नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में खाली पड़े अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और चार निदेशकों के पद के लिए चुनाव कराने के आदेश दे दिए हैं.
ऐसे में कुछ सदस्यों ने डीडीसीए के पूर्व अध्यक्ष अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली से इन चुनावों में हिस्सा लेने का आग्रह किया है और कहा है कि रजत शर्मा के इस्तीफा देने के बाद से खाली पड़े अध्यक्ष पद को संभालें.
डीडीसीए की विवादस्पद हालत को देखते हुए हालांकि कुछ सदस्यों ने रोहन जेटली को फूंक-फूंक कर पांव रखने और पहले अध्यक्ष पद की बजाए निदेशक पद के साथ शुरुआत करने की सलाह दी है.
![DDCA, DDCA Election, Rohan Jaitley](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/ddca-logojpg1592801294874-46_2206email_1592801306_973.jpg)
डीडीसीए के अधिकारी ने मीडिया से कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए और जिस तरह एक निश्चित वर्ग ने जो रजत के साथ किया था, उसे देखते हुए रोहन के लिए यह अच्छा होगा कि वह निदेशक पद से शुरुआत करें ताकि वह कार्यप्रणाली को समझ सकें.
अधिकारी ने कहा, "रोहन एक बाहरी शख्स हैं. जो उन लोगों द्वारा उपयोग में लिए जा सकते हैं, जिन्होंने रजत को घेरे रखा था. वह अच्छे इंसान हैं. उन्हें इंतजार करना चाहिए और हर चीज को समझना चाहिए और एक निदेशक या कुछ और के तौर पर शुरुआत करना चाहिए तथा सदस्यों का विश्वास जीतना चाहिए."
![DDCA, DDCA Election, Rohan Jaitley, Rajat Sharma](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/vbk-rajat-sharma-21592801294874-86_2206email_1592801306_23.jpg)
उन्होंने कहा कि हम उन्हें पसंद करते हैं, लेकिन हम उन लोगों को लेकर सावधान रहना चाहते हैं जिन्होंने डीडीसीए को घेर रखा है और रोहन को चुनाव लड़ने के लिए उकसा रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ ऐसी भी अटकलें हैं कि बीसीसीआई के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सी.के. खन्ना की पत्नी भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ सकती हैं. ऐसी खबरें हैं कि विनोद तिहारा और खन्ना एक हो गए हैं और दोनों ने एक साथ चुनावी मैदान में कूदने का फैसला किया है.
![DDCA, DDCA Election, Rohan Jaitley](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/409594-ddca1592801294873-97_2206email_1592801306_1027.jpg)
बता दें कि बीते कुछ महीनों से विवादों के कारण बीसीसीआई ने डीडीसीए को वित्तीय सहायता देने पर रोक लगा दी है.
इससे पहले बीसीसीआई के एक अधिकारी ने मीडिया से कहा था कि इस समय डीडीसीए के रोजमर्रा के कामकाज को आगे ले जाने का एक ही तरीका है और वो है एड-हॉक समिति का गठन.