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गांधी जयंती : इन 5 फिल्मों में देखें महात्मा गांधी का आजादी के लिए संघर्ष और जीवन दर्शन - हे राम

गांधी जयंती : देश में कईयों का मानना है कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन में राष्ट्रपिता गांधी जी का योगदान नगण्य है. हिंदी सिनेमा महात्मा गांधी के विचार और उनके अंहिसावादी व्यक्तित्व का बखान करता है. महात्मा गांधी के स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान को समझने के लिए ये पांच फिल्में देख लेना उचित होगा.

गांधी जी
गांधी जी
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Published : Oct 2, 2021, 7:04 AM IST

Updated : Oct 2, 2021, 7:54 AM IST

हैदराबाद : 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है. इस दिन देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. पूरी दुनिया जानती है कि गांधी जी एक अंहिसावादी व्यक्तित्व के थे. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी ने अंग्रेजों से अंहिसा के बल पर आजादी छीनी थी. महात्मा गांधी का देश की आजादी में अहम योगदान है.

आज भी गांधी जी के विचार दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. देश में कई आलोचकों का मानना है कि गांधी जी ने देश के लिए कुछ नहीं किया. गांधी जी और उनके विचारों को समझने के लिए उन लोगों के लिए इन पांच फिल्मों को देख लेना जरूरी होगा, जिनको भारतीय स्वंतत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान नजर नहीं आता है.

महात्मा : द लाइफ ऑफ गांधी

गांधी जी की मौत के 20 साल बाद 1968 में उनके जीवन और आजादी के लिए संघर्ष पर आधारित फिल्म 'महात्मा : द लाइफ ऑफ गांधी' निर्देशित की गई. इस फिल्म को विट्ठलभाई झावेरी ने डायरेक्ट किया था. इस फिल्म में एनिमेशन और गांधी जी की पुरानी तस्वीरों के जरिए देश की आजादी में उनका योगदान को दर्शाया गया है.

गांधी

देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी गांधी जी के व्यक्तित्व की खूब चर्चा है. यही कारण है कि साल 1982 में उन पर एक ब्रिटिश इंडियन फिल्म 'गांधी' का निर्माण किया गया. फिल्म 'गांधी' को रिचर्ड एटनबरो ने निर्देशित किया था. इस फिल्म गांधी जी के दक्षिण अफ्रीका दौरे और वहां किए कार्यों पर प्रकाश डालती है. फिल्म में अमरीश पुरी, ओम पुरी, रोहिणी हट्टंगणी और रजित कपूर जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं.

द मेकिंग ऑफ द महात्मा

हिंदी सिनेमा में साल दर साल स्वंतत्रता संग्राम आंदोलन में गांधी जी के योगदान पर फिल्में बनती रही हैं. वहीं, साल 1996 में गांधी जी पर आधारित फिल्म 'द मेकिंग ऑफ द महात्मा' रिलीज हुई. यह फिल्म लेखिका फातिमा मीर की किताब 'द अपरेंटिसशिप ऑफ ए महात्मा' पर आधारित है. यह फिल्म गांधी के जीवन के 21 वर्षों पर केंद्रित है, जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में बिताए थे. इस फिल्म को श्याम बेनेगल ने डायरेक्ट किया था. यह एक भारतीय-दक्षिण अफ्रीकी निर्मित सयुंक्त फिल्म थी.

हे राम

फिल्म 'हे राम' 1947 में देश के बंटवारे के बाद हुए दंगें और 1948 में गांधी जी की हत्या पर आधारित है. फिल्म में मंझे हुए कलाकार नसीरुद्दीन शाह ने गांधी जी का किरदार निभाया था. फिल्म का निर्देशन साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार कमल हासन ने किया था. फिल्म में शाहरुख खान, गिरिश कर्नाड, ओमपुरी और अतुल कुलकर्णी ने मुख्य किरदार निभाया था.

गांधी माई फादर

हिंदी सिनेमा में गांधी जी के राजनीतिक जीवन से अलग उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन पर भी रोशनी डाली गई. गांधी जी के पारिवारिक जीवन को समझने के लिए साल 2007 में आई फिल्म 'गांधी माई फादर' देख सकते हैं. फिल्म में गांधी जी और उनके बेटे हीरालाल गांधी के रिश्ते और बाप-बेटे के बीच हुई अनबन पर आधारित है. फिल्म में गांधी का किरदार एक्टर दर्शन जरीवाला तो उनके बेटे का किरदार मशहूर अभिनेता अक्षय खन्ना ने निभाया था.

ये भी पढे़ं : किताब में दावा : आजादी मिलने से एक सप्ताह पहले रची गई थी गांधी जी की हत्या की साजिश

हैदराबाद : 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाई जाती है. इस दिन देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. पूरी दुनिया जानती है कि गांधी जी एक अंहिसावादी व्यक्तित्व के थे. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में गांधी जी ने अंग्रेजों से अंहिसा के बल पर आजादी छीनी थी. महात्मा गांधी का देश की आजादी में अहम योगदान है.

आज भी गांधी जी के विचार दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. देश में कई आलोचकों का मानना है कि गांधी जी ने देश के लिए कुछ नहीं किया. गांधी जी और उनके विचारों को समझने के लिए उन लोगों के लिए इन पांच फिल्मों को देख लेना जरूरी होगा, जिनको भारतीय स्वंतत्रता आंदोलन में गांधी जी का योगदान नजर नहीं आता है.

महात्मा : द लाइफ ऑफ गांधी

गांधी जी की मौत के 20 साल बाद 1968 में उनके जीवन और आजादी के लिए संघर्ष पर आधारित फिल्म 'महात्मा : द लाइफ ऑफ गांधी' निर्देशित की गई. इस फिल्म को विट्ठलभाई झावेरी ने डायरेक्ट किया था. इस फिल्म में एनिमेशन और गांधी जी की पुरानी तस्वीरों के जरिए देश की आजादी में उनका योगदान को दर्शाया गया है.

गांधी

देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी गांधी जी के व्यक्तित्व की खूब चर्चा है. यही कारण है कि साल 1982 में उन पर एक ब्रिटिश इंडियन फिल्म 'गांधी' का निर्माण किया गया. फिल्म 'गांधी' को रिचर्ड एटनबरो ने निर्देशित किया था. इस फिल्म गांधी जी के दक्षिण अफ्रीका दौरे और वहां किए कार्यों पर प्रकाश डालती है. फिल्म में अमरीश पुरी, ओम पुरी, रोहिणी हट्टंगणी और रजित कपूर जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं.

द मेकिंग ऑफ द महात्मा

हिंदी सिनेमा में साल दर साल स्वंतत्रता संग्राम आंदोलन में गांधी जी के योगदान पर फिल्में बनती रही हैं. वहीं, साल 1996 में गांधी जी पर आधारित फिल्म 'द मेकिंग ऑफ द महात्मा' रिलीज हुई. यह फिल्म लेखिका फातिमा मीर की किताब 'द अपरेंटिसशिप ऑफ ए महात्मा' पर आधारित है. यह फिल्म गांधी के जीवन के 21 वर्षों पर केंद्रित है, जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में बिताए थे. इस फिल्म को श्याम बेनेगल ने डायरेक्ट किया था. यह एक भारतीय-दक्षिण अफ्रीकी निर्मित सयुंक्त फिल्म थी.

हे राम

फिल्म 'हे राम' 1947 में देश के बंटवारे के बाद हुए दंगें और 1948 में गांधी जी की हत्या पर आधारित है. फिल्म में मंझे हुए कलाकार नसीरुद्दीन शाह ने गांधी जी का किरदार निभाया था. फिल्म का निर्देशन साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार कमल हासन ने किया था. फिल्म में शाहरुख खान, गिरिश कर्नाड, ओमपुरी और अतुल कुलकर्णी ने मुख्य किरदार निभाया था.

गांधी माई फादर

हिंदी सिनेमा में गांधी जी के राजनीतिक जीवन से अलग उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन पर भी रोशनी डाली गई. गांधी जी के पारिवारिक जीवन को समझने के लिए साल 2007 में आई फिल्म 'गांधी माई फादर' देख सकते हैं. फिल्म में गांधी जी और उनके बेटे हीरालाल गांधी के रिश्ते और बाप-बेटे के बीच हुई अनबन पर आधारित है. फिल्म में गांधी का किरदार एक्टर दर्शन जरीवाला तो उनके बेटे का किरदार मशहूर अभिनेता अक्षय खन्ना ने निभाया था.

ये भी पढे़ं : किताब में दावा : आजादी मिलने से एक सप्ताह पहले रची गई थी गांधी जी की हत्या की साजिश

Last Updated : Oct 2, 2021, 7:54 AM IST
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