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नेशनल अवॉर्ड-विनिंग 'टर्टल' को हो रही है थिएटर रिलीज में दिक्कतें - बेस्ट राजस्थानी फिल्म टर्टल

पानी की किल्लत पर आधारित, संजय मिश्रा स्टारर फिल्म 'टर्टल' को इंडिया के सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है. बावजूद इसके कि फिल्म को हाल ही में नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट राजस्थानी फिल्म के खिताब से नवाजा गया है.

National award-winning Turtle stumbles upon theatrical release
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Published : Dec 30, 2019, 10:37 PM IST

मुंबईः नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म 'टर्टल' को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

फिल्म के निर्माता अशोक चौधरी ने खुलासा किया कि संजय मिश्रा स्टारर राजस्थानी फिल्म, जिसे हाल ही में नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट राजस्थानी फिल्म के खिताब से नवाजा गया है, उसे थिएटर में रिलीज करने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

फिल्म की जीत के बारे में बात करते हुए निर्माता अशोक ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी का अनुभव हो रहा है, लेकिन उसी के साथ फिल्म को डिस्ट्रीब्यूटर्स नहीं मिल रहे हैं, वह उनके लिए बहुत मायूसी की बात है.

चौधरी ने कहा, 'राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राजस्थानी फिल्म ने नेशनल अवॉर्ड जीता है. फिल्म पानी की कमी पर आधारित है, यह एक ऐसा विषय है जिससे दुनिया के 195 से ज्यादा देश जूझ रहे हैं. यह बहुत दुर्भाग्यशाली है कि टॉप का पायदान हासिल करने के बाद भी हमें फिल्म को थिएटर ऑडियंस को दिखाने के लिए कोई प्लेटफॉर्म नहीं मिल रहा है.'

पढ़ें- नए साल का स्वागत करने निकल पड़े आलिया-रणबीर

असली-जिंदगी की घटना पर आधारित फिल्म की कहानी राजस्थान के गांवों में पानी की कमी की समस्या के इर्द-गिर्द घूमती है.

संजय मिश्रा को लीड रोल में कास्ट करने के फैसले के बारे में निर्माता ने कहा, 'फिल्म की कहानी मेरे दादाजी श्री रामप्रकाश चौधरी की है, जिनका कैरेक्टर संजय मिश्रा जी ने किया है. वह नगीना आदमी है. वह फिल्म का सबसे मशहूर चेहरा हैं और वह सही मायनों में फिल्म को अपने कंधे पर लेकर चलते हैं, जिस दिन संजय ने फिल्म साइन की उसी दिन मेरे दादाजी स्वर्गसिधार गए. उन्होंने मेरे दादाजी के असली कपड़े पहने तब से मैं उनसे भावनात्मक रूप से बहुत जुड़ गया हूं.'

पूरी टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए निर्माता ने कहा, 'यह बहुत बड़ा सम्मान है न सिर्फ मेरे लिए बल्कि पूरी टीम के लिए कि जिन्होंने हमारे समय की इस महत्वपूर्ण फिल्म के लिए मिलकर काम किया और इसके नजरिए में यकीन रखा. मैं खासतौर से भारतीय किसान संघ, बद्री नारायण चौधरी और श्री अश्वनी महाजन का शुक्रिया करना चाहूंगा. मैं अपने माता-पिता, परिवार और दोस्तों का शुक्रिया करूंगा, जिन्होंने फर्स्ट-टाइम फिल्ममेकर के तौर पर मेरे इस मुश्किल सफर में मेरा भरपूर साथ दिया.'

इनपुट्स- आईएएनएस

मुंबईः नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म 'टर्टल' को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

फिल्म के निर्माता अशोक चौधरी ने खुलासा किया कि संजय मिश्रा स्टारर राजस्थानी फिल्म, जिसे हाल ही में नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट राजस्थानी फिल्म के खिताब से नवाजा गया है, उसे थिएटर में रिलीज करने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

फिल्म की जीत के बारे में बात करते हुए निर्माता अशोक ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी का अनुभव हो रहा है, लेकिन उसी के साथ फिल्म को डिस्ट्रीब्यूटर्स नहीं मिल रहे हैं, वह उनके लिए बहुत मायूसी की बात है.

चौधरी ने कहा, 'राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राजस्थानी फिल्म ने नेशनल अवॉर्ड जीता है. फिल्म पानी की कमी पर आधारित है, यह एक ऐसा विषय है जिससे दुनिया के 195 से ज्यादा देश जूझ रहे हैं. यह बहुत दुर्भाग्यशाली है कि टॉप का पायदान हासिल करने के बाद भी हमें फिल्म को थिएटर ऑडियंस को दिखाने के लिए कोई प्लेटफॉर्म नहीं मिल रहा है.'

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असली-जिंदगी की घटना पर आधारित फिल्म की कहानी राजस्थान के गांवों में पानी की कमी की समस्या के इर्द-गिर्द घूमती है.

संजय मिश्रा को लीड रोल में कास्ट करने के फैसले के बारे में निर्माता ने कहा, 'फिल्म की कहानी मेरे दादाजी श्री रामप्रकाश चौधरी की है, जिनका कैरेक्टर संजय मिश्रा जी ने किया है. वह नगीना आदमी है. वह फिल्म का सबसे मशहूर चेहरा हैं और वह सही मायनों में फिल्म को अपने कंधे पर लेकर चलते हैं, जिस दिन संजय ने फिल्म साइन की उसी दिन मेरे दादाजी स्वर्गसिधार गए. उन्होंने मेरे दादाजी के असली कपड़े पहने तब से मैं उनसे भावनात्मक रूप से बहुत जुड़ गया हूं.'

पूरी टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए निर्माता ने कहा, 'यह बहुत बड़ा सम्मान है न सिर्फ मेरे लिए बल्कि पूरी टीम के लिए कि जिन्होंने हमारे समय की इस महत्वपूर्ण फिल्म के लिए मिलकर काम किया और इसके नजरिए में यकीन रखा. मैं खासतौर से भारतीय किसान संघ, बद्री नारायण चौधरी और श्री अश्वनी महाजन का शुक्रिया करना चाहूंगा. मैं अपने माता-पिता, परिवार और दोस्तों का शुक्रिया करूंगा, जिन्होंने फर्स्ट-टाइम फिल्ममेकर के तौर पर मेरे इस मुश्किल सफर में मेरा भरपूर साथ दिया.'

इनपुट्स- आईएएनएस

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नेशनल अवॉर्ड-विनिंग 'टर्टल' को हो रही है थिएटर रिलीज में दिक्कतें

मुंबईः नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म 'टर्टल' को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

फिल्म के निर्माता अशोक चौधरी ने खुलासा किया कि संजय मिश्रा स्टारर राजस्थानी फिल्म, जिसे हाल ही में नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट राजस्थानी फिल्म के खिताब से नवाजा गया है, उसे थिएटर में रिलीज करने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

फिल्म की जीत के बारे में बात करते हुए निर्माता अशोक ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी का अनुभव हो रहा है, लेकिन उसी के साथ फिल्म को डिस्ट्रीब्यूटर्स नहीं मिल रहे हैं, वह उनके लिए बहुत मायूसी की बात है.

चौधरी ने कहा, 'राजस्थान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी राजस्थानी फिल्म ने नेशनल अवॉर्ड जीता है. फिल्म पानी की कमी पर आधारित है, यह एक ऐसा विषय है जिससे दुनिया के 195 से ज्यादा देश जूझ रहे हैं. यह बहुत दुर्भाग्यशाली है कि टॉप का पायदान हासिल करने के बाद भी हमें फिल्म को थिएटर ऑडियंस को दिखाने के लिए कोई प्लेटफॉर्म नहीं मिल रहा है.'

असली-जिंदगी की घटना पर आधारित फिल्म की कहानी राजस्थान के गांवों में पानी की कमी की समस्या के इर्द-गिर्द घूमती है.

संजय मिश्रा को लीड रोल में कास्ट करने के फैसले के बारे में निर्माता ने कहा, 'फिल्म की कहानी मेरे दादाजी श्री रामप्रकाश चौधरी की है, जिनका कैरेक्टर संजय मिश्रा जी ने किया है. वह नगीना आदमी है. वह फिल्म का सबसे मशहूर चेहरा हैं और वह सही मायनों में फिल्म को अपने कंधे पर लेकर चलते हैं, जिस दिन संजय ने फिल्म साइन की उसी दिन मेरे दादाजी स्वर्गसिधार गए. उन्होंने मेरे दादाजी के असली कपड़े पहने तब से मैं उनसे भावनात्मक रूप से बहुत जुड़ गया हूं.'

पूरी टीम के प्रति आभार व्यक्त करते हुए निर्माता ने कहा, 'यह बहुत बड़ा सम्मान है न सिर्फ मेरे लिए बल्कि पूरी टीम के लिए कि जिन्होंने हमारे समय की इस महत्वपूर्ण फिल्म के लिए मिलकर काम किया और इसके नजरिए में यकीन रखा. मैं खासतौर से भारतीय किसान संघ, बद्री नारायण चौधरी और श्री अश्वनी महाजन का शुक्रिया करना चाहूंगा. मैं अपने माता-पिता, परिवार और दोस्तों का शुक्रिया करूंगा, जिन्होंने फर्स्ट-टाइम फिल्ममेकर के तौर पर मेरे इस मुश्किल सफर में मेरा भरपूर साथ दिया.'

इनपुट्स- आईएएनएस


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