लिंगशुई : वल्र्ड नंबर-104 लक्ष्य ने पुरुष एकल वर्ग के तीसरे दौर में कोरिया के हा योंग वूंग को सीधे गेम में 21-14, 21-15 से पराजित किया। दोनों खिलाड़ियों के बीच करियर का यह पहला मैच था।
टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में सेन का सामना चीन के झोऊ झेक्वी से होगा। झेक्वी वर्ल्ड रैंकिंग में 42वें स्थान पर काबिज हैं। सेन ने कोरिया के प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और केवल 46 मिनट में मैच अपने नाम कर लिया।
पहले गेम में भारतीय खिलाड़ी ने दमदार शुरुआत की और 1-1 से स्कोर बराबर होने के बाद एक बार भी पीछे नहीं हुए। वूंग अपने खेल को दूसरे गेम में भी बेहतर नहीं कर पाए और मुकाबला हार गए।
चाइना मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन - चाइना मास्टर्स
भारत के युवा खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने गुरुवार को यहां चाइना मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है।
लिंगशुई : वल्र्ड नंबर-104 लक्ष्य ने पुरुष एकल वर्ग के तीसरे दौर में कोरिया के हा योंग वूंग को सीधे गेम में 21-14, 21-15 से पराजित किया। दोनों खिलाड़ियों के बीच करियर का यह पहला मैच था।
टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में सेन का सामना चीन के झोऊ झेक्वी से होगा। झेक्वी वर्ल्ड रैंकिंग में 42वें स्थान पर काबिज हैं। सेन ने कोरिया के प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और केवल 46 मिनट में मैच अपने नाम कर लिया।
पहले गेम में भारतीय खिलाड़ी ने दमदार शुरुआत की और 1-1 से स्कोर बराबर होने के बाद एक बार भी पीछे नहीं हुए। वूंग अपने खेल को दूसरे गेम में भी बेहतर नहीं कर पाए और मुकाबला हार गए।
चाइना मास्टर्स के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे लक्ष्य सेन
लिंगशुई : भारत के युवा खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने गुरुवार को यहां चाइना मास्टर्स बैडमिंटन टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। वल्र्ड नंबर-104 लक्ष्य ने पुरुष एकल वर्ग के तीसरे दौर में कोरिया के हा योंग वूंग को सीधे गेम में 21-14, 21-15 से पराजित किया। दोनों खिलाड़ियों के बीच करियर का यह पहला मैच था।
टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में सेन का सामना चीन के झोऊ झेक्वी से होगा। झेक्वी वर्ल्ड रैंकिंग में 42वें स्थान पर काबिज हैं। सेन ने कोरिया के प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और केवल 46 मिनट में मैच अपने नाम कर लिया।
पहले गेम में भारतीय खिलाड़ी ने दमदार शुरुआत की और 1-1 से स्कोर बराबर होने के बाद एक बार भी पीछे नहीं हुए। वूंग अपने खेल को दूसरे गेम में भी बेहतर नहीं कर पाए और मुकाबला हार गए।
Conclusion: