नई दिल्ली: स्टार और डिजनी इंडिया के खेल प्रमुख संजोग गुप्ता का कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के इस्तेमाल से आने वाले समय में रिप्ले के स्तर में सुधार होगा और अंपायरों के लिए निर्णय लेना आसान हो जाएगा.
गुप्ता ने पीटीआई से कहा, "अगले 12 महीने में आप देखेंगे कि रिप्ले और उनके आधार पर लिए जाने वाले निर्णय के स्तर में सुधार होगा. बेहतर तकनीक के इस्तेमाल से फैसले सटीक आने लगेंगे."
उन्होंने कहा, "इसके लिए तकनीक में निवेश जारी रखने और कैमरों की गुणवत्ता का स्तर बेहतर रखने की जरूरत है."
आईपीएल, भारतीय क्रिकेट टीम के घरेलू मैचों और आईसीसी टूर्नामेंटों के प्रसारण अधिकार स्टार के पास है. फिलहाल क्रिकेट प्रसारण के लिए 24 से 28 सामान्य कैमरो और पांच से छह सुपर 'स्लो मोशन' कैमरों का इस्तेमाल होता है.
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स्टार की रिसर्च और डेवलपमेंट टीम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के उपयोग की संभावना तलाश रही है जिसमें सामान्य कैमरों को 'स्लो मो' में बदला जा सकेगा.
गुप्ता ने यह भी कहा कि यूएई में दर्शकों के बिना हुआ पिछला आईपीएल उनके लिये सबक की तरह रहा और उन्होंने समझा कि आपदा में अवसर कैसे बनाया जा सकता है.
उन्होंने कहा, "खाली स्टेडियम में कैमरे कहीं भी लगाए जा सकते हैं. इससे कवरेज में काफी बदलाव आ सकता है और अच्छे शॉटस लिए जा सकते हैं. इससे टीवी दर्शकों को देखने में अच्छा लगेगा."