हैदराबाद : भारत के पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी और मौजूदा राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा है कि ओलंपिक के लिए वे चाहते हैं जल्द से जल्द क्वॉलीफिकेशन खत्म हो जाएं और भारत से जरूर खिलाड़ी ओलंपिक जाएंगे.
कैसे मैनेज करते हैं वर्कलोड?
नए साल के पहले महीने में तीन टूर्नामेंट्स फिर पीबीएल और बार्सिलोना ओपन एक के एक बाद एक टूर्नामेंट आ रहे हैं. खिलाड़ी इस वर्कलोड को किस तरह मैनेज करते हैं, वो गोपीचंद ने बताया. उन्होंने कहा,"अभी तो ओलंपिक क्वॉलीफिकेशन का आखिरी पड़ाव है, इसलिए जर्मन, ऑल इंग्लैंड, स्विस, इंडिया ओपन, सिंगापुर ओपन, मलेशिया ओपन और न्यूजीलैंड ओपन ये सात टूर्नामेंट्स के बाद ओलंपिक क्वॉलीफिकेशन होगा इसलिए तबतक प्लेयर्स अभी खेलते रहेंगे. उम्मीद है जल्दी क्वॉलीफिकेशन खत्म हो जाए और ट्रेनिंग करने के लिए मौके मिल सके. मई, जून, जुलाई में अच्छी ट्रेनिंग हो सकेगी."
ओलंपिक्स की कैसी तैयारियां है और कितने खिलाड़ी टोक्यो जा सकते हैं?
ओलंपिक्स के बारे में गोपीचंद ने कहा है कि वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द क्वॉलीफिकेशन खत्म हो जाएं और आने वाले टूर्नामेंट्स में भी खिलाड़ियों को प्रदर्शन देना है. उम्मीद है कि बहुत सारे लोग क्वॉलीफाई करें. क्योंकि मैं मानता हूं कि भारत ओलंपिक जाएगा और मेडल के लिए स्कोप है.
देश में कोच और और कोचिंग सेंटर के आंकड़ें बढ़ने चाहिए?
गोपीचंद ने कहा,"जरूर होने चाहिए. मुझे लगता है कि हमारा देश बहुत बड़ा है और बहुत टैलेंट हैं यहां. मैं सोचता हूं कि यहां देश के कोने-कोने में कोचिंग सेंटर और अकेडमी की जरूरत है. मुझे लगता है कि जो खिलाड़ी छोटे शहर और गांवों में हों उन्हें भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलना चाहिए."
ज्यादा कोच होने को लेकर गोपीचंद ने कहा,"जितने भी खिलाड़ी खेल रहे हैं और कोचिंग में रुचि रखते हैं वो रिटायरमेंट के बाद कोचिंग दे सकते हैं."
राजनीति के बारे में क्या सोचते हैं?
गोपीचंद ने कहा कि वे साइना नेहवाल को शुभकामनाएं देना चाहते हैं. उन्होंने कहा,"मैं साइना को बैडमिंटन करियर और पॉलिटिकल करियर के लिए शुभकामनाएं देता हूं लेकिन अगर मुझे मौका मिलेगा तो मुझे नहीं पता कि मैं क्या करूंगा. मैंने इसके बारे में कुछ सोचा ही नहीं है."