मुंबईः अभिनेता सैफ अली खान को भारतीय इतिहास पर अपने कमेंट के लिए काफी ट्रोल किया जा रहा है.
अभिनेता ने अपनी लेटेस्ट फिल्म 'तानाजीः द अनसंग वॉरियर' की रिलीज के बारे में बात करते हुए कहा था, 'मैं नहीं समझता हूं यह इतिहास है.' अभिनेता ने इसमें जोड़ा था, 'मुझे नहीं लगता कि इंडिया की कोई धारणा भी थी, जब तक ब्रिटिश ने यह टर्म नहीं दिया.'
सैफ अली खान का यह कमेंट तब आया जब पॉपुलर मीडिया हाउस को फिल्म के बारे में इंटरव्यू देते हुए उनसे फिल्म की आलोचनात्मक राजनीति के बारे में पूछा गया था.
सैफ ने कहा था, 'मैं किसी वजह से स्टैण्ड नहीं लेता हूं. हो सकता है अगली बार ले लूं. मैं बस रोल करने के लिए बहुत उत्सुक था क्योंकि यह शानदार रोल था. लेकिन जब लोग कहते हैं कि यह इतिहास है, मैं नहीं समझता हूं यह इतिहास है. मैं थोड़ा जानता हूं कि इतिहास क्या था. मुझे नहीं लगता कि शायद ब्रिटिशों से पहले इंडिया का भी कोई कॉन्सेप्ट था या नहीं, जब तक उन्होंने दिया नहीं. मुझे नहीं लगता कि इस बारे में चिल्ला-चिल्लाकर बात करने का कोई फायदा है, खुद समझिए कि आप क्यों कर रहे हैं.'
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सैफ के कमेंट को सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा ट्रोल किया जा रहा है, कुछ लोग तो अभिनेता के छोटे बेटे तैमूर अली खान को भी निशाने पर ले रहे हैं.
एक यूजर ने लिखा, 'माननीय इतिहासकार सैफ अली खान के अनुसार, #तानाजी ऐतिहासिक रूप से सही नहीं था और ब्रिटिशों के आने से पहले इंडिया की अवधारणा नही तीं. यही दशकों से लेफ्टिस्ट वाइट-वॉश करते आ रहे हैं. अपने शिवाजी को जानो, चाणक्य को जानो और तब तुम्हें पता चलेगा कि भारत कितना पुराना है.'
एक यूजर ने कमेंट किया, 'मुझे पता है कि 'इतिहास ज्ञानी' सैफ अली खान ने कभी तैमूर के बार में नहीं पढ़ा होगा, एक तुर्क-मुगल विजेता जिसने 1400 के आस-पास ज्यादातर एशिया को तहस-नहस कर दिया... वर्ना वह अपने क्यूट बेटे का नाम तैमूर अली खान कभी नहीं रखता... बस कह रहे हैं.'
एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा, 'ब्रिटिश के आने से पहले इंडिया का कोई कॉन्सेप्ट नहीं था- #सैफ अली खान ऐसा कहते हैं. 'इतिहास ज्ञाता' शायद नहीं जानते कि ईस्ट इंडिया कंपनी 1600 में बनी थी और कॉलम्बस 1492 में इंडिया खोजने निकल पड़ा था, और 1515 से हिंद महासागर नाम है.'
इनपुट्स- आईएएनएस