जयुपर: भारत और न्यूजीलैंड के बीच बुधवार को यहां पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले की शुरुआत से पहले कोविड-19 बचाव दिशानिर्देशों का खुलकर उल्लंघन हुआ जब बड़ी संख्या में दर्शकों और स्थानीय पुलिसकर्मियों को बिना मास्क के देखा गया.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद यह भारत में पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच है.
श्रृंखला के पहले मुकाबले के लिए स्टेडियम में दर्शकों की संख्या को सीमित नहीं किया गया है लेकिन दर्शकों को टीकाकरण या आरटी-पीसीआर परीक्षण का नेगेटिव नतीजे का सबूत दिखाने पर ही सवाई मानसिंह स्टेडियम में प्रवेश की स्वीकृति है.
राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) को मैच के सभी टिकट बिकने की उम्मीद थी लेकिन मैच शुरु होने से आधा घंटे पहले तक 25 हजार दर्शकों की क्षमता वाला स्टेडियम आधे से अधिक भी नहीं भरा था.
स्टेडियम के बाहर खड़े प्रशंसक शहर में आठ साल के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी से रोमांचित थे लेकिन उनमें से कम से कम आधे प्रशंसकों ने मास्क पहनना जरूरी नहीं समझा.
स्टेडियम की सुरक्षा में तैनात कई पुलिसकर्मियों को भी बिना मास्क के देखा गया.
एक स्थानीय प्रशंसक अनिल गुप्ता ने स्टेडियम के भीतर बताया, "मैं यहां अपने बेटे के साथ आया हूं क्योंकि मुझे मुफ्त पास मिला था. यहां बिक रहा खाने का सामान काफी महंगा है."
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यह पूछने पर कि क्या प्रवेश के समय उनके टीकाकरण की स्थिति की जांच की गई तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया. अनिल गुप्ता ने भी मास्क नहीं पहना था.
एक कॉलेज छात्र मोहित शेरा को भी बिना मास्क के घूमते देखा गया.
मोहित ने कहा, "मैं यहां इसलिए आया हूं क्योंकि लंबे समय बाद यहां अंतरराष्ट्रीय मैच हो रहा है. मैं स्वयं भी खेलता हूं और मैच देखना रोमांचक है."
मोहित से जब यह पूछा गया कि उन्होंने मास्क क्यों नहीं पहना तो वह भागकर वापस अपनी सीट पर चला गया.
महामारी के बीच यह पहला मौका है जबकि स्टेडियम के अंदर दर्शकों की सीमा तय नहीं की गई है.
इस साल की शुरुआत में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट श्रृंखला का आयोजन स्टेडियम की क्षमता के 50 प्रतिशत दर्शकों की मौजूदगी में हुआ था जबकि बाद में कोविड-19 मामले बढ़ने के बाद एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला का आयोजन खाली स्टेडियम में किया गया.