कोपेनहेगेन: विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने अपनी 81वीं आम बैठक (एजीएम) में अध्यक्ष पद के लिए चार कार्यकाल की सीमा तय कर दी है. उसने अपने संविधान में बदलाव करते हुए कहा है परिषद में और प्रत्येक महाद्वीपीय क्षेत्र के प्रतिनिधियों में प्रत्येक जेंडर का कम से कम 30 प्रतिशत प्रतिनिधित्व रहेगा.
बीडब्ल्यूएफ के अध्यक्ष पाउल एरिक होयेर ने एक बयान में कहा,"मैं सभी सदस्यों को बीडब्ल्यूएफ की परिषद में लिंग समानता के लिए किए गए संवैधानिक बदलाव को मंजूरी देने और बीडब्ल्यूएफ के प्रबंधन को सुधारने के लिए एक मजबूत कदम उठाने के लिए बधाई देता हूं."
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BWF Membership approve constitutional change to ensure #GenderEquality on BWF Council during vote at first BWF Virtual AGM.#BWF #Badmintonhttps://t.co/a4wNgIb1hK
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उन्होंने कहा,"वर्चुअल एजीएम ने हर साल 31 जुलाई से पहले एजीएम आयोजित करने की हमारी जरूरत को पूरा किया और साथ ही हमें मौका दिया है कि हम अपने प्रबंधन को सुधारने के लिए जरूरी कदम उठा सकें."
एजीएम कोरोनावायरस के कारण वर्चुअली आयोजित की गई. लिंग समानता का फैसला अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) द्वारा अंतरराष्ट्रीय महासंघों को दिए गए लक्ष्यों के मद्देनजर लिया गया है.
कोरोनावायरस के कारण 16 से 20 दिसंबर के बीच होने वाले विश्व टूर फाइनल्स का आयोजन रद किया गया है. इसके अलावा 15 से 20 सितंबर के बीच होने वाले चीन ओपन वर्ल्ड टूर सुपर 1000 टूर्नामेंट भी नहीं खेला जाएगा. वहीं ओपन वर्ल्ड टूर सुपर 750 जो तीन से आठ नवंबर के बीच होना था वो भी नहीं खेला जाएगा.
इससे पहले, बीडब्ल्यूएफ ने चीन मास्टर्स और डच ओपन को रद करने का फैसला किया था.