हैदराबाद: कोरोना वायरस की चपेट में दुनिया भर में एक लाख से अधिक लोग हैं. इस वायरस की वजह से कई हजार लोगों की मौत भी हो चुकी है. भारत में भी कोरोना वायरस के पीड़ितों की संख्या दिनो-दिन बढ़ रही है. जिसके कारण कई टूर्नामेंट को रद कर दिया गया है. कोरोना वायरस के कारण पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी को अपने संचालन को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
2008 के बाद पहली बार बंद हुई अकादमी
बैडमिंटन अकादमी, जहां से कई स्टार खिलाड़ियों ने अपने करियर को नई दिशा प्रदान की. वहीं भारतीय बैडमिंटन को नई ऊचाईयां प्रदान करने का काम कर रही है. 2008 में अपनी स्थापना के बाद पहली बार इस अकादमी के दरवाजे बंद कर दिए गए हैं. भारत के मुख्य राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने 31 मार्च तक इसके संचालन को स्थगित करने का फैसला किया है.
तेलंगाना सरकार ने COVID-19 के प्रसार को रोकने के प्रयास में निर्देश जारी किए. जिसकी वजह से भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (BAI) ने हैदराबाद में अपनी अकादमी भी बंद कर दी.
SAI भी अपनी सुविधाओं को बंद कर रहा है
पुलेला गोपीकॉल ने कहा, "पहली प्राथमिकता खिलाड़ियों और उनके आसपास के लोगों का स्वास्थ्य है. SAI, BAI और राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार ये स्पष्ट है कि इनडोर, आउटडोर स्टेडियम को बंद करना होगा. SAI भी अपनी सुविधाओं को बंद कर रहा है."
खिलाड़ियों के प्रशिक्षण जो प्रभावित होंगे के बारे में पूछे जाने पर गोपीचंद ने कहा, "हमें अब तक कुछ भी पता नहीं है. एक बार जब हम बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) के टूर्नामेंट कार्यक्रम को जान लेंगे, तो हम उसके अनुसार योजना बनाएंगे. खिलाड़ियों को आराम करने का समय मिलेगा. कुछ फिटनेस पहलुओं पर काम करें.''
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तेलंगाना सरकार ने शनिवार को एक मेडिकल एडवाइजरी जारी करते हुए सभी शिक्षण संस्थानों, मूवी थिएटर, जिम, कोचिंग सेंटर और खेल के मैदानों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दिया है.