नई दिल्लीः ऑस्ट्रेलिया की टीम अगले महीने टेस्ट सीरीज खेलने भारत दौरे पर आएगी. ऑस्ट्रेलिया टीम भारत के साथ भारतीय सरजमीं पर 4 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी. ऑस्ट्रेलिया टीम की कमान पैट कमिंस के पास होगी. ऑस्ट्रेलिया ने भारत में 2004 के बाद कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. लिहाजा, सीरीज जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने घर में विशेष रूप से पिचें तैयार की हैं, जो उन्हें भारत में चुनौतियों से लड़ने में मदद करेंगी.
ऑस्ट्रेलिया की टीम 9 फरवरी को पहले टेस्ट के लिए नागपुर जाने से पहले बेंगलुरू पहुंचेगी. जहां वे पांच दिनों के लिए रुकेंगे. इस दौरान वह लगातार अभ्यास करते रहेंगे. ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच मैकडोनाल्ड का कहना है कि हम जिस विश्वास और स्थितियों के साथ खास पिचों पर प्रैक्टिस कर रहे हैं. वह काफी महत्वपूर्ण हैं. मैकडोनाल्ड ने कहा, हमें ऐसा लगता है कि हमें जो सतहें मिली हैं, वे बहुत हद तक वैसी ही हैं जैसी हम भारत में सामना करने जा रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने पिछले साल मेलबर्न में पाकिस्तान जाने से पहले इसी तरह से तैयारी की थी. मैकडोनाल्ड ने कहा, हालांकि, इस बार पिचों को तेज, तेज स्पिन के लिए तैयार किया गया. हम उम्मीद करेंगे कि स्पिनर हमारे शुरुआती बल्लेबाजों के साथ-साथ नई गेंद से भी जल्दी गेंदबाजी करेंगे. इसलिए प्रैक्टिस के दौरान सभी बातों का ध्यान रखा जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया टीम को भारत के बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाजों (अजय जडेजा, अक्षर पटेल व अन्य) से सबसे ज्यादा खतरा रहता है. इसके लिए उन्होंने स्पिनरों के साथ काफी संघर्ष किया है.
मैकडोनाल्ड ने कहना है, 'हमारे पास एश्टन एगर के रूप में ऐसा ही गेंदबाज है जो तैयारी में मदद कर सकता है. साथ ही सहायक कोच डैन विटोरी जो बाएं हाथ का थ्रोअर है'. मैकडोनाल्ड ने कहा, 'टी20 और बीबीएल (बिग बैश लीग) से बाहर आकर स्पिनरों द्वारा टेस्ट मैच में बॉल करना बड़ी चुनौतियों में से एक है. मैंने राज्य के कोचों को साल दर साल इसके बारे में बात करते सुना है. बीबीएल से शील्ड क्रिकेट में वापस आना और यह कितना मुश्किल है. इसलिए हम अब भी यहां तैयारी कर रहे हैं'.
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