ETV Bharat / sitara

कलाकारों के लिए सही तरह की आलोचना आवश्यक : विक्की कौशल

author img

By

Published : Oct 12, 2019, 10:35 AM IST

Updated : Oct 12, 2019, 2:32 PM IST

विक्की कौशल का मनाना है कि हर अभिनेता के लिए रचनात्मक आलोचना सफलता का एक जरिया है. वहीं, यह बढ़ने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है.

Vicky Kaushal: Right kind of criticism important for actors

नई दिल्ली: मात्र चार सालों में ही अभिनेता विक्की कौशल ने अपने दमदार अभिनय से महत्वपूर्ण और व्यावसायिक सफलता का स्वाद चख लिया है. अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने के साथ ही विक्की ने काफी लोकप्रियता हासिल की.

अभिनेता का मानना है कि सफलता के साथ आलोचना भी आती है. विक्की रचनात्मक आलोचना का स्वागत करते हैं, इसे वे कलाकारों के विकास के लिए आवश्यक मानते हैं.

विक्की ने आईएएनएस से कहा, "यदि आलोचना रचनात्मक होती है और यह आपको आत्मविश्वासी बनाती है तो लगता है कि, 'हां इसमें कोई बात है' और 'इसमें मैं कुछ कर सकता था जो सही क्लिक नहीं हुई' तो आपको इसका अनुसरण जरूर करना चाहिए."

अभिनेता ने आगे कहा, "कई बार आलोचना, गुस्से का भी परिणाम होता है. आपको अपनी सच्चाई पता होती है, इसलिए आप इसे पढ़ते हैं और इस पर विचार भी करते हैं. अगर यह समझ में आता है, तो आप इस पर विश्वास करते हैं, इस पर अमल करते हैं और उस क्षेत्र में काम भी करते हैं. अगर ऐसा नहीं होता है, तो फिर यह आपके काम को प्रभावित करता है."

हाल ही में अभिनेत्री नोरा फतेही के साथ संगीत वीडियो 'पछताओगे' में नजर आए 31 वर्षीय अभिनेता का कहना है कि आलोचना एक अभिनेता के जीवन का 'हिस्सा और अंश' है.

अभिनेता ने साल 2015 में फिल्म 'मसान' से शुरुआत की थी. उसके बाद विक्की ने 'राजी', 'संजू' और 'मनमर्जियां' जैसी फिल्मों में काम किया. उसके बाद साल की शुरुआत में 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' ने अभिनेता को बॉलीवुड के नामी शख्सियतों में शामिल किया.

आप अपनी सफलता का आनंद कैसे लेते हैं? इस सवाल के जवाब में अभिनेता ने कहा, "मैं सफलता का आनंद अपने काम पर अधिक ध्यान केंद्रित कर करता हूं, क्योंकि इसी वजह से मुझे सफलता मिली है. मैं अपनी पहचान को खोना नहीं चाहता. मुझे जो भी सम्मान और प्यार मिल रहा है, वह सिर्फ मेरे काम की वजह से है."

आप स्क्रीप्ट का चयन करते वक्त टेंपलेट का अनुसरण करते हैं, या अपने दिल की सुनते हैं? इस पर विक्की ने कहा, "मेरी कोशिश रहती है कि मैं एक ही जैसे किरदार को न दोहराउं। अगर मैंने हाल-फिलहाल कुछ किया है, तो विषय में फिर से हाथ नहीं लगाता हूं।"

नई दिल्ली: मात्र चार सालों में ही अभिनेता विक्की कौशल ने अपने दमदार अभिनय से महत्वपूर्ण और व्यावसायिक सफलता का स्वाद चख लिया है. अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने के साथ ही विक्की ने काफी लोकप्रियता हासिल की.

अभिनेता का मानना है कि सफलता के साथ आलोचना भी आती है. विक्की रचनात्मक आलोचना का स्वागत करते हैं, इसे वे कलाकारों के विकास के लिए आवश्यक मानते हैं.

विक्की ने आईएएनएस से कहा, "यदि आलोचना रचनात्मक होती है और यह आपको आत्मविश्वासी बनाती है तो लगता है कि, 'हां इसमें कोई बात है' और 'इसमें मैं कुछ कर सकता था जो सही क्लिक नहीं हुई' तो आपको इसका अनुसरण जरूर करना चाहिए."

अभिनेता ने आगे कहा, "कई बार आलोचना, गुस्से का भी परिणाम होता है. आपको अपनी सच्चाई पता होती है, इसलिए आप इसे पढ़ते हैं और इस पर विचार भी करते हैं. अगर यह समझ में आता है, तो आप इस पर विश्वास करते हैं, इस पर अमल करते हैं और उस क्षेत्र में काम भी करते हैं. अगर ऐसा नहीं होता है, तो फिर यह आपके काम को प्रभावित करता है."

हाल ही में अभिनेत्री नोरा फतेही के साथ संगीत वीडियो 'पछताओगे' में नजर आए 31 वर्षीय अभिनेता का कहना है कि आलोचना एक अभिनेता के जीवन का 'हिस्सा और अंश' है.

अभिनेता ने साल 2015 में फिल्म 'मसान' से शुरुआत की थी. उसके बाद विक्की ने 'राजी', 'संजू' और 'मनमर्जियां' जैसी फिल्मों में काम किया. उसके बाद साल की शुरुआत में 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' ने अभिनेता को बॉलीवुड के नामी शख्सियतों में शामिल किया.

आप अपनी सफलता का आनंद कैसे लेते हैं? इस सवाल के जवाब में अभिनेता ने कहा, "मैं सफलता का आनंद अपने काम पर अधिक ध्यान केंद्रित कर करता हूं, क्योंकि इसी वजह से मुझे सफलता मिली है. मैं अपनी पहचान को खोना नहीं चाहता. मुझे जो भी सम्मान और प्यार मिल रहा है, वह सिर्फ मेरे काम की वजह से है."

आप स्क्रीप्ट का चयन करते वक्त टेंपलेट का अनुसरण करते हैं, या अपने दिल की सुनते हैं? इस पर विक्की ने कहा, "मेरी कोशिश रहती है कि मैं एक ही जैसे किरदार को न दोहराउं। अगर मैंने हाल-फिलहाल कुछ किया है, तो विषय में फिर से हाथ नहीं लगाता हूं।"

Intro:Body:

नई दिल्ली: विक्की कौशल ने महज चार साल में अपने सराहनीय प्रदर्शन के साथ महत्वपूर्ण और व्यावसायिक सफलता का स्वाद चखा है. उन्होंने "उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक"के साथ एक एकल ब्लॉकबस्टर का प्रदर्शन किया और फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता.



आईएएनएस के साथ इंटरव्यू के दौरान अभिनेता का कहना है कि वह रचनात्मक आलोचना को सफलता का जरिया मानते हैं. वहीं, यह बढ़ने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है. विक्की ने आईएएनएस को बताया "अगर आलोचना रचनात्मक होती है तो यह आपको आत्मविश्वासी बनाती है. वहीं, आपको इसका अनुसरण करना चाहिए और इसे प्रगति में लेना चाहिए," 



उन्होंने कहा: "कभी-कभी, आलोचना गुस्से का एक परिणाम है इसलिए आप इसे पढ़ते हैं और इस पर विचार करते हैं. इस पर आप काम करें. यदि नहीं, तो आप इस पर रोक नहीं लगा सकते हैं. फिर, इससे आपका काम प्रभावित होगा."



"अभिनेता के जिंदगी में आलोचना बढ़ने का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन आपको यह भी जानना होगा कि आप क्या हैं और आप क्या काम कर रहे हैं." विक्की की फिल्मोग्राफी उन हिट फिल्मों में शामिल है, जो एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं.



आप सफलता को कैसे एंज्वॉय करते हैं? "जिस तरह से मैं सफलता प्राप्त करना चाहता हूं वह केवल काम पर केंद्रित होने के कारण है क्योंकि इससे मुझे पहली जगह में सफलता मिली है. मैं अपनी अखंडता को खोना नहीं चाहता हूं. मैं हमेशा की तरह फोकस्ड होना चाहता हूं. वह ईमानदार था और जैसा कि मैं हमेशा काम के बारे में था. मुझे जो सम्मान और प्यार मिल रहा है वह केवल मेरे काम की वजह से है.



उन्होंने 2015 में समीक्षकों द्वारा प्रशंसित "मसान" के साथ अभिनय की दुनिया में कदम रखा और बाद में "राज़ी", "संजू" और "मनमर्जियां" जैसी हिट फ़िल्मों में नज़र आए. फिर, इस साल की शुरुआत में, ब्लॉकबस्टर "उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक" ने उन्हें बॉलीवुड की बड़ी लीग में शामिल किया.


Conclusion:
Last Updated : Oct 12, 2019, 2:32 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.