नई दिल्ली : बीसीसीआई की टीम दांडीवाल से सूचनाएं इकट्ठा करने के लिए दिल्ली से मोहाली गयी है. बीसीसीआई एसीयू प्रमुख अजीत सिंह ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि दांडीवाल की गिरफ्तारी से भ्रष्टाचारियों की दुनिया में खलबली मच गई है.
सिंह खुद पूछताछ करने के लिए मोहली नहीं गए है लेकिन उन्होंने कहा, ''हमारी टीम को उससे पूछ-ताछ करने की अनुमति दी गई थी. फिलहाल हम उसके और उसकी गतिविधियों के बारे में जानने से ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं. पंजाब पुलिस ने उसे पांच दिनों के लिए हिरासत में लिया है. वे अपनी जांच जारी रखेंगे और अगर कुछ खुलासा होता है तो हम से जानकारी साझा करेंगे.''
सिंह ने इस मामले में सहयोग के लिए पंजाब पुलिस का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा, ''हम उनके आभारी हैं कि उन्होंने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई के लिए कदम उठाया. उसकी गिरफ्तारी से भ्रष्टाचारियों की दुनिया में खलबली मची हैं और इसका बड़ा असर होगा. इसने एक कड़ा संदेश दिया है. हमें टिप्पणी से पहले कुछ चीजों को सत्यापित करने की जरूरत है.''
ये मैच 29 जून को खेला गया था जो चंडीगढ़ से 16 किलोमीटर दूर सवारा गांव में हुआ था लेकिन इसे श्रीलंका के बादुला शहर में 'यूवा टी20 लीग' मैच के तौर पर स्ट्रीम किया गया. बादुला शहर यूवा प्रांतीय क्रिकेट संघ का घरेलू मैदान है.
एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए एसीयू प्रमुख ने पिछले सप्ताह दांडीवाल को जाना माना फिक्सर बताया था, जब ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया पुलिस ने उसे टेनिस मैच फिक्सिंग स्कैंडल का सरगना बताया था. इसमें निचली रैंकिंग वाले टेनिस खिलाड़ियों को 2018 में मिस्र और ब्राजील में दो टूर्नामेंटों में कथित तौर पर जान बूझकर हारने के लिए राजी किया गया था. बीसीसीआई पिछले चार वर्षों से उस पर नजर रख रही थी.
सिंह ने कहा, ''मैं सिर्फ उसके क्रिकेट से जुड़ाव के बारे में बात कर सकता हूं लेकिन वो अन्य खेलों से भी जुड़ हुआ है. वो खुद अपनी लीग को शुरु करने की कोशिश करता है और जब इस में सफल हो जाता है तो अपने मन मुताबिक नतीजों को प्रभावित करने की कोशिश करता है.'' दांडीवाल ने नेपाल में एशियाई प्रीमियर लीग और अफगान प्रीमियर लीग का भी आयोजन किया था. उसने हरियाणा में भी एक लीग आयोजित करने का भी प्रयास किया था जिसे बीसीसीआई ने रद कर दिया था.