजारा ने कहा, ''दूधिया रोशनी में बल्लेबाजी करना मुश्किल था लेकिन जब हमने दूधिया रोशनी में खेलना शुरू कर दिया तो ये ज्यादा ही चुनौतीपूर्ण था. पहला सत्र बल्लेबाजी के लिए थोड़ा आसान था लेकिन जब फ्लड लाइट जलायी गयी तो गेंद थोड़ी ज्यादा स्विंग करनी शुरू हो गयी. धूप की रोशनी में गेंद देखना आसान होता है.''


गेंदबाजी करने का सही समय

पुजारा ने कहा, ''शाम के समय गेंदबाजी करने के लिए सही समय था. उस गेंद स्विंग कर रही थी और हमने सोचा कि हम जल्दी विकेट चटका सकते हैं. वो सही समय था और ओस भी नहीं थी.


कूकाबूरा (दलीप ट्राफी) और एसजी गुलाबी गेंद दोनों से सामना करने वाले पुजारा ने कहा, ''गेंद तेजी से बल्ले पर आ रही है जैसे कूकाबूरा की गेंद आती है लेकिन एसजी गेंद ज्यादा स्विंग होती है और कूकाबूरा से स्पिनरों को कोई मदद नहीं मिलती लेकिन यहां देखा कि अश्विन और ताईजुल गेंद को स्पिन कर पा रहे थे. स्पिनरों को थेाड़ी मदद मिल रही थी लेकिन ये इतनी नहीं थी जितनी लाल गेंद से मिलती थी.''

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बांग्लादेश ने ईडन गार्डन्स स्टेडियम में भारत के खिलाफ दूसरे दिन का अंत अपनी दूसरी पारी में छह विकेटों के नुकसान पर 152 रनों के साथ किया. दिन का खेल खत्म होने के बाद पुजारा ने कहा कि दिन-रात्रि मैच के दौरान दूधिया रोशनी में विशेषकर सांझ ढलते हुए गुलाबी गेंद का सामना करना सबसे ज्यादा मुश्किल काम था.



कोलकाता : बांग्लादेश की टीम पहली पारी में 106 रनों पर ढेर हो गई थी. भारत ने अपनी पहली पारी नौ विकेट के नुकसान पर 347 रनों पर घोषित कर 241 रनों की बढ़त ले ली. बांग्लादेश की टीम दूसरी पारी में 6 विकेट खोकर 152 रन बना चुकी है और अभी भी भारत से 89 रन पीछे है.



भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा डे-नाइट टेस्ट में अर्धशतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने. अर्धशतक लगाने के बाद पुजारा 54 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए.



पुजारा ने कहा, ''‘‘दूधिया रोशनी में बल्लेबाजी करना मुश्किल था लेकिन जब हमने दूधिया रोशनी में खेलना शुरू कर दिया तो ये ज्यादा ही चुनौतीपूर्ण था. पहला सत्र बल्लेबाजी के लिए थोड़ा आसान था लेकिन जब फ्लड लाइट जलायी गयी तो गेंद थोड़ी ज्यादा स्विंग करनी शुरू हो गयी. धूप की रोशनी में गेंद देखना आसान होता है.



पुजारा ने कहा, ''शाम के समय गेंदबाजी करने के लिए सही समय था. उस गेंद स्विंग कर रही थी और हमने सोचा कि हम जल्दी विकेट चटका सकते हैं. वो सही समय था और ओस भी नहीं थी.





कूकाबूरा (दलीप ट्राफी) और एसजी गुलाबी गेंद दोनों से सामना करने वाले पुजारा ने कहा, ''गेंद तेजी से बल्ले पर आ रही है जैसे कूकाबूरा की गेंद आती है लेकिन एसजी गेंद ज्यादा स्विंग होती है और कूकाबूरा से स्पिनरों को कोई मदद नहीं मिलती लेकिन यहां देखा कि अश्विन और ताईजुल गेंद को स्पिन कर पा रहे थे. स्पिनरों को थेाड़ी मदद मिल रही थी लेकिन ये इतनी नहीं थी जितनी लाल गेंद से मिलती थी.''




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