एडिलेड : भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में होने वाले पहले डे-नाइट टेस्ट मैच में बल्लेबाजी करने के लिए दो बल्लेबाजों के बीच बातचीत होना जरूरी है क्योंकि गुलाबी गेंद दिन के अलग अलग समय पर अलग अलग तरह से बर्ताव करती है.
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रहाणे ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "निश्चित रूप से यह एक चुनौती है. दिन में गेंद अलग तरह से व्यवहार करती है और रोशनी में अलग तरह से व्यवहार करती है. एक बल्लेबाज के रूप में इस पर ध्यान देना मेरे लिए अहम होगा. एक बल्लेबाज के रूप में आप जतना ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, करना चाहते है. इसलिए दो बल्लेबाजों के बीच बातचीत होना जरूरी है. कुल मिलाकर यह दिन-रात के वार्म-अप (सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर) में अच्छा प्रदर्शन था. टेस्ट में अच्छी शुरूआत मिलनी अहम होगी."
रहाणे ने कहा कि गुलाबी गेंद अलग अलग समय में अलग अलग तरह से बर्ताव करती है. उन्होंने कहा कि पहले यह मूव करती है और फिर इसके साथ खेलना आसान हो जाता है.
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि शुरुआत में गुलाबी गेंद से खेलना मुश्किल होता है, लेकिन बाद में यह आसान हो जाती है. लाल गेंद से हम दिन भर खेलते हैं तो रफ्तार में अचानक बदलाव नहीं आता है लेकिन गुलाबी गेंद से 40-50 मिनट के भीतर गति अचानक बदल जाती है उस समय सही सामंजस्य बिठाना जरूरी है."
विराट कोहली के पहले टेस्ट में कप्तानी करने के बाद रहाणे ही बाकी तीन मैचों में टीम की कप्तानी करेंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल उनका ध्यान पहले टेस्ट पर है, ना कि कप्तानी पर.
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उन्होंने कहा, "मैं हमेशा वर्तमान में रहने में विश्वास करता हूं. अभी विराट हमारे कप्तान है. पहले ही इस टेस्ट के बारे में सोच रहे हैं और फिर बाद में उसके बारे में सोचेंगे."