मुंबई : नरेंद्र मोदी पर बनी बायोपिक पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव तक रिलीज नहीं हो पाएगी. जी हां...आपको बता दें कि पिछले दिनों चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को 20 पन्ने की रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखा था. शुक्रवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और संजीव खन्ना की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए रिलीज में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया.
लोकसभा चुनाव 19 मई को खत्म हो रहे हैं. इसलिए अब मोदी की बायोपिक 19 मई के बाद ही रिलीज हो पाएगी. बता दें कि पिछले दिनों आपत्तियों के बाद चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के दौरान फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी थी. यह फैसला चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन ना होने को लेकर लिया गया था. विवेक ओबेरॉय स्टारर फिल्म के निर्माता चुनाव आयोग के फैसले से असंतुष्ट थे. निर्माताओं की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर फिल्म के रिलीज की मांग की गई थी.
निर्माताओं की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को फिल्म देखने और उसे लेकर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा था. पिछले दिनों चुनाव आयोग की एक टीम के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग हुई. स्क्रीनिंग के बाद चुनाव आयोग ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सुप्रीम कोर्ट में पेश की. इसमें आयोग ने कहा कि ये फिल्म रिलीज होने से एक खास पार्टी को लाभ पहुंचेगा. चुनाव आयोग ने फिल्म में इस्तेमाल 17 डायलॉग्स पर भी आपत्ति जताई.
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी का निर्देशन ओमंग कुमार ने किया है. फिल्म के निर्माताओं में संदीप सिंह, सुरेश ओबेरॉय शामिल हैं. मूवी के निर्माण का ऐलान चुनाव से कुछ महीने पहले किया गया था. इसे बहुत जल्द शूट और एडिट कर 11 अप्रैल को रिलीज करने की तैयारी थी. हालांकि कांग्रेस, DMK, MNS समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने मूवी की रिलीज पर आपत्ति जताई और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए मूवी की रिलीज पर रोक की मांग की थी.
SC का फैसला अब चुनाव तक नहीं होगी पीएम मोदी बायोपिक रिलीज!....
पीएम नरेंद्र मोदी की बायोपिक फिल्म चुनाव तक रिलीज नहीं हो पाएगी. शुक्रवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और संजीव खन्ना की बेंच ने रिलीज में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया.
मुंबई : नरेंद्र मोदी पर बनी बायोपिक पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव तक रिलीज नहीं हो पाएगी. जी हां...आपको बता दें कि पिछले दिनों चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को 20 पन्ने की रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखा था. शुक्रवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और संजीव खन्ना की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए रिलीज में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया.
लोकसभा चुनाव 19 मई को खत्म हो रहे हैं. इसलिए अब मोदी की बायोपिक 19 मई के बाद ही रिलीज हो पाएगी. बता दें कि पिछले दिनों आपत्तियों के बाद चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के दौरान फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी थी. यह फैसला चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन ना होने को लेकर लिया गया था. विवेक ओबेरॉय स्टारर फिल्म के निर्माता चुनाव आयोग के फैसले से असंतुष्ट थे. निर्माताओं की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर फिल्म के रिलीज की मांग की गई थी.
निर्माताओं की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को फिल्म देखने और उसे लेकर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा था. पिछले दिनों चुनाव आयोग की एक टीम के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग हुई. स्क्रीनिंग के बाद चुनाव आयोग ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सुप्रीम कोर्ट में पेश की. इसमें आयोग ने कहा कि ये फिल्म रिलीज होने से एक खास पार्टी को लाभ पहुंचेगा. चुनाव आयोग ने फिल्म में इस्तेमाल 17 डायलॉग्स पर भी आपत्ति जताई.
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी का निर्देशन ओमंग कुमार ने किया है. फिल्म के निर्माताओं में संदीप सिंह, सुरेश ओबेरॉय शामिल हैं. मूवी के निर्माण का ऐलान चुनाव से कुछ महीने पहले किया गया था. इसे बहुत जल्द शूट और एडिट कर 11 अप्रैल को रिलीज करने की तैयारी थी. हालांकि कांग्रेस, DMK, MNS समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने मूवी की रिलीज पर आपत्ति जताई और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए मूवी की रिलीज पर रोक की मांग की थी.
मुंबई : नरेंद्र मोदी पर बनी बायोपिक पीएम नरेंद्र मोदी चुनाव तक रिलीज नहीं हो पाएगी. जी हां...आपको बता दें कि पिछले दिनों चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट को 20 पन्ने की रिपोर्ट सौंपी थी. इसमें चुनाव आयोग ने अपना पक्ष रखा था. शुक्रवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और संजीव खन्ना की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए रिलीज में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया.
लोकसभा चुनाव 19 मई को खत्म हो रहे हैं. इसलिए अब मोदी की बायोपिक 19 मई के बाद ही रिलीज हो पाएगी. बता दें कि पिछले दिनों आपत्तियों के बाद चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के दौरान फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी थी. यह फैसला चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन ना होने को लेकर लिया गया था. विवेक ओबेरॉय स्टारर फिल्म के निर्माता चुनाव आयोग के फैसले से असंतुष्ट थे. निर्माताओं की ओर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर फिल्म के रिलीज की मांग की गई थी.
निर्माताओं की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को फिल्म देखने और उसे लेकर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा था. पिछले दिनों चुनाव आयोग की एक टीम के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग हुई. स्क्रीनिंग के बाद चुनाव आयोग ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर सुप्रीम कोर्ट में पेश की. इसमें आयोग ने कहा कि ये फिल्म रिलीज होने से एक खास पार्टी को लाभ पहुंचेगा. चुनाव आयोग ने फिल्म में इस्तेमाल 17 डायलॉग्स पर भी आपत्ति जताई.
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी का निर्देशन ओमंग कुमार ने किया है. फिल्म के निर्माताओं में संदीप सिंह, सुरेश ओबेरॉय शामिल हैं. मूवी के निर्माण का ऐलान चुनाव से कुछ महीने पहले किया गया था. इसे बहुत जल्द शूट और एडिट कर 11 अप्रैल को रिलीज करने की तैयारी थी. हालांकि कांग्रेस, DMK, MNS समेत दूसरी विपक्षी पार्टियों ने मूवी की रिलीज पर आपत्ति जताई और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए मूवी की रिलीज पर रोक की मांग की थी.
Conclusion: