नई दिल्ली : मार्च में कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित किए गए ऑल इंग्लैंड ओपन के बाद से शुरू होने वाले टूर्नामेंटों में थॉमस एंड उबर कप पहला शीर्ष स्तर का बैडमिंटन टूर्नामेंट हो सकता है. लेकिन अब उस पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने शनिवार को बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है कि अब तक पांच देश तीन से 13 अक्टूबर तक होने वाले इस थॉमस एंड उबर कप से अपना नाम वापस ले चुके हैं.
इस बीच, भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी शुभांकर डे को उम्मीद है कि खिलाड़ियों पर वित्तीय दबाव कम करने के लिए टूर्नामेंट खेले जा सकते हैं. वो थॉमस एंड उबर कप टीम का हिस्सा हैं.
शुभांकर ने एक समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा, " मैंने डेनमार्क में कुछ दोस्तों से बात की है. उन्होंने मुझसे कहा है कि इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया इस टूनामेंट से हट गए हैं और अब अगर चीन भी हट जाता है तो ये रद हो सकता है. मैं केवल इतना ही कह सकता हूं कि अगर थॉमस एंड उबर कप और अन्य टूर्नामेंटों का आयोजन होता है तो ये अच्छा होगा."
उन्होंने कहा, " खिलाड़ी अभी से डर रहे हैं क्योंकि जब तक हम टूर्नामेंट में खेलेंगे नहीं तब तक हमें पैसे नहीं मिलेगा. स्पॉन्सरशिप भी नहीं आ रही है, इसलिए हम काफी समस्याओं का सामना कर रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि अन्य टीमों के हटने पर भी थॉमस कप जैसे टूर्नामेंट होंगे."
भारतीय युवा बैडमिंटन स्टार ने कहा, " मैं समझता हूं कि वे भी प्रायोजकों के मामले में संघर्ष कर रहे हैं. हम बस अच्छा होने की उम्मीद करते हैं. मैं वास्तव में खेलना चाहता हूं और मैंने जिस भी टीम साथी से बात की है वो भी खेलना चाहते है." शुभांकर ने साथ ही कहा कि कोविड-19 के कारण लंबे समय तक खेलों से दूर रहने के बाद खिलाड़ी कुछ प्रतिस्पर्धी मैच खेलने के लिए उत्साहित हैं. शुभांकर ने अपना पिछला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट फरवरी में बार्सिलोना स्पेन मास्टर्स के पहले दौर में हमवतन किदांबी श्रीकांत के खिलाफ खेला था.
उन्होंने कहा, " एक खिलाड़ी के रूप में मैं कह सकता हूं कि हम टूर्नामेंट खेलने के लिए वास्तव में उत्साहित हैं. हमें प्रतिस्पर्धा करना पसंद हैं और साथ रहने का एहसास वास्तव में अलग है. हम हर दिन कड़ी मेहनत कर रहे हैं और अगर हम प्रतिस्पर्धा नहीं करते हैं तो इसका कोई उपयोग नहीं होगा.