मुंबई : गीतकार मनोज मुंतशिर ने बाहरी लोगों को बॉलीवुड से दूर रखने के लिए षड्यंत्र को लेकर अपने विचार व्यक्त किए हैं.
मुंतशिर, जिन्होंने पिछले साल 'केसरी' फिल्म में शानदार गीत 'तेरी मिट्टी' की रचना की थी, उनका मानना है कि कई और प्रतिभाशाली लोगों को मुंबई में आना चाहिए और फिल्म उद्योग में अपनी किस्मत आजमानी चाहिए और उन्हें भाई-भतीजावाद के खतरे से भयभीत नहीं होना चाहिए. उन्होंने अपनी राय व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "छोटे शहरों में रहने वाले साथियों, आप नेपोटिज्म से डर के घर बैठ गए तो वंशवाद की जीत और प्रतिभा की हार हो जाएगी. टिकट कटाइए, मुंबई आइए. आप में हुनर और हिम्मत है तो नेपोटिज्म आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता. इस अफवाह से बचिए की बाहरवाले यहां सफल नहीं होते. ये आपको बाहर रखने का षड्यंत्र है."
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छोटे शहरों में रहने वाले साथियों,आप #Nepotism से डर के घर बैठ गए तो वंशवाद की जीत और प्रतिभा की हार हो जाएगी. टिकट कटाइये,मुंबई आइए. आपमें हुनर और हिम्मत है तो nepotism आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता. इस अफ़वाह से बचिये कि बाहर वाले यहाँ सफल नहीं होते.ये आपको बाहर रखने का षड्यन्त्र है
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— Manoj Muntashir (@manojmuntashir) June 22, 2020छोटे शहरों में रहने वाले साथियों,आप #Nepotism से डर के घर बैठ गए तो वंशवाद की जीत और प्रतिभा की हार हो जाएगी. टिकट कटाइये,मुंबई आइए. आपमें हुनर और हिम्मत है तो nepotism आपका कुछ नहीं बिगाड़ सकता. इस अफ़वाह से बचिये कि बाहर वाले यहाँ सफल नहीं होते.ये आपको बाहर रखने का षड्यन्त्र है
— Manoj Muntashir (@manojmuntashir) June 22, 2020
हालांकि इस पोस्ट से कई लोग सहमत नहीं हुए. एक ने लिखा, "अगर यह एक आम आदमी के लिए आसान होता, तो इरफान खान या नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे अभिनेताओं को लीड रोल के लिए इतना संघर्ष नहीं करना पड़ता."
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अन्य ने लिखा, "सुशांत सिंह राजपूत ने दिखाया साहस, कंगना भी कोशिश कर रही हैं. यह एक दलदल की तरह हो गया है जो हर किसी को निगल जाएगा. यदि सोनू निगम जैसा गायक दुखी है, तो दूसरों के लिए अच्छा है कि वह लोक संगीत से संतुष्ट रहें. आशा है कि आपको याद होगा कि वह 'तेरी मिट्टी' के बजाय 'गली बॉय' गाने को चुनते हैं."
इनपुट-आईएएनएस