ऐसा कहा जाता है कि हर चमकती आंखों में बलिदान और लगन की सैंकड़ों कहानियां छुपी होती हैं. सभी के सामने पूरे आत्मविश्वास में नजर आने वालीं अभिनेत्री, ऐसी थीं जिनके जैसा सक्सेफुल करियर का सपना शायद ही कोई ऐसा हो जिसने न देखा हो.
अनुभव और परिस्थितियां किसी की जिंदगी को उस आकार में ढाल देती है जो उसने कभी सोचा भी न हो. जानी-मानी पॉलिटिकल लीडर जे. जयललिता की कहानी ऐसा ही एक उदाहरण है जो दुनिया को प्रेरणा देती है. अपने समय की ब्लॉकबस्टर हिरोइन होने के अलावा, उन्होंने तमिलनाडू की मुख्यमंत्री का दायित्व भी संभाला और उसे बखूबी निभाया.
J Jayalalitha Reticent child who stood to be The Iron Lady साफ दिल लड़की, जिसने एक बार इस निर्दयी दुनिया से तंग आकर खुद को मारने का फैसला कर चुकी थी, वह एक दिन तमिलनाडू की सबसे प्रभावी सीएम बनीं. उस समय चीफ मिनिस्टर करुणानिधि के आदेश पर रूलिंग पार्टी द्वारा असेंबली में स्पीकर के सामने उन पर अटैक होने के बाद भी वह पूरी मजबूती से डटी रहीं और मीडिया का लांछन का प्यारी सी मुस्कुराहट के साथ सामना किया.
J Jayalalitha Reticent child who stood to be The Iron Lady समय बीता और उसने उन्हें और बेहतर बना दिया, कभी न पीछे हटने वालीं ओल्ड टफ जयललिता जो घर जाकर दरवाजा बंद करके रोने का इंतजार करतीं थीं उनके आसूं अब सूख चुके थे. एक शासिका के रूप में अभिनेत्री ने 14 सालों तक बहुत ही उम्दा साशन चलाया जो कि मिसाल बना. जब उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो उनके समर्थन में आंदोलन करने वालों का एक संमदर सा उमर पड़ा.
J Jayalalitha Reticent child who stood to be The Iron Lady 68 वर्षीय अभिनेत्री की मृत्यु ने लोगों को सदमे में डाल दिया. उनके घर की ओर बढ़ रहे लोगों की भीड़ को रोकने के लिए हजारों पुलिस वालों को चेन तक बनानी पड़ी. लोग रोये, कुछ के आसूं सूख गए, कइयों ने छाती पीटी और चीख-पुकार की. यह जादू था उस अमर आत्मा को जो आज भी बहुत से दिलों में जिंदा है.
J Jayalalitha Reticent child who stood to be The Iron Lady सबसे मशहूर पॉलिटिकल लीडर होने के अलावा उन्होंने बतौर एक्टर भी अपनी खूबसूरत और शानदार पर्फोर्मेंस से एक्टिंग का लेवल ऊंचा कर दिया था.
J Jayalalitha Reticent child who stood to be The Iron Lady बचपन में जया बहुत शर्मीली हुआ करती थीं इतना कि वह अनजान से बात करने में भी डरतीं थीं. उन्हें 6-10 साल की उम्र में अपने नाना-नानी के यहां रहना पड़ा, क्योंकि उनकी मां एक्टर थीं और उनके पास वक्त की कमी थी. एक इंटरव्यू में वह बताती हैं कि जब भी मुमकिन हो उनकी मां उनसे मिलने बैंगलोर आया करती थीं.उस वक्त को याद करते हुए वह कहती हैं, वह जब भी जाती थी मैं रोया करती थी. तो, वह मुझे सुला दिया करती थी. मैं उनकी साड़ी का पल्लू मजबूती से पकड़ लेती थी और सोती थी. तो, उन्हें लगता था कि उनका जाना नामुमकिन है तब वह साड़ी का पल्लू खुद से छुड़ा लेती थी और मेरी मौसी साड़ी को अपने चारों ओर लपेट लेती थी और मेरी बगल में लेट जाती थी, तो मैं उनका जाना नोटिस नहीं करती.ऐसा कहा गया है कि अनुभव और परिस्थितियां जिंदगी को अनजाने तरीके से परिवर्तित कर देती है. वह लड़की जिसे लाइमलाइट से नफरत थी और एक्टिंग में सबसे कम रूचि थी, उसे अपनी पारिवार की खस्ता हालत के कारण उसी फील्ड में जाना पड़ा. वह फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर अदकारा बनीं.
J Jayalalitha Reticent child who stood to be The Iron Lady जयललिता जी के सिनेमा-सफर पर आधारित एक बायोग्राफिकल फिल्म 'थलाइवी' बन रही है. एक्टर कंगना रनौत अपकमिंग फिल्म में जयललिता का किरदार निभा रहीं हैं. ए.एल. विजय द्वारा डायरेक्टेड फिल्म देशभर के सिनेमाघरों में 20 फरवरी, 2020 को रिलीज होने जा रही है.यह देखना मजेदार होगा कि सुपर डायनेमिक पर्सानिलिटी वालीं थलाइवी जे. जयललिता को क्या सिल्वर स्क्रीन भी उतने ही डायनेमिक अंदाज में पेश कर पाता है या नहीं.