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दिल्ली के प्रदूषण पर इस एक्टर ने जताई चिंता, कहा- 'हवा अभी भी असुरक्षित'

हॉलीवुड एक्टर लियोनार्डो डिकैप्रियो ग्लोबल वार्मिंग और उसके पर्यावरण पर प्रभाव को लेकर हमेशा बातचीत करते रहते हैं. अब उन्होंने दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है.

Leonardo DiCaprio posts about Delhi's #RightToBreathe protest; says 'air pollution the 5th-largest killer in India'
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Published : Nov 20, 2019, 3:07 PM IST

मुंबई : एक्टर लियोनार्डो डिकैप्रियो ग्लोबल वार्मिंग और उसके पर्यावरण पर प्रभाव को लेकर हमेशा बातचीत करते रहते हैं. अब उन्होंने दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है. एक्टर ने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक लंबा-चौड़ा नोट लिखा है. नोट के साथ कुछ फोटोज भी शेयर की हैं. फोटोज इंडिया गेट की हैं, जिसमें लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं.

अपने नोट में लियोनार्डो ने लिखा- '1500 से ज्यादा लोग दिल्ली में इंडिया गेट पर इक्ट्ठा हुए. वो लोग शहर में बढ़ते पॉल्यूशन लेवल पर तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन की अनुसार, भारत में एयर पॉल्यूशन से लगभग हर साल 15 लाख लोगों की जान जाती है. ये आंकड़े वायु प्रदूषण को भारत में पांचवा सबसे बड़ा किलर बनाते हैं.'

आगे लियोनार्डो ने लिखा- 'सभी उम्र के लोग प्रदर्शन में शामिल हुए, जिसकी वजह से इस पर कार्रवाई की गई. 1. भारतीय प्रधानमंत्री के कार्यालय ने विरोध प्रदर्शन के कुछ ही घंटों के भीतर इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए एक विशेष पैनल का गठन किया. पैनल को 2 सप्ताह के भीतर इस मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार करनी थी. 2. भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकारों को एक सप्ताह के भीतर फसल और अपशिष्ट जलने के मुद्दे को ठीक करने के लिए कहा.'

'3. केंद्र ने स्वीकार किया कि ग्रीन फंड का उपयोग विषाक्त वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किया जाएगा. 4. भारतीय प्रधानमंत्री ने कृषि मंत्रालय को तत्काल उपकरण वितरित करने के लिए कहा ताकि फसल जलाना आवश्यक न हो. लेकिन इन तमाम वादों के बावजूद दिल्ली की हवा अभी भी असुरक्षित है. वायु प्रदूषण के सुरक्षित स्तर तक नहीं पहुंचता तब तक कार्यकर्ता दबाव बनाना जारी रखेंगे.'

मुंबई : एक्टर लियोनार्डो डिकैप्रियो ग्लोबल वार्मिंग और उसके पर्यावरण पर प्रभाव को लेकर हमेशा बातचीत करते रहते हैं. अब उन्होंने दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है. एक्टर ने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक लंबा-चौड़ा नोट लिखा है. नोट के साथ कुछ फोटोज भी शेयर की हैं. फोटोज इंडिया गेट की हैं, जिसमें लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं.

अपने नोट में लियोनार्डो ने लिखा- '1500 से ज्यादा लोग दिल्ली में इंडिया गेट पर इक्ट्ठा हुए. वो लोग शहर में बढ़ते पॉल्यूशन लेवल पर तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन की अनुसार, भारत में एयर पॉल्यूशन से लगभग हर साल 15 लाख लोगों की जान जाती है. ये आंकड़े वायु प्रदूषण को भारत में पांचवा सबसे बड़ा किलर बनाते हैं.'

आगे लियोनार्डो ने लिखा- 'सभी उम्र के लोग प्रदर्शन में शामिल हुए, जिसकी वजह से इस पर कार्रवाई की गई. 1. भारतीय प्रधानमंत्री के कार्यालय ने विरोध प्रदर्शन के कुछ ही घंटों के भीतर इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए एक विशेष पैनल का गठन किया. पैनल को 2 सप्ताह के भीतर इस मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार करनी थी. 2. भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकारों को एक सप्ताह के भीतर फसल और अपशिष्ट जलने के मुद्दे को ठीक करने के लिए कहा.'

'3. केंद्र ने स्वीकार किया कि ग्रीन फंड का उपयोग विषाक्त वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किया जाएगा. 4. भारतीय प्रधानमंत्री ने कृषि मंत्रालय को तत्काल उपकरण वितरित करने के लिए कहा ताकि फसल जलाना आवश्यक न हो. लेकिन इन तमाम वादों के बावजूद दिल्ली की हवा अभी भी असुरक्षित है. वायु प्रदूषण के सुरक्षित स्तर तक नहीं पहुंचता तब तक कार्यकर्ता दबाव बनाना जारी रखेंगे.'

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मुंबई : एक्टर लियोनार्डो डिकैप्रियो ग्लोबल वार्मिंग और उसके पर्यावरण पर प्रभाव को लेकर हमेशा बातचीत करते रहते हैं. अब उन्होंने दिल्ली के प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है. एक्टर ने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक लंबा-चौड़ा नोट लिखा है. नोट के साथ कुछ फोटोज भी शेयर की हैं. फोटोज इंडिया गेट की हैं, जिसमें लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं.



अपने नोट में लियोनार्डो ने लिखा- '1500 से ज्यादा लोग दिल्ली में इंडिया गेट पर इक्ट्ठा हुए. वो लोग शहर में बढ़ते पॉल्यूशन लेवल पर तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वर्ल्ड हेल्थ ओर्गेनाइजेशन की अनुसार, भारत में एयर पॉल्यूशन से लगभग हर साल 15 लाख लोगों की जान जाती है. ये आंकड़े वायु प्रदूषण को भारत में पांचवा सबसे बड़ा किलर बनाते हैं.'



आगे लियोनार्डो ने लिखा- 'सभी उम्र के लोग प्रदर्शन में शामिल हुए, जिसकी वजह से इस पर कार्रवाई की गई. 1. भारतीय प्रधानमंत्री के कार्यालय ने विरोध प्रदर्शन के कुछ ही घंटों के भीतर इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए एक विशेष पैनल का गठन किया. पैनल को 2 सप्ताह के भीतर इस मुद्दे पर रिपोर्ट तैयार करनी थी. 2. भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार और संबंधित राज्य सरकारों को एक सप्ताह के भीतर फसल और अपशिष्ट जलने के मुद्दे को ठीक करने के लिए कहा.'



'3. केंद्र ने स्वीकार किया कि ग्रीन फंड का उपयोग विषाक्त वायु प्रदूषण से निपटने के लिए किया जाएगा. 4. भारतीय प्रधानमंत्री ने कृषि मंत्रालय को तत्काल उपकरण वितरित करने के लिए कहा ताकि फसल जलाना आवश्यक न हो. लेकिन इन तमाम वादों के बावजूद दिल्ली की हवा अभी भी असुरक्षित है.  वायु प्रदूषण के सुरक्षित स्तर तक नहीं पहुंचता तब तक कार्यकर्ता दबाव बनाना जारी रखेंगे.'




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