ETV Bharat / sports

रहाणे ने क्यों 'कंगारू केक' काटने से किया था मना... अब दी अजिंक्य ने सफाई - Ajinkya Rahane cake cutting

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट गंवाने के बाद अजिंक्य रहाणे ने टीम की कमान संभाली थी और दूसरा टेस्ट भारत को जिताया था. तीसरा मैच ड्रॉ रहा था और आखिरी मैच भी भारतीय टीम ही जीती थी.

Ajinkya Rahane
Ajinkya Rahane
author img

By

Published : Jan 30, 2021, 3:25 PM IST

मुंबई : ऑस्ट्रेलिया में गाबा टेस्ट में जीत हासिल कर इतिहास रचने वाले भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने घर लौटने के बाद एक केक काटने से इनकार कर दिया था जिस पर कंगारू बना हुआ था. अब उन्होंने खुलासा किया है कि उन्होंने वो केक काटने से मना क्यों किया था. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतने के बाद भारत लौटे रहाणे का धूम धाम से स्वागत किया गया था.

उन्होंने बताया, "कंगारू उनका राष्ट्रीय जानवर है. मुझे वो नहीं करना था. आप अपने विरोधी टीम को आदर देते हैं, आप उनके साथ अच्छा व्यवहार रखते हैं, अगर आप जीतें या इतिहास ही क्यों न रच दें. आपके मन में अपनी विरोधी टीमों और दूसरे देशों के लिए सम्मान होना ही चाहिए. इसलिए मैंने वो केक काटने से मना कर दिया."

रहाणे ने भारतीय टीम को सीरीज जीतने में काफी मदद की थी. एडिलेड टेस्ट गंवाने के बाद उन्होंने टीम की कमान संभाली थी और दूसरा टेस्ट भारत को जिताया था. तीसरा मैच ड्रॉ रहा था और आखिरी मैच भी भारतीय टीम ही जीती थी.

यह भी पढ़ें- साउथ अफ्रीका के लिए 100 T20I विकेट लेने वाली शबनीम इस्माइल पहली महिला गेंदबाज बनीं

आपको बता दें कि रहाणे जब अपने अन्य साथी खिलाड़ियों के साथ स्वदेश पहुंचे तो वातावरण 'आला रे आला अजिंक्य आला' के स्वरों से गूंज उठा. रहाणे जब अपने आवासीय परिसर में पहुंचे तो पारंपरिक ढोल ताशा बज रहे थे और लोग 'आला रे आला अजिंक्य आला' गा रहे थे. जब वह लाल कारपेट पर आगे बढ़ रहे थे तो लोग उन पर पुष्पवर्षा कर रहे थे.

मुंबई : ऑस्ट्रेलिया में गाबा टेस्ट में जीत हासिल कर इतिहास रचने वाले भारतीय कप्तान अजिंक्य रहाणे ने घर लौटने के बाद एक केक काटने से इनकार कर दिया था जिस पर कंगारू बना हुआ था. अब उन्होंने खुलासा किया है कि उन्होंने वो केक काटने से मना क्यों किया था. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीतने के बाद भारत लौटे रहाणे का धूम धाम से स्वागत किया गया था.

उन्होंने बताया, "कंगारू उनका राष्ट्रीय जानवर है. मुझे वो नहीं करना था. आप अपने विरोधी टीम को आदर देते हैं, आप उनके साथ अच्छा व्यवहार रखते हैं, अगर आप जीतें या इतिहास ही क्यों न रच दें. आपके मन में अपनी विरोधी टीमों और दूसरे देशों के लिए सम्मान होना ही चाहिए. इसलिए मैंने वो केक काटने से मना कर दिया."

रहाणे ने भारतीय टीम को सीरीज जीतने में काफी मदद की थी. एडिलेड टेस्ट गंवाने के बाद उन्होंने टीम की कमान संभाली थी और दूसरा टेस्ट भारत को जिताया था. तीसरा मैच ड्रॉ रहा था और आखिरी मैच भी भारतीय टीम ही जीती थी.

यह भी पढ़ें- साउथ अफ्रीका के लिए 100 T20I विकेट लेने वाली शबनीम इस्माइल पहली महिला गेंदबाज बनीं

आपको बता दें कि रहाणे जब अपने अन्य साथी खिलाड़ियों के साथ स्वदेश पहुंचे तो वातावरण 'आला रे आला अजिंक्य आला' के स्वरों से गूंज उठा. रहाणे जब अपने आवासीय परिसर में पहुंचे तो पारंपरिक ढोल ताशा बज रहे थे और लोग 'आला रे आला अजिंक्य आला' गा रहे थे. जब वह लाल कारपेट पर आगे बढ़ रहे थे तो लोग उन पर पुष्पवर्षा कर रहे थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.