ईटीवी भारत सितारा : क्या आपने कभी सोचा था कि ये वेब सीरीज इतनी पॉपुलर हो जाएगी?
इश्वाक : मुझे ये तो पता था कि यह कुछ खास है. स्क्रिप्ट कमाल की थी. मैं आमतौर पर बहुत सारी स्क्रिप्ट्स डाउनलोड करके पढ़ता हूं. तो, इसमें बहुत सॉलिड मैसेज था. लेकिन जब तक रिलीज नहीं हो जाता आपको पता नहीं होता कि क्या होने वाला है. पूरी टीम परफेक्ट थी. यह एक अच्छे नाटक की तरह है जिसमें तंज, हाजिरजवाबी के आयाम, वास्तविक किरदार और असली मोमेंट्स हैं. सीरीज सभी खानों को टिक करती है और यह उम्मीद से परे था.
ईटीवी भारत सितारा : ऑडिशन कैसा था?
इश्वाक : इंडस्ट्री मे, आपको छोटे से कैरेक्टर के लिए भी ऑडिशन देना पड़ता है, चाहे 5 मिनट का ही क्यों न हो. अंसारी के रोल के लिए बहुत सारे ऑडिशन हुए. अगर आप मुंबई में हैं, तो आप कास्टिंग डायरेक्टर्स की लिस्ट में जगह बना सकते हैं. और अगर किसी को काम का अनुभव है, तो उसे और ज्यादा पसंद किया जाता है. मेरा ऑडिशन काफी लंबा था, बाद में, एक अच्छी सुबह उन्होंने मुझे कॉल किया.
ईटीवी भारत सितारा : अंसारी एक पुलिसवाला है जो आईपीएस ऑफिसर बनना चाहता है. पुलिस की वर्दी पहनने के बाद आपको कैसा लग रहा था?
इश्वाक : बहुत सारी तैयरियां करनी पड़ी. मैंने बाहरी जमुना पार्क और बाहरी जिला पुलिस थानों में भी टाइम बिताया. मैं सुबह 8 बजे निकल जाता था और रात को 8 बजे वापस आता था. मेरी पुसिलवालों से बहुत सारी बातें हुई, हमने इंवेस्टिगेशन के बारे में चर्चा की. मैंने इस तरह का किरदार पहले स्टेज पर भी निभाया है, मैं आर्मी ऑफिसर बना था.
ईटीवी भारत सितारा : क्या आप थिएटर आर्टिस्ट हैं?
इश्वाक : हां. मैंने 2010 में थिएटर जॉइन किया था और 2018 तक लगतार नाटक किए. मैंने महीने में 2-3 नाटक किए हैं. मैं अस्मिता थिएटर ग्रुप का हिस्सा था.
ईटीवी भारत सितारा : क्या थिएटर आर्टिस्ट वेब सीरीज को ज्यादा पसंद करते हैं?
इश्वाक : आर्टिस्टों को सिखाने के लिए थिएटर के अपने पारंपरिक तरीके हैं. एक्टिंग स्कूल अलग तरीके से सिखाता है. मैं आर्किटेक्चर पढ़ रहा था और मेरा स्पोर्ट्स में भी मन था. मुझे पता है कि स्किल्स कैसे हासिल करते हैं. मैं एक्टिंग की बेसिक स्किल्स का मास्टर बनना चाहता था और वो भी पारंपरिक तरीके से. हमेशा से एक पारंपरिक थिएटर ग्रुप का हिस्सा बनना था. मैं शो करने के लिए बाहर भी जाया करता था. अच्छे और बुरे परफॉर्म हर जगह हैं. थिएटर में कुछ लोग हैं जो अच्छा नहीं करते. दूसरी तरफ, कुछ लोगों ने ट्रेनिंग हासिल नहीं की है, लेकिन आपके पास जुनून होना चाहिए. ऐसा माहौल चुनिए जहां सीखने का मौका मिले.
ईटीवी भारत सितारा : क्या अनुष्का शर्मा पाताल लोक के सेट्स पर आती थीं, क्या आपकी उनसे मुलाकात हुई?
इश्वाक : शूटिंग 6 महीने के लिए थी. और जिस तरह से मैंने शूट की, उनसे नहीं मिल पाया. आमतौर पर निर्माता सेट्स पर नहीं आते. उनके बदले एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर आते हैं. मैं उनके भाई से कई बार मिला हूं.
ईटीवी भारत सितारा : क्या आप शूटिंग के दिनों को याद करते हैं?
इश्वाक : मुझे सबकुछ याद आता है. हम बहुत एन्जॉय किया करते थे. हालांकि, कोई लगातार शूटिंग नहीं थी, बीच बीच में गैप भी था. हम सभी संपर्क में हैं. मैं बहुत नॉस्टैल्जिक हो रहा हूं क्योंकि लोग रिलीज के बाद बहुत सारी तस्वीरें पोस्ट कर रहे हैं. मुझे याद है कि शूटिंग कैसे हुआ करती थी.
ईटीवी भारत सितारा : हाथीराम चौधरी उर्फ जयदीप अहलावत के साथ शूटिंग में आपका ताल-मेल कैसा था?
इश्वाक : मुझे उनका काम 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' में पसंद आया था. उन्हें बहुत मिस करता हूं. उनके साथ बिताए दिन काफी स्पेशल हैं मेरे लिए. हमने इस बारे में बात भी की. वह भी थिएटर से हैं. हमारी अच्छी बॉन्डिंग है. हमारे बीच सम्मान की भावना है. हमारी बॉन्डिंग स्क्रीन पर भी नजर आई है.
ईटीवी भारत सितारा : क्या अंसारी के किरदार ने आपको बॉलीवुड का रास्ता दे दिया है?
इश्वाक : कई फिल्म निर्माता इस बारे में सोशल मीडिया पर बात कर रहे हैं, खासकर कैरेक्टर अंसारी के बारे में. ये अच्छी बात है. अगर सबकुछ सही रहा, तो उम्मीद भी है. अनुराग कश्यप और हंसल मेहता जैसे लोगों ने किरदार की तारीफ की है.
ईटीवी भारत सितारा : किसकी तारीफ ने आपका दिल छू लिया?
इश्वाक : मैं इस तरह किसी का नाम नहीं लेना चाहता लेकिन अनुराग कश्यप और हंसल मेहता ने जो कुछ लिखा उसने मेरा दिल छू लिया.
ईटीवी भारत सितारा : अंसारी अल्पसंख्यक समुदाय से आता है. जब वो आईपीएस बनने जा रहा है तो एक डायलॉग है, एक उंचे ओहदे की महिला कहती है, 'यहां ये कम्युनिटी से भी लोग आते हैं.' इस पर आपकी क्या राय है?
इश्वाक : एक कैरेक्टर बनाते वक्त आपको उसकी तह में जाना पड़ता है. यह किरदार एक तरह से हाशिए पर रहा है. समाज में जाति, वर्ग, सेक्सुएलिटी और जेंडर आदि जैसे कई मुद्दे हैं... मैंने ये यूएसए में झेला है. मुझे लगता था कि मैं बाहरी हूं. अंसारी के साथ भी यही हुआ. वेब सीरीज में कई मानवीय भावनाएं हैं जो प्रमुखता से दिखाई गई हैं.