मुंबई: आयुष्मान खुराना की आगामी फिल्म 'आर्टिकल 15' का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. जो दर्शकों को फिल्म की स्टोरी की झलक दिखाता दिख रहा है. ट्रेलर में आयुष्मान पुलिसवाले के किरदार में एक केस के सिलसिले में संविधान का जिक्र करते नज़र आ रहे हैं.
ये फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है. ट्रेलर देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि फिल्म में एक गांव की तीन लड़कियां अपनी दिहाड़ी में 3 रुपये की बढ़ोत्तरी करने बोलती हैं तो उनका गैंगरेप कर उन्हें पेड़ पर लटका दिया जाता है ताकि उसके जाति वाले लोग अपनी औकात को ना भूलें.
आयुष्मान इसी केस की जांच कर रहे हैं. फिल्म में वह आर्टिकल 15 के बारे में बात करते दिखाई देते हैं. इस आर्टिकल के मुताबिक, धर्म, जाति, लिंग, नस्ल या जन्मस्थान के आधार पर किसी से भेदभाव नहीं किया जा सकता.
ट्रेलर से पहले 43 सेकेंड का एक वीडियो भी रिलीज किया गया था जिसमें आयुष्मान कहते नजर आ रहे हैं कि ट्रेलर देखने की आपकी औकात नहीं है. वीडियो की शुरुआत में एक्टर जिशान कादरी की आवाज सुनाई पड़ती है. वह कहते हैं- इन्हें मैं और तुम कभी दिखाई नहीं देते हैं. कभी हरिजन हो जाते हैं कभी बहुजन हो जाते हैं, बस जन नहीं बन पाते हैं. इतना सुनने के बाद ही ट्रेलर रुक जाता है और सामने आते हैं वर्दी पहने हुए आयुष्मान खुराना. जो कहते हैं, आपकी औकात आपको ये ट्रेलर देखने की अनुमति नहीं देती है... दरअसल, जिस सब्जेक्ट पर फिल्म की कहानी आधारित है आयुष्मान उसे समझाने की कोशिश करते नजर आते हैं. आयुष्मान आगे कहते भी हैं कि "इस भेदभाव से बुरा लगा न. भारत की करोड़ों नीची जाति के लोगों को ऐसा एहसास हर रोज होता है. आपको तो बस आज उसका ट्रेलर दिखाना है."
इस वीडियो से अंदाजा लगाया जा सकता था कि ट्रेलर जबरदस्त होने वाला है जो अब नज़र भी आ रहा है. गौरतलब है कि फिल्म 'आर्टिकल 15' सच्ची घटना पर आधारित है. रिपोर्ट के मुताबिक चार सत्य घटनाओं पर रिसर्च करने के बाद इस फिल्म को बनाया गया है. फिल्म को अनुभव सिन्हा ने डायरेक्ट और अनुभव सिन्हा-ज़ी स्टूडियोज़ ने प्रोड्यूस किया है. फिल्म 28 जून 2019 को रिलीज़ होगी.