नई दिल्ली : भारतीय ओटीटी बाजार (Indian OTT Market) वर्ष 2030 तक 12.5 अरब डॉलर को पार कर जाएगा, जो वर्तमान में 1.5 अरब डॉलर है.
सलाहकार कंपनी आरबीसीए की एक रिपोर्ट के अनुसार इंटरनेट तंत्र के मजबूत होने और डिजिटल संपर्क के बढ़ने से ओटीटी बाजार को मजबूती मिलेगी. इससे सिनेमाघरों का अस्तित्व खतरे में आने की संभावना है, क्योंकि लोग अब घर पर ही नई-नई फिल्मों का लुत्फ उठा रहे हैं.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि ओटीटी बाजार में अब वृद्धि टियर दो, तीन और चार शहरों समेत भारतीय भाषा बोलने वाली आबादी से देखने को मिलेगी.
उन्होंने कहा, ‘इंटरनेट, डिजिटल संपर्क और स्मार्टफोन के चलते ओटीटी उद्योग में आक्रामक वृद्धि देखी जा रही है. भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म दैनिक आधार पर ग्राहकों को तेजी से आकर्षित कर रहे हैं.
डिज्नी प्लस हॉटस्टार, अमेजन प्राइम वीडियो और नेटफ्लिक्स के अलावा इस क्षेत्र में अब स्थानीय और क्षेत्रीय ओटीटी कंपनियों का भी दबदबा दिख रहा है.
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रिपोर्ट ने कहा कि भारतीय ओटीटी बाजार वर्ष 2021 में 1.5 अरब डॉलर के मुकाबले वर्ष 2025 में चार अरब डॉलर और वर्ष 2030 में 12.5 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा.