नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलेन बॉर्डर ने भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल और एशेज श्रृंखला से पहले अभ्यास मैच नहीं खेलने के ऑस्ट्रेलिया के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कदम 'खतरे से भरा' है. डब्ल्यूटीसी का फाइनल 7 से 11 जून तक लंदन के द ओवल में होना है जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया 16 जून से 31 जुलाई तक पांच मैचों की एशेज श्रृंखला में चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड से भिड़ेगा. ऑस्ट्रेलियाई टीम बेकेनहैम में कड़े प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेकर छह टेस्ट की तैयारी करेगी जिसमें मुख्य विकेट पर अभ्यास और नेट सत्र शामिल है.
बॉर्डर ने 'फॉक्स क्रिकेट' से कहा, 'मुझे परवाह नहीं है कि आप नेट्स में कितनी कड़ी मेहनत करते हैं, मुकाबले खेलने की जगह कोई चीज नहीं ले सकती. उन्होंने आगे कहा, 'एशेज श्रृंखला से पहले किसी भी तरह का क्रिकेट नहीं खेलना मुझे सही नहीं लगता. मुझे लगता है कि यह खतरे से भरा है. मुझे ऐसा लग रहा है कि यह गलत फैसला है'.
भारतीय टीम भी कोई अभ्यास मैच नहीं खेलेगी क्योंकि इंग्लिश काउंटी चैंपियनशिप चल रही है. साथ ही डब्ल्यूटीसी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की प्रतियोगिता है और इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) मेहमान टीमों के लिए अभ्यास मुकाबलों की व्यवस्था करने के लिए बाध्य नहीं है. हालांकि एशेज के इतिहास में यह पहली बार होगा कि ऑस्ट्रेलिया की पुरुष टीम श्रृंखला से पहले या इसके दौरान किसी स्थानीय काउंटी टीम का सामना नहीं करेगी.
इस साल की शुरुआत में भारत में बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले भी ऑस्ट्रेलिया ने अभ्यास मैच खेलने के बजाय ट्रेनिंग करने का विकल्प चुना था और उसे 1-2 से श्रृंखला गंवानी पड़ी थी. यह सुनिश्चित करने के लिए कि इंग्लैंड के टेस्ट खिलाड़ी अगस्त की शुरूआत में शुरू होने वाले 'द हंड्रेड' टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध रहें ईसीबी ने एशेज को छह सप्ताह में समेट दिया है. स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन और मार्कस हैरिस जैसे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी काउंटी चैंपियनशिप खेल रहे हैं. भारत में मौजूद ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी आईपीएल में खेलने के बाद इंग्लैंड के लिए रवाना होंगे. ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम के अन्य सदस्यों ने हाल ही में ब्रिसबेन में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर पूरा किया है और इस सप्ताह इंग्लैंड के लिए रवाना होंगे.
(इनपुट: पीटीआई भाषा)