हैदराबाद: भारत की पूर्व डबल्स खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने गोपीचंद से बेहतर नतीजों के लिए उनकी अकादमी से डबल्स कैंप को हटाकर ज्वाला गुट्टा की अकादमी को देने का सुझाव दिया था. जिसका ईटीवी से बातचीत में भारत के मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने जवाब दिया है.
गोपीचंद ने तमिलनाडु बैडमिंटन सुपर लीग के शुभारंभ के मौके पर ईटीवी से कहा, "इस मुद्दे पर टिप्पणी करने के लिए कुछ भी नहीं है. पिछले 10 वर्षों के परिणामों को आप चेक करें."
ज्वाला ने सुझाव देते हुए कहा था, "हम अभी भी एक बैडमिंटन जोड़ी पर [टोक्यो ओलंपिक के लिए] भरोसा कर रहे हैं. हमारे पास कई डबल्स खिलाड़ी क्यों नहीं हैं? ये सही सवाल हैं. मैं इतने सालों से यही कह रही हूं. अगर हम चीन के साथ अपनी तुलना कर रहे हैं तो एक ड्रॉ में चार या पांच डबल्स के खिलाड़ी क्यों नहीं हैं, जबकि हमारे पास केवल एक जोड़ी है. हमें [मुख्य राष्ट्रीय कोच गोपीचंद से] सवाल पूछना चाहिए."
2010 के CWG गोल्ड मेडलिस्ट ने भारत में युगल गेम को बेहतर बनाने के लिए जरूरी दृष्टिकोण को समझाते हुए युगल शिविर को स्थानांतरित करने का सुझाव दिया था.
गुट्टा ने युगल खिलाड़ी बनाने में गोपीचंद के योगदान पर भी सवाल उठाया, लेकिन एकल खिलाड़ियों को बनाने को लेकर राष्ट्रीय कोच को श्रेय भी दिया.
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गुट्टा ने कहा था, "दृष्टिकोण, कौशल, फुटवर्क, युगल के बारे में सब कुछ अलग है. मैं ये कब से कह रही हूं, युगल शिविर को उस विशेष स्थान (गोपीचंद अकादमी) से दूर जाना चाहिए. मुझे एक युगल जोड़ी बताइए जो मुख्य कोच गोपीचंद ने बनाई हो? मैं उन्हें एकल खिलाड़ियों को बनाने को लेकर श्रेय दूंगी. जब आपके पास विशेषज्ञता नहीं है, तो आपके साथ युगल का बेस रखने का क्या मतलब है.”