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गांगुली के बाद अब इन पूर्व खिलाड़ियों को भी BCCI लोकपाल ने थमाया नोटिस

पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बाद अब क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर और पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को बीसीसीआई लोकपाल ने हितों के टकराव मामले में नोटिस थमाया है.

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Published : Apr 25, 2019, 11:01 AM IST

After Ganguly

हैदराबाद: बीसीसीआई के लोकपाल और नैतिक अधिकारी डीके जैन ने सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को बुधवार को नोटिस भेजा है. डीके जैन ने इन दो दिग्गजों को ये नोटिस आइपीएल फ्रेंचाइजी के मेंटॉर होने के साथ-साथ क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य होने के कारण कथित हितों के टकराव मामले में भेजा है.

सचिन तेंदुलकर मौजूदा समय में मुंबई इंडियंस के मेंटॉर और लक्ष्मण सनराइजर्स हैदराबाद में इसी पद पर हैं.इसके साथ-साथ ये दोनों दिग्गज क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के भी मेंबर हैं. बता दें कि हितों के टकराव के आरोप का ये लगातार तीसरा मामला है. सचिन-लक्ष्मण से पहले सौरव गांगुली को CAB(Cricket Association of Bengal) अध्यक्ष, CAC (Cricket Advisory Committee) सदस्य और दिल्ली कैपिटल्स के एडवाइजर के रूप में न भूमिका निभाने के लिए जस्टिस (रिटायर्ड) डीके जैन के समक्ष सुनवाई के लिए पेश होना पड़ा था.
यह भई पढ़ें- IPL2019:करो या मरो मुकाबले में खेलने उतरेगी कोलकाता और राजस्थान

गौरतलब है कि इन्हीं तीनों ने सीएसी की सदस्य रहते जुलाई 2017 में रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच चुना था.ये सीएसी की अंतिम बैठक थी.

सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण
सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण
लोकपाल ने पूर्व खिलाड़ियों से मांगा जवाबजस्टिस डीके जैन ने इस नोटिस में सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण से 28 अप्रैल तक खुद पर लगे आरोपों का लिखित जवाब देने को कहा है. इस मामले में डीके जैन ने बीसीसीआई से भी जवाब मांगा है. सचिन और लक्ष्मण के खिलाफ ये शिकायत मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के सदस्य संजीव गुप्ता ने दायर की है.हालांकि, बीसीआइ के सूत्रों ने ये बताया है कि सचिन तेंदुलकर का मुंबई इंडियंस के साथ कोई सौदा नहीं है. वे बिना पैसे के अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बीसीसीआई लोकपाल ने सचिन और लक्ष्मण को ये भी कहा है कि जवाब देने में असफल होने के बाद उन्हें अपने विचार रखने का और कोई मौका नहीं दिया जाएगा.

हैदराबाद: बीसीसीआई के लोकपाल और नैतिक अधिकारी डीके जैन ने सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को बुधवार को नोटिस भेजा है. डीके जैन ने इन दो दिग्गजों को ये नोटिस आइपीएल फ्रेंचाइजी के मेंटॉर होने के साथ-साथ क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य होने के कारण कथित हितों के टकराव मामले में भेजा है.

सचिन तेंदुलकर मौजूदा समय में मुंबई इंडियंस के मेंटॉर और लक्ष्मण सनराइजर्स हैदराबाद में इसी पद पर हैं.इसके साथ-साथ ये दोनों दिग्गज क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के भी मेंबर हैं. बता दें कि हितों के टकराव के आरोप का ये लगातार तीसरा मामला है. सचिन-लक्ष्मण से पहले सौरव गांगुली को CAB(Cricket Association of Bengal) अध्यक्ष, CAC (Cricket Advisory Committee) सदस्य और दिल्ली कैपिटल्स के एडवाइजर के रूप में न भूमिका निभाने के लिए जस्टिस (रिटायर्ड) डीके जैन के समक्ष सुनवाई के लिए पेश होना पड़ा था.
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गौरतलब है कि इन्हीं तीनों ने सीएसी की सदस्य रहते जुलाई 2017 में रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच चुना था.ये सीएसी की अंतिम बैठक थी.

सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण
सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण
लोकपाल ने पूर्व खिलाड़ियों से मांगा जवाबजस्टिस डीके जैन ने इस नोटिस में सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण से 28 अप्रैल तक खुद पर लगे आरोपों का लिखित जवाब देने को कहा है. इस मामले में डीके जैन ने बीसीसीआई से भी जवाब मांगा है. सचिन और लक्ष्मण के खिलाफ ये शिकायत मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के सदस्य संजीव गुप्ता ने दायर की है.हालांकि, बीसीआइ के सूत्रों ने ये बताया है कि सचिन तेंदुलकर का मुंबई इंडियंस के साथ कोई सौदा नहीं है. वे बिना पैसे के अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बीसीसीआई लोकपाल ने सचिन और लक्ष्मण को ये भी कहा है कि जवाब देने में असफल होने के बाद उन्हें अपने विचार रखने का और कोई मौका नहीं दिया जाएगा.
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गांगुली के बाद अब इन पूर्व खिलाड़ियों को भी BCCI लोकपाल ने थमाया नोटिस



पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बाद अब क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर और पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को बीसीसीआई लोकपाल ने हितों के टकराव मामले में नोटिस थमाया है.

हैदराबाद: बीसीसीआई के लोकपाल और नैतिक अधिकारी डीके जैन ने सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण को बुधवार को नोटिस भेजा है. डीके जैन ने इन दो दिग्गजों को ये नोटिस आइपीएल फ्रेंचाइजी के मेंटॉर होने के साथ-साथ क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य होने के कारण कथित हितों के टकराव मामले में भेजा है.  



सचिन तेंदुलकर मौजूदा समय में मुंबई इंडियंस के मेंटॉर और लक्ष्मण सनराइजर्स हैदराबाद में इसी पद पर हैं.इसके साथ-साथ ये दोनों दिग्गज क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी के भी मेंबर हैं. बता दें कि हितों के टकराव के आरोप का ये लगातार तीसरा मामला है. सचिन-लक्ष्मण से पहले सौरव गांगुली को CAB(Cricket Association of Bengal) अध्यक्ष, CAC (Cricket Advisory Committee) सदस्य और दिल्ली कैपिटल्स के एडवाइजर के रूप में न भूमिका निभाने के लिए जस्टिस (रिटायर्ड) डीके जैन के समक्ष सुनवाई के लिए पेश होना पड़ा था.

गौरतलब है कि इन्हीं तीनों ने सीएसी की सदस्य रहते जुलाई 2017 में रवि शास्त्री को टीम इंडिया का कोच चुना था.ये सीएसी की अंतिम बैठक थी.

लोकपाल ने पूर्व खिलाड़ियों से मांगा जवाब

जस्टिस डीके जैन ने इस नोटिस में सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण से 28 अप्रैल तक खुद पर लगे आरोपों का लिखित जवाब देने को कहा है. इस मामले में डीके जैन ने बीसीसीआई से भी जवाब मांगा है. सचिन और लक्ष्मण के खिलाफ ये शिकायत मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के सदस्य संजीव गुप्ता ने दायर की है.

हालांकि, बीसीआइ के सूत्रों ने ये बताया है कि सचिन तेंदुलकर का मुंबई इंडियंस के साथ कोई सौदा नहीं है. वे बिना पैसे के अपनी सेवाएं दे रहे हैं. बीसीसीआई लोकपाल ने सचिन और लक्ष्मण को ये भी कहा है कि जवाब देने में असफल होने के बाद उन्हें अपने विचार रखने का और कोई मौका नहीं दिया जाएगा.




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