नई दिल्ली: कंगना रनौत (kangna ranaut) बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में शुमार हैं, जो अपनी फिल्मों के साथ ही साथ अपने बेबाक बयानों के लिए भी चर्चा में रहती हैं. लेकिन बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि विवादों में रहने वाली कंगना हमेशा से ऐसी कभी नहीं रही. बचपन में हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की वादियों में पली-बढ़ी कंगना रनौत को मायानगरी मुंबई शुरुआत में बिल्कुल नहीं सुहाई. फिल्मों में आने के लिए उनका स्ट्रगल बहुत मुश्किल दौर वाला रहा.
कंगना का जन्म और परिवार
कंगना का जन्म 23 मार्च 1987 को हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) के मंडी जिले में भंबला गांव के एक राजपूत परिवार में हुआ था. उनकी मां का नाम आशा रनौत और पिता का नाम अमरदीप रनौत है. कंगना के दादा सरजू सिंह रनौत भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी थे जो बाद में विधानसभा सदस्य भी चुने गए थे.
मेहनत करके बनीं बॉलीवुड क्वीन
कंगना ने राज़ी, गैंगस्टर, क्रिश, मणिकर्णिका जैसी बड़ी फिल्मों में अभिनय किया है. कंगना एक अभिनेत्री होने के साथ ही एक बेहतरीन मॉडल भी हैं. उनकी फैशन के प्रति जानकारी क़ाबिले तारीफ है. उन्होंने अपने जीवन में हमेशा आगे बढ़ना सीखा. शायद इसलिए उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया.
डॉक्टर बनाना चाहते थे माता-पिता
कंगना सिर्फ 16 साल की थीं, जब उन्होंने दिल्ली में रहने का फैसला किया. उनके परिवार वाले इस फैसले के खिलाफ थे. माता-पिता और कंगना के बीच इस फैसले को लेकर बहुत लड़ाई भी हुई थी. क्योंकि कंगना के माता-पिता उन्हें डॉक्टर बनाना चाहते थे, लेकिन कंगना रनौत फिल्मों में जाना चाहती थी.
एलीट मॉडलिंग एजेंसी ने दी सुझाव
उन्होंने अपने मां-बाप के फैसले को ठुकराते हुए दिल्ली आने का फैसला किया और पहुंच गईं, लेकिन तब तक उन्होंने कुछ भी नहीं सोचा था कि आगे उन्हें क्या करना है. ‘एलीट मॉडलिंग एजेंसी’ ने कंगना के सुन्दर चेहरे, लंबे कद और अच्छे फिगर की वजह से मॉडलिंग में आने का सुझाव दिया. यहां से शुरू हुआ कंगना के करियर का संघर्ष.
कंगना ने मॉडलिंग से की करियर की शुरुआत
जीवन के शुरुआती दौर में कंगना ने एक मॉडल के रूप में काम किया. उन्होंने इस फैसले पर अमल करने के लिए कुछ मॉडलिंग के असाइनमेंट्स करने का फैसला लिया. लेकिन उन्हें इस काम में बिल्कुल मज़ा नहीं आ रहा था. कुछ समय के बाद ही कंगना ने मॉडलिंग का सफर छोड़कर अभिनय करने का फैसला लिया और मुंबई चली आईं.
अचार और ब्रेड खाकर किया अपना गुज़ारा
मुंबई में आने के बाद 4 महीनों तक कंगना ने ड्रामा स्कूल में अभिनय सीखा. कंगना ने अभिनय सीखने के बाद फिल्मों में काम करने के लिए बहुत संघर्ष किया. उस समय उनकी आर्थिक स्थिति इतनी ख़राब थी, कि उन्होंने सिर्फ अचार और ब्रेड खाकर गुज़ारा किया.
कंगना रनौत के पुरस्कार और उपलब्धियां
कंगना रनौत के अपने अभिनय की वजह से अभी तक कुल 30 अवार्ड्स अपने नाम किए हैं.
- 2006, फिल्म ‘गैंगस्टर’ के लिए ‘बेस्ट फीमेल डेब्यू एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला.
- 2008, फिल्म ‘फैशन’ के लिए ‘बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला.
- 2014, फिल्म ‘क्वीन’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला.
- 2015, फिल्म ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ के लिए ‘बेस्ट एक्ट्रेस’ का अवार्ड मिला.
- 2016, कंगना रनौत को ‘सीएनएन-आईबीएन इंडियन ऑफ द ईयर’ अवार्ड मिला.
- 2018, मणिकर्णिका-द क्वीन ऑफ झांसी और पंगा के लिए कंगना ने चार बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीता.
चार बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से नवाजी जा चुकी अभिनेत्री कंगना रणौत को पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया है.