कैनबरा: कप्तान विराट कोहली (63) के बाद हार्दिक पांड्या (नाबाद 92) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 66) के बीच छठे विकेट के लिए हुई शतकीय साझेदारी के दम पर भारत ने बुधवार को मनुका ओवल मैदान पर खेले जा रहे तीसरे और अंतिम वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के सामने 303 रनों की चुनौती रखी है.
शीर्ष और मध्य क्रम की विफलता के बाद लग नहीं रहा था कि भारत 300 रनों के आस-पास पहुंच पाएगी. पांड्या और जडेजा ने 150 रनों की साझेदारी कर इसे मुमकिन किया.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली भारत ने इस मैच में मयंक अग्रवाल के स्थान पर शुभमन गिल को मौका दिया और शिखर धवन (16) के साथ गिल ही पारी की शुरुआत करने आए. धवन को सीन एबॉट ने 26 के कुल स्कोर पर आउट किया.
कोहली और गिल ने 56 रन जोड़े. इस साझेदारी को तोड़ा बाएं हाथ के स्पिनर एश्टन एगर ने. 33 रन बनाने वाले गिल, एगर की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए. कोहली के कहने पर गिल ने रिव्यू भी लिया जो असफल रहा. श्रेयस अय्यर सिर्फ 19 रन ही बना पाए. एगर ने लोकेश राहुल (5) को भी ज्यादा देर टिकने नहीं दिया.
कोहली एक छोर से अड़े थे और अपने पचास रन भी पूरे कर चुके थे. साथ ही साथ कोहली ने वनडे में अपने 12,000 रन भी पूरे कर लिए थे और वह वनडे में सबसे तेजी से इतने रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. कोहली ने इस मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ा है.
कोहली ने 12,000 रन बनाने के लिए 242 पारियां ली जबकि सचिन ने 300 पारियां ली थीं.
कोहली के विकेट की तलाश में लगे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच ने जोश हेजलवुड को वापस बुलाया. दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कप्तान की उम्मीदों को पूरा किया. हेजलवुड ने कोहली को विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों कैच कराया. कोहली ने अपनी पारी में 78 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके मारे.
कोहली के जाने पर भारत का स्कोर पांच विकेट पर 152 रन था. फिर जडेजा और पांड्या ने टीम की बागडोर संभाली और स्कोरबोर्ड चलाया. आखिरी पांच ओवरों में इन दोनों बल्लेबाजों ने 15.20 की औसत से 76 रन जोड़े.
पांड्या ने अपनी नाबाद पारी में 76 गेंदें खेलते हुए सात चौके और एक छक्का लगाया. जडेजा ने 50 गेंदों की पारी में पांच चौके और तीन छक्के मारे.
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एगर ने दो विकेट लिए. हेजलवुड, जाम्पा, एबॉट ने एक-एक विकेट लिया.