मुंबईः एक्टर शमिता शेट्टी जो 'हेल्प एज इंडिया' नामक एनजीओ(नॉन गवर्मेट ऑर्गनाइजेशन) से जुड़ी हुईं हैं, उन्होंने कहा कि सरकार बुजुर्गों की पेशंन रकम बढ़ानी चाहिए. अभिनेत्री ने आगे जोर देते हुए कहा कि लोगों को नहीं भूलना चाहिए कि बड़ों का सम्मान करना हमारी संस्कृति का हिस्सा है.
मंगलवार को मुंबई में 'इंटरनेशनल डे फॉर ओल्ड पर्सन' के मौके पर वॉकथॉन को हरी झंडी दिखाने के बाद अभिनेत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'बड़े-बुजुर्गों को सहारा मिलना चाहिए, खासकर उनके परिवार से क्योंकि हमने देखा है कि बहुत से बेटे, बेटियां, दामाद और बहुएं अपने मां-बाप का सम्मान नहीं करते.'
आगे बात करते हुए अभिनेत्री ने कहा, 'कई बार तो वे अपने बड़ों को घर से बाहर निकाल फेंकते हैं, उनसे बहुत काम करवाते हैं, उन्हें ओल्ड एज होम में रखते हैं या उन्हें बोझ समझते हैं. उन्हें समझना चाहिए कि अपने बड़ों को संभालने का एक तरीका होता है और हमें वह लाइन पार नहीं करनी चाहिए.'
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कल्चर को महत्व देते हुए अभिनेत्री ने अपनी बात में कहा, 'मुझे लगता है कि हमारा कल्चर हमें बड़ों का सम्मान करना सिखाता है लेकिन कहीं न कहीं हम उसे भूल गए हैं क्योंकि हम पश्चिम की नकल करने की कोशिश कर रहे हैं. हमें अपनी जड़ों में वापस पहुंचने की जरूरत है.'
इंदिरा गांधी नेशनल ओल्ड एज पेंशन स्कीम के तहत 65 वर्ष से ऊपर के वृद्धों को कुल मिलाकर 600 रूपये प्रतिमाह की रकम मिलती है. इसे बढ़ाने की वकालत करते हुए अभिनेत्री ने कहा, 'मुझे लगता है कि उन्हें जितनी रकम मिलती है इस समय उससे ज्यादा मिलनी चाहिए.'