बेंगलुरु : प्रसिद्ध संगीत निर्देशक राजन का रविवार देर रात यहां अपने आवास पर दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. उनके पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. संगीतकार राजन और नागेंद्र बंधुओं की जोड़ी काफी मशहूर रही है.
जानकारी के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार बेटी की गैर-मौजूदगी में होगा.
सूत्रों ने बताया कि नागेंद्र के बड़े भाई राजन (87) शनिवार को स्वास्थ्य दिक्कतों का सामना कर रहे थे और उन्हें दिल का दौरा पड़ा. उन्हें अस्पताल ले जा जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि नागेंद्र की 20 साल पहले मौत हो चुकी है.
राजन और नागेंद्र मैसूरु के शिवरामपेट में संगीत से जुड़े मध्यम वर्गीय परिवार में पैदा हुए थे. उनके पिता हार्मोनियम और बांसुरी वादक थे, जिन्होंने कई मूक फिल्मों में पार्श्व संगीत दिया. वहीं, राजन वायलिन वादक, जबकि नागेंद्र को जल तरंग में महारत हासिल थी.
राजन और नागेंद्र ने स्वतंत्र संगीत निर्देशकों के तौर पर फिल्म सौभाग्य लक्ष्मी से पदार्पण किया था. दक्षिण भारतीय विशेषकर कन्नड़ और तेलुगु फिल्म जगत में 1950 से 1990 तक उनका बोलबाला रहा.
राजन और नागेंद्र ने पांच भाषाओं में 350 से अधिक फिल्मों के लिए संगीत तैयार किया है.
राजन के बेटे अनंत कुमार ने कहा कि मैं अपने पिता पर गर्व करता हूं. साथ ही उन्होंने कहा कि रविवार रात 11 बजे डॉक्टर ने मुझे बताया कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं रहे.