ETV Bharat / bharat

क्या है APAAR ID? आधार कार्ड से कितनी है अलग, कैसे छात्रों को मिलेगा लाभ? जानें सब कुछ

APAAR ID छात्रों को प्री-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक अपनी शैक्षिक यात्रा और उपलब्धियों को ट्रैक करने के लिए आजीवन पहचानकर्ता प्रदान करेगा.

APAAR ID से कैसे छात्रों को मिलेगा लाभ
APAAR ID से कैसे छात्रों को मिलेगा लाभ (सांकेतिक तस्वीर)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 10 hours ago

नई दिल्ली: इस साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने प्रस्ताव दिया था कि स्कूली छात्रों के सभी शिक्षा रिकॉर्ड को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत 2026-27 तक 'एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी' पहल में इंटिग्रेटेड किया जाएगा.

इस पहल का उद्देश्य डिग्री, छात्रवृत्ति, पुरस्कार और अन्य क्रेडिट सहित संपूर्ण शैक्षणिक रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से यूनिफाइड ऑटोमैटिड परमानेंट अकाउंट रजिस्ट्री (APAAR) आईडी में समेकित करना है. यह कार्यक्रम सभी छात्रों के लिए ओपन है. APAAR का उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए सिंगल, विश्वसनीय संदर्भ प्रदान करके धोखाधड़ी और डुप्लिकेट शैक्षिक प्रमाणपत्रों को कम करना है.

APAAR का उद्देश्य और महत्व क्या है?
APAAR ID छात्रों को प्री-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक अपनी शैक्षिक यात्रा और उपलब्धियों को ट्रैक करने के लिए आजीवन पहचानकर्ता प्रदान करेगा. APAAR ID उन छात्रों के लिए काफी मददगार होगा, जिनके माता-पिता एक शहर से दूसरे शहर या एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रांसफर होते हैं. यह ID छात्रों को शैक्षिक संसाधनों तक पहुंचने में भी मदद करेगी.

APAAR ID का इस्तेमाल मल्टीपल उपयोग के लिए भी किया जाएगा, जैसे एनटीए द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षाएं, एडमिशन, छात्रवृत्ति वितरण, सरकारी लाभों का हस्तांतरण, पुरस्कार जारी करना, छात्रों, शिक्षकों और अन्य यूजर्स के लिए मान्यता आदि.

APAAR ड्रॉपआउट छात्रों की निगरानी करने और उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए भी उपयोगी होगा. इसका उद्देश्य सकारात्मक बदलाव लाना है, जिससे राज्य सरकारों को साक्षरता दर, ड्रॉपआउट दर और अन्य चीजों पर नजर रखने में मदद मिलेगी, जिससे उन्हें सुधार करने में मदद मिलेगी.

APAAR, आधार से किस तरह अलग है?
आधार या यूनिक आइडेंटिफिकेशन ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) एक 12 अंकों की विशिष्ट पहचान संख्या है, जिसे भारत के सभी निवासी स्वेच्छा से प्राप्त करते हैं. यह उनके बायोमेट्रिक्स पर आधारित है, ताकि नागरिकों को कुछ सरकारी लाभ और सब्सिडी आवंटित करने की अधिक सुव्यवस्थित और पारदर्शी विधि को सक्षम किया जा सके.

वहीं, APAAR छात्रों के लिए एक आजीवन पहचान पत्र होगा, जिससे वे प्री-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक अपनी शैक्षिक यात्रा और उपलब्धियों को ट्रैक कर सकेंगे. यह आधार की जगह नहीं लेगा बल्कि शैक्षिक ट्रैकिंग उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.

APAAR कैसे काम करता है?
APAAR ID एक यूनीक अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है, जो प्रत्येक छात्र से जुड़ा होगा. यह डिजिलॉकर इकोसिस्टम तक पहुंचने का एक प्रवेश द्वार है जो छात्रों की सभी उपलब्धियों जैसे परीक्षा परिणाम, समग्र रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, सीखने के परिणाम के अलावा छात्रों की अन्य उपलब्धियों जैसे कि ओलंपियाड, खेल, स्किल ट्रेनिंग या किसी भी क्षेत्र को डिजिटल रूप से स्टोर करेगा है.

क्या APAAR को आधार से जोड़ा जाएगा?
हां, APAAR ID को छात्र की आधार ID से जोड़ा जाएगा. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि APAAR ID आधार ID की जगह नहीं लेगी. उल्लेखनीय है कि छात्र का आधार माता-पिता की सहमति से APAAR आईडी से जोड़ा जाएगा. आधार के बिना छात्रों के लिए सहायता प्रदान की जाती है और एक बार प्राप्त होने के बाद इसे APAAR आईडी से जोड़ा जाएगा. यह आईडी पूरे स्कूली शिक्षा प्रणाली में एक यूनिवर्सल स्टूडेंट आइडेंटिफायर के रूप में काम करेगी, जिसकी शुरुआत सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों से होगी.

APAAR ID में कौन सी जानकारी शामिल होती हैं?
छात्र के सभी शैक्षणिक डेटा को शामिल करने के अलावा, APAAR में छात्र की शैक्षिक यात्रा, उपलब्धियों, प्रमाणपत्रों आदि से संबंधित जानकारी भी शामिल होगी. इसमें छात्र के ब्लड ग्रुप, ऊंचाई और वजन जैसी अतिरिक्त जानकारी भी शामिल होंगी.

APAAR कब लागू होगा?
APAAR ID का कार्यान्वयन एक सतत प्रक्रिया है. राज्य शिक्षा विभागों ने शैक्षणिक संस्थानों को APAAR ID के महत्व और प्रासंगिकता पर चर्चा करने के लिए शिक्षकों और अभिभावकों के बीच बैठकें आयोजित करने का निर्देश दिया है. शिक्षा मंत्रालय ने ID के माध्यम से सभी छात्रों के शिक्षा रिकॉर्ड को 100 फीसदी इंटिग्रेट करने के लिए 2026-27 की समय सीमा प्रस्तावित की है.

क्या सभी छात्रों के लिए APAAR ID अनिवार्य है?
हालांकि, सरकार सभी छात्रों को इस पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, लेकिन भागीदारी स्वैच्छिक है, अनिवार्य नहीं. माता-पिता के पास अपने बच्चे की APAAR ID के लिए सहमति देने का विकल्प है. छात्रों के लिए APAAR ID बनाने से पहले स्कूलों को माता-पिता से सहमति लेनी होगी। माता-पिता किसी भी समय अपनी सहमति वापस लेने का विकल्प चुन सकते हैं.

नाबालिगों के लिए, माता-पिता को सहमति फॉर्म पर हस्ताक्षर करना होगा, जिससे मंत्रालय UIDAI के साथ प्रमाणीकरण के लिए छात्र के आधार नंबर का उपयोग कर सकेगा.

यह भी पढ़ें- आपकी जानकारी के बिना आपका आधार तो यूज नहीं कर रहा कोई? ऐसे करें चेक

नई दिल्ली: इस साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने प्रस्ताव दिया था कि स्कूली छात्रों के सभी शिक्षा रिकॉर्ड को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत 2026-27 तक 'एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी' पहल में इंटिग्रेटेड किया जाएगा.

इस पहल का उद्देश्य डिग्री, छात्रवृत्ति, पुरस्कार और अन्य क्रेडिट सहित संपूर्ण शैक्षणिक रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से यूनिफाइड ऑटोमैटिड परमानेंट अकाउंट रजिस्ट्री (APAAR) आईडी में समेकित करना है. यह कार्यक्रम सभी छात्रों के लिए ओपन है. APAAR का उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए सिंगल, विश्वसनीय संदर्भ प्रदान करके धोखाधड़ी और डुप्लिकेट शैक्षिक प्रमाणपत्रों को कम करना है.

APAAR का उद्देश्य और महत्व क्या है?
APAAR ID छात्रों को प्री-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक अपनी शैक्षिक यात्रा और उपलब्धियों को ट्रैक करने के लिए आजीवन पहचानकर्ता प्रदान करेगा. APAAR ID उन छात्रों के लिए काफी मददगार होगा, जिनके माता-पिता एक शहर से दूसरे शहर या एक राज्य से दूसरे राज्य में ट्रांसफर होते हैं. यह ID छात्रों को शैक्षिक संसाधनों तक पहुंचने में भी मदद करेगी.

APAAR ID का इस्तेमाल मल्टीपल उपयोग के लिए भी किया जाएगा, जैसे एनटीए द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षाएं, एडमिशन, छात्रवृत्ति वितरण, सरकारी लाभों का हस्तांतरण, पुरस्कार जारी करना, छात्रों, शिक्षकों और अन्य यूजर्स के लिए मान्यता आदि.

APAAR ड्रॉपआउट छात्रों की निगरानी करने और उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए भी उपयोगी होगा. इसका उद्देश्य सकारात्मक बदलाव लाना है, जिससे राज्य सरकारों को साक्षरता दर, ड्रॉपआउट दर और अन्य चीजों पर नजर रखने में मदद मिलेगी, जिससे उन्हें सुधार करने में मदद मिलेगी.

APAAR, आधार से किस तरह अलग है?
आधार या यूनिक आइडेंटिफिकेशन ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) एक 12 अंकों की विशिष्ट पहचान संख्या है, जिसे भारत के सभी निवासी स्वेच्छा से प्राप्त करते हैं. यह उनके बायोमेट्रिक्स पर आधारित है, ताकि नागरिकों को कुछ सरकारी लाभ और सब्सिडी आवंटित करने की अधिक सुव्यवस्थित और पारदर्शी विधि को सक्षम किया जा सके.

वहीं, APAAR छात्रों के लिए एक आजीवन पहचान पत्र होगा, जिससे वे प्री-प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक अपनी शैक्षिक यात्रा और उपलब्धियों को ट्रैक कर सकेंगे. यह आधार की जगह नहीं लेगा बल्कि शैक्षिक ट्रैकिंग उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.

APAAR कैसे काम करता है?
APAAR ID एक यूनीक अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है, जो प्रत्येक छात्र से जुड़ा होगा. यह डिजिलॉकर इकोसिस्टम तक पहुंचने का एक प्रवेश द्वार है जो छात्रों की सभी उपलब्धियों जैसे परीक्षा परिणाम, समग्र रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, सीखने के परिणाम के अलावा छात्रों की अन्य उपलब्धियों जैसे कि ओलंपियाड, खेल, स्किल ट्रेनिंग या किसी भी क्षेत्र को डिजिटल रूप से स्टोर करेगा है.

क्या APAAR को आधार से जोड़ा जाएगा?
हां, APAAR ID को छात्र की आधार ID से जोड़ा जाएगा. हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि APAAR ID आधार ID की जगह नहीं लेगी. उल्लेखनीय है कि छात्र का आधार माता-पिता की सहमति से APAAR आईडी से जोड़ा जाएगा. आधार के बिना छात्रों के लिए सहायता प्रदान की जाती है और एक बार प्राप्त होने के बाद इसे APAAR आईडी से जोड़ा जाएगा. यह आईडी पूरे स्कूली शिक्षा प्रणाली में एक यूनिवर्सल स्टूडेंट आइडेंटिफायर के रूप में काम करेगी, जिसकी शुरुआत सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों से होगी.

APAAR ID में कौन सी जानकारी शामिल होती हैं?
छात्र के सभी शैक्षणिक डेटा को शामिल करने के अलावा, APAAR में छात्र की शैक्षिक यात्रा, उपलब्धियों, प्रमाणपत्रों आदि से संबंधित जानकारी भी शामिल होगी. इसमें छात्र के ब्लड ग्रुप, ऊंचाई और वजन जैसी अतिरिक्त जानकारी भी शामिल होंगी.

APAAR कब लागू होगा?
APAAR ID का कार्यान्वयन एक सतत प्रक्रिया है. राज्य शिक्षा विभागों ने शैक्षणिक संस्थानों को APAAR ID के महत्व और प्रासंगिकता पर चर्चा करने के लिए शिक्षकों और अभिभावकों के बीच बैठकें आयोजित करने का निर्देश दिया है. शिक्षा मंत्रालय ने ID के माध्यम से सभी छात्रों के शिक्षा रिकॉर्ड को 100 फीसदी इंटिग्रेट करने के लिए 2026-27 की समय सीमा प्रस्तावित की है.

क्या सभी छात्रों के लिए APAAR ID अनिवार्य है?
हालांकि, सरकार सभी छात्रों को इस पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, लेकिन भागीदारी स्वैच्छिक है, अनिवार्य नहीं. माता-पिता के पास अपने बच्चे की APAAR ID के लिए सहमति देने का विकल्प है. छात्रों के लिए APAAR ID बनाने से पहले स्कूलों को माता-पिता से सहमति लेनी होगी। माता-पिता किसी भी समय अपनी सहमति वापस लेने का विकल्प चुन सकते हैं.

नाबालिगों के लिए, माता-पिता को सहमति फॉर्म पर हस्ताक्षर करना होगा, जिससे मंत्रालय UIDAI के साथ प्रमाणीकरण के लिए छात्र के आधार नंबर का उपयोग कर सकेगा.

यह भी पढ़ें- आपकी जानकारी के बिना आपका आधार तो यूज नहीं कर रहा कोई? ऐसे करें चेक

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.