हैदराबाद : शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ियों अश्विनी पोनप्पा और लक्ष्य सेन उन लगभग 20 खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने बेंगलुरू की प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकैडमी (पीपीबीए) में दोबारा ट्रेनिंग शुरू कर दी है. इससे खेल ने कोविड-19 महामारी के कारण ब्रेक के बाद दोबारा बहाली की ओर पहला कदम बढ़ाया.
कोरोनावायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण दो महीने से अधिक समय तक बैडमिंटन खिलाड़ियों को अपने-अपने घरों में ही रुकना पड़ा. अब इनमें से कई खिलाड़ियों ने पीपीबीए में ट्रेनिंग शुरू कर दी है.
इससे पहले भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने पिछले महीने के अंत में ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने को लेकर नियम तय किए थे. पीपीबीए के मुख्य कोच और निदेशक विमल कुमार ने कहा, "कुछ शीर्ष राष्ट्रीय खिलाड़ी पिछले दो हफ्तों से यहां ट्रेनिंग कर रहे हैं. हमारे पास 16 कोर्ट हैं और लगभग 20 भारतीय खिलाड़ी फिलहाल यहां ट्रेनिंग कर रहे हैं. हमने उनके लिए अलग-अलग समय और सत्र तैयार किए हैं."
विमल ने कहा, "हमारे कुल 65 में से अधिकांश ट्रेनी फिलहाल शहर में नहीं हैं लेकिन वो यहां आकर ट्रेनिंग करने के लिए उत्सुक हैं." विमल ने हालांकि कहा कि इस समय ट्रेनिंग वैकल्पिक है. अकादमी में फिलहाल जो खिलाड़ी ट्रेनिंग कर रहे हैं उनमें तीन बार की राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता युगल विशेषज्ञ अश्विनी, दुनिया के 13वें नंबर के पूर्व खिलाड़ी अजय जयराम और पिछले साल शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच खिताब जीतने वाले लक्ष्य शामिल हैं.
इनके अलावा भारत की ओर से नियमित रूप से खेलने वाले मिथुन मंजूनाथ, बीएम राहुल भारद्वाज और मेसनाम मेइराबा भी यहां ट्रेनिंग कर रहे हैं. भारत के पूर्व कोच विमल ने कहा कि खेल से इतने लंबे समय तक दूर रहने के कारण शीर्ष खिलाड़ियों का पैनापन प्रभावित होने की संभावना है और उन्हें लय में आने के लिए लगभग छह हफ्ते का समय लगेगा.
उन्होंने कहा, "एलीट खिलाड़ियों के लिए काफी मुश्किल होगी क्योंकि इन दो-तीन महीनों में उन्होंने कम से कम अपना 30 से 40 प्रतिशत पैनापन खो दिया होगा. कुल स्तर में भी गिरावट आई होगी. उन्हें अच्छी लय में आने के लिए डेढ़ महीने का समय लगेगा."