मथुरा : फिल्म अभिनेता शेखर सुमन (Shekhar Suman) धर्म नगरी वृंदावन पहुंचे. यहां उन्होंने ज्ञान गुदड़ी स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर (Laxmi Narayan temple) में अपने परिवार के साथ पूजा-अर्चना की. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में अभिनेता शेखर सुमन ने कहा कि जो लोग समाज को मजहब के नाम पर बांटने प्रयास कर रहे हैं, उनसे दूर रहने में ही भलाई है.
उन्होंने कहा कि जब सभी धर्म यह सिखाते हैं कि ईश्वर एक है तो फिर लड़ाई किस बात की. कहा कि जो लोग हर चीज में 'वाद' लगा रहे हैं, उन लोगों से दूर रहकर हमें पुराने हिंदुस्तान की परंपरा को आगे लेकर चलना चाहिए. अभिनेता शेखर सुमन ने कहा कि इंसानियत से बड़ा मजहब कोई और नहीं है.
उन्होंने कहा कि अगर आपने एक दूसरे का भाईचारा समझ लिया, एक दूसरे की मोहब्बत समझ ली तो कहीं कोई तकलीफ नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि यह जो भगवाकरण है या जातिवाद है या जो भी वाद है, उस वाद को हटा दें और सिर्फ इंसानी वाद को लेकर चले.
शेखर सुमन ने कहा कि जब आप जाति, धर्म या मजहब को टुकड़ों में बांटना शुरू कर देंगे, जब आप ब्रैकेट में हर चीज को डाल देंगे तो वह एक टकराव पैदा करने लगेगा. पहले जो हिंदुस्तान था, वह बहुत खूबसूरत था. उसी संस्कार और उसी भाव को लेकर हमें आगे चलना है. जो भी टकराव पैदा करने की बात कर रहा है, उसका साथ नहीं देना है.
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शेखर सुमन ने कहा कि जो भी कह रहे हैं तेरा अल्लाह और मेरा ईश्वर, वह सब गलत हैं. जब सभी मजहब यही सिखाते हैं कि ईश्वर एक है, भगवान एक है, गॉड एक है तो फिर लड़ाई किस बात की है.
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